आमतौर पर आपने हाई, मीडियम, लो ट्रैक्टर गियर सुने होंगे, पर आपने कभी ऐसा गियर सुना है जो आधा किलोमीटर प्रति घंटे से भी कम स्पीड पर चले?
जी हा हम बात कर रहे है क्रीपर गियर की जो चल सकता है 0.3 से 0.8 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से।
लेकिन अब आप सोच रहे होंगे इतनी कम स्पीड (क्रीपर गियर) की क्या ज़रूरत? तो हम आपको बताते हैं की क्रीपर गियर की कहां जरूरत पड़ती है।
केले के खेती में हार्वेस्टिंग के बाद बचे अवशेष को मिट्टी में मिक्स करने के लिए बनाना मल्चर पर क्रीपर गियर की ज़रूरत होती है।
काली और कठोर मिट्टी में रोटावेटर और सुपर सीडर पर क्रीपर गियर की ज़रूरत होती है।
प्याज और लहसुन की बुवाई में सीड ड्रिल पर क्रीपर गियर उपयोग किया जाता है।
कंस्ट्रक्शन के काम में नाली बनाने के लिए ट्रेंच डिगर जैसे इंप्लीमेंट पर क्रीपर गियर उपयोग किया जाता है दरअसल ट्रैक्टर की स्लो स्पीड होने से इन सभी काम को एक ही बार में अच्छे से किया जा सकता है|