भारत में उपलब्ध मुख्य निर्माण मशीनरी और उपकरणों का परिचय :-
निर्माण उपकरण या निर्माण मशीनरी शब्द का प्रयोग निर्माण स्थलों पर इमारतों और बड़ी परियोजनाओं के निर्माण के समय काम में आने वाले उपकरणों के लिए किया जाता है। निर्माण से जुड़े सभी कार्य बड़े स्तर पर ही किये जाते है और इसको सही अंजाम देने के लिए निर्माण जगत को इंसानी बुद्धिमता और विभिन्न प्रकार की मशीनो की बड़े स्तर पर ज़रूरत होती है। इमारतों के निर्माण से लेकर उनके रखरखाव और नवीनीकरण के समय कईं प्रकार के उपकरणों और मशीनो का उपयोग किया जाता है।
क्योंकि निर्माण की गुणवत्ता काफी हद तक उनमे उपयोग में लाने वाली मशीनो और उपकरणों पर निर्भर करती है, सही प्रकार के निर्माण उपकरण और निर्माण मशीनरी खरीदना बहुत महत्वपूर्ण है।
हमारे पास आज कईं तरह के निर्माण जगत से जुड़े उपकरण और मशीनो का विकल्प है। क्योंकि आकार और कीमतों में ये सभी उपकरण भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, इन सभी की सही जानकारी होना बहुत ज़रूरी है।
इसलिए ट्रैक्टरज्ञान आपके लिए भारत में उपयोग में आने वाली सभी मुख्य निर्माण मशीनरी और उपकरणों की सही और सटीक जानकारी लाया है।
निर्माण उपकरण और मशीनरी के मुख्य प्रकार:-
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि निर्माण उपकरण और मशीनरी भिन्न रूप और प्रकार में आते हैं जिनको अलग-अलग कामो के लिए उपयोग में लाया जाता है।
निर्माण उपकरण और मशीनरी की इसी विभिन्नता को अच्छे से समझने के लिए हम आपके लिए निर्माण उपकरण और मशीनरी के मुख्य प्रकारो की सूची लाए हैं।
1. उत्खनन या एक्सकैवेटर:- उत्खनन या एक्सकैवेटर मशीन विशाल निर्माण उपकरण हैं जिनका उपयोग मुख्य रूप से निर्माण स्थल पर गहरी खुदाई के लिए किया जाता है। ज़मीन के बड़े हिस्से को अंदर तक खोदने के लिए इन मशीनो में अधिक क्षमता होती है। इन मशीनो में अधिक कार्यक्षमता होती है जिसकी वजह से इनका उपयोग भार उठाने, विध्वंस गतिविधियों को अंजाम देने , नदी से कीचड़ निकालने, पेड़ काटने आदि कामो के लिए भी किया जाता है।
2. बैकहो लोडर:- बैकहो लोडर एक विशाल/भारी निर्माण मशीनरी है जो एक स्पेड मैकेनिज्म के साथ आता है। बैकहो लोडर में एक उच्च गुणवत्ता वाला बाक्स-टाइप खुदाई यंत्र स्थापित होता है जो ट्रैक्टर के हाइड्रोलिक सिस्टम से संचालित होता है। इसके एक शक्तिशाली भूमिगत ब्रेकिंग सिस्टम भी होता है।
इसके अलावा इसमें पीछे की ओर एक छोटा स्कूपर और सामने की तरफ एक बाल्टी जुड़ी होती है। अपने इस मैकेनिज्म की मदद से बैकहो लोडर रेत , भूनिर्माण, डामर तोड़ना, या और भी किसी चीज़ को आसानी से उठा सकता है।
3. लोडर:- लोडर, जिसे फ्रंट-एंड लोडर, बकेट लोडर या स्कूप लोडर के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रकार का भारी उपकरण है जिसका उपयोग निर्माण स्थलों, कृषि क्षेत्रों, खनन कार्यों और भूनिर्माण परियोजनाओं में किया जाता है।
एक लोडर में आमतौर पर गतिशीलता के लिए पहियों या पटरियों के साथ एक बड़ी, मजबूत चेसिस होती है। इसमें हाइड्रोलिक लिफ्टिंग सिस्टम और सामने एक चौड़ी, टिकाऊ बाल्टी या स्कूप अटैचमेंट है। बाल्टी का उपयोग मिट्टी, रेत, चट्टानों या मलबे जैसी सामग्रियों को निकालने, उठाने और परिवहन करने के लिए किया जाता है।
4. कॉम्पैक्टर:- कॉम्पैक्टर एक विशेष प्रकार का कंटेनर है जो उच्च दबाव का उपयोग करके भूमि, कचरा, या अन्य सामग्री को संपीड़ित और सटीक रूप से प्रेस करने के लिए उपयोग होता है। इसकी मदद से निर्माण जगत से जुड़े लोग आसानी से अवांछित सामग्रियों से छुटकारा दिला सकता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से निर्माण क्षेत्र में, सौंदर्यीकरण परियोजनाओं, जल निर्माण और अन्य संबंधित क्षेत्रों में प्रयोग होता है।
कॉम्पैक्टर एक चक्की या पड़ाव प्रणाली के साथ होता है, जो उच्च चक्की के माध्यम से दबाव प्रदान करते हुए सामग्री को संपीड़ित करता है।
5. बुलडोजर:- बुलडोजर एक भारी-भरकम निर्माण मशीन है जिसका उपयोग आमतौर पर अर्थमूविंग और निर्माण परियोजनाओं में किया जाता है। यह एक शक्तिशाली वाहन है जो सामने की ओर एक बड़े धातु ब्लेड से सुसज्जित है जिसका उपयोग मिट्टी, रेत, मलबे और मलबे जैसी सामग्रियों को धकेलने और समतल करने के लिए किया जाता है। बुलडोजर अपनी बहुमुखी प्रतिभा, ताकत और उबड़-खाबड़ इलाकों को संभालने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
6. ग्रेडर- ग्रेडर जिन्हें मोटर ग्रेडर के रूप में भी जाना जाता है, आमतौर पर सड़क निर्माण और रखरखाव परियोजनाओं में उपयोग की जाने वाली भारी -भरकम निर्माण मशीने हैं। इनका उपयोग विशेष रूप से सड़कों, बजरी और मिट्टी जैसी सतहों को सामान आकार देने के लिए किया जाता है।
7. पेवर्स:- पेवर्स एक बहुत ही उपयोगी निर्माण उपकरण हैं। इसको मुख्य रूप से निर्माण के लिए उपयोग में आने वाली जमीन पर सामान रूप से कंक्रीट या सीमेंट बिछाने के लिए किया जाता है।
8. ट्रेंचर:- ट्रेंचर एक मुख्य निर्माण मशीन है जिसका उपयोग भूमि में सुरंग या खाद्य नाली के निर्माण के लिए किया जाता है। यह एक मोटरीकृत मशीन होती है जो जलवायु और भूमि की स्थिति के आधार पर विभिन्न आकारों और गहराईयों की सुरंग बनाने में मदद करती है। इसकी मदद से जमीन पर पाइपलाइन बिछाना आसान हो जाता है।
9. टावर क्रेन:- टावर क्रेन अच्छी उचाई वाली एक उपयोगी निर्माण मशीन है जो इमारतों और संरचनाओं के निर्माण कार्यों में अधिकतर उपयोग में आती है। इसकी मदद से सामग्री को ऊपर उठाने या लाने ले जा ने में आसानी होती है।
10. डंप ट्रक:- आखिरी निर्माण मशीनरी जिससे हम आपको अवगत करवाना चाहेंगे वो है डंप ट्रक। इसका उपयोग निर्माण कार्य पूरा होने के बाद बचे हुए मलबे और कूड़े को हटाने के लिए किया जाता है।
इन सभी मुख्य निर्माण मशीनरी या निर्माण उपकरणों के अलावा और भी कुछ उपकरण हैं जिनका उपयोग निर्माण जगत में किया जाता है। उदाहरण के लिए: व्हील ट्रैक्टर स्क्रैपर, टेलीहैंडलर, और डिगर मशीनरी। भारत में इन मशीनो के निर्माण और बिक्री से जुड़े कुछ प्रमुख नाम है महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड, ऐस कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट्स, वोल्वो, एल एंड टी कंस्ट्रक्शन और माइनिंग मशीनरी है। ये सभी कंपनियाँ उच्च तकनीकी और ऑटोमेशन वाले निर्माण उपकरणों को भारतीय बाजारों में उचित कीमत पर उपलब्ध कराते है।
निर्माण उपकरण और मशीनरी निर्माण उद्योग की किस तरह मदद करते है?
चाहे निर्माण कार्य किसी भी स्तर पर किया जाए , यह एक थका देने वाला काम है और निर्माण उपकरण और मशीनरी के उपयोग से निर्माण जगत इस कार्य को कईं तरीकों से आसान और जल्दी से खत्म होने वाला बना देता है। आइए जानते है कि किस तरह से निर्माण उपकरण और मशीनरी का उपयोग करके हम सभी निर्माण से जुड़े कईं कामो को आसान बना सकते है।
निर्माण उपकरण और मशीनरी में कईं तरह के ऑटोमेशन फंक्शन्स होते हैं जिनकी मदद से निर्माण से जुड़े बहुत सारे मैन्युअल कामो को ऑटोमेटेड किया जा सकता है। इन मशीनों का उपयोग करके कठिन और भारी कार्यों को आसान बनाया जा सकता है। इस वजह से निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा किया जा सकता है।
निर्माण उपकरण और मशीनरी भूमिगत कार्यों में उच्च भार को संभालने की क्षमता रखते हैं। यह उपकरण बड़े भूमिगत पत्थरों, सीमेंट, रेत, ग्रेवल, और अन्य सामग्री को आसानी से उठा सकते हैं, प्राकृतिक कार्यों को पूरा करने के लिए उपयोगी होते हैं। किसी भी मनुष्य के लिए बड़े और भारी मलबे को हटाना ख़तरनाक हो सकता है। इन मशीनो के उपयोग से यह मुमकिन है।
निर्माण उपकरण और मशीनरी सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हैं। इन मशीनों में आपातकालीन रोक और सुरक्षा प्रणाली स्थापित होती है जो कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
हाई-टेक्नोलॉजी सॉफ्टवेयर से लैस नवीनतम निर्माण उपकरणों से निर्माण को बेहतर और उच्च क्वालिटी वाला बनाया जा सकता है।
निर्माण में प्रयुक्त मशीनरी और उपकरणों की सही जानकारी के लिए सिर्फ ट्रैक्टरज्ञान ही क्यों?
ट्रैक्टर ज्ञान एक ऐसा प्लेटफार्म है जो कृषि जगत, ट्रैक्टर, टायर, और अन्य उपकरणों से जुडी सही और सटीक जानकारी देता है। हाल ही में हमने इमारतों, सड़कों और अन्य निर्माण कार्यों में उपयोग की जाने वाली निर्माण मशीनरी और उपकरणों के बारे में भी जानकारी प्रदान करना शुरू कर दिया है। हम से जुड़ कर किसान और अन्य सभी लोग इन सभी विषयो से जुडी सटीक जानकारी हासिल कर सकते है।