A cultivator is a multifunctional tractor attachment that is mainly used for the preparation of the soil before sowing with the help of minimum labour, fuel and time required. It helps farmers to uproot weeds and mix crop residue, manure and fertilizers with the soil. It’s really helpful to farmers as it can be also used after sowing the crops to stir up the soil near them, hence helping the crops to get the proper temperature and a healthy environment to grow. Cultivators come in various types like spring tyne cultivator, rigid tyne cultivator, rigid tyne shovel type cultivator, and bar point cultivator. Each of them comes with different functions and requires a tractor with different horsepower to operate. Price of Cultivator in India: Rs. 15000-60000
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कल्टीवेटर एक ट्रैक्टर कृषि उपकरण है। यह जुताई करने के लिए उपयोग में लाया जाता हैं। कल्टीवेटर की कीमत 15000 से 60000 रुपये से शुरू होती है। फसल के चारों ओर मिट्टी को हिलाने के लिए इसे बनाया गया हैं। खेतों में फसल के लिए एक अच्छी बीज क्यारी तैयार करने और रोपण करने से पहले मिट्टी को गर्म करने के लिए इस उपकरण की जरूरत होती हैं। इससे फसल के विकास में वृद्धि होती हैं और यह खरपतवारों को नष्ट करने का भी कार्य करता है। इसका सबसे महत्वपूर्ण कार्य मिट्टी को मिलाना हैं और खरपतवारों का प्रबंधन करना हैं, जिससे फसल को काफी फायदा होता हैं और पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।
कल्टीवेटर शब्द का पहला रिकॉर्ड 1660 के समय से आया है। यह कल्टीवेटर शब्द मध्यकालीन लैटिन शब्द कल्टीवेटस से निकला जो लैटिन क्रिया कोलेरे से निकला है, इस शब्द का अर्थ है "परिश्रम करना," "तक करने के लिए," "पूजा करना", "देखभाल करना" कोलेरे शब्द के और कई अन्य अर्थ भी होते हैं जैसे: संस्कृति, पंथ और कृषि। 19वीं शताब्दी के मध्य में घोड़े से खींचे जाने वाले कल्टीवेटर आये। 1870 तक कल्टीवेटर दो घोड़ों व एक मशीन के साथ एक दिन में 6 हेक्टेयर (15 एकड़) की खेती कर सकता था। 20वीं शताब्दी में ट्रैक्टर कल्टीवेटर से परिचय हुआ। इससे कृषि जगत में बहुत बड़ा परिवर्तन आया। जब यह उपकरण नहीं आया था तो उसके पहले खेती का कार्य बैलों और घोड़ो के द्वारा किया जाता था। कल्टीवेटर का आविष्कार 1912 में आर्थर क्लीफोर्ड हॉवर्ड ने गिलगंड्रा, न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया में किया था।
एक कल्टीवेटर भी उसी तरह काम करता है जिस तरह खरपतवारों को कम (नष्ट) करने के लिए एक कुदाल करता है। एक कल्टीवेटर खरपतवार और उनकी जड़ों को चूर्णित करने के लिए मिट्टी को एक निश्चित गहराई तक खंगालता है। यह मिट्टी को हवा देने का भी कार्य करता है और जुताई करने के तुरंत बाद मिट्टी की संरचना में सुधार भी करता है। जुताई करने का दीर्घकालिक प्रभाव मिट्टी के जीवन को कम करते हैं, कटाव को बढ़ाते हैं और मिट्टी की संरचना के लिए नुकसानदायक होते हैं।
चाहे कल्टीवेटर ट्रैक्टर से जुड़ा हो या फिर उसके द्वारा संचालित किया हो या साधारण डिज़ाइन का हो यह उसी तरह से काम करता है। लेकिन खेती का पैटर्न अलग भी हो सकता है। फसल उगाने का जब मौसम होता है उस दौरान या रोपण करने से पहले कल्टीवेटर का उपयोग करना एक विशेष कार्य हो सकता है।
कल्टीवेटर मुख्य रूप से कृषि कार्य में खेती की प्रक्रिया को करने के लिए उपयोग किये जाते हैं यानि की मिट्टी तैयार करने के लिए कल्टीवेटर का उपयोग किया जाता है।
यह बढ़ते खरपतवारों को नष्ट करने का काम करता हैं। फसलें उगाने के साथ ही कुछ अवांछित पौधे भी साथ में उग आते हैं तो इन अवांछित पौधों को नष्ट करने के लिए निराई प्रक्रिया अपनाई जाती हैं। कल्टीवेटर से निराई प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता हैं।
कल्टीवेटर में उपयोग किये जाने वाले धातु के टाइन से मिट्टी का विस्तार तैयार किया जाता है, एक ट्रैक्टर कल्टीवेटर मिट्टी की सतह पर जमी कठोर गांठों को तोड़कर मिट्टी की सतह को ढीला करता है। इससे पूरे खेत में पोषक तत्व फैल जाते है। जमीन जब पर्याप्त रूप से सूखी होती है तब कृषि कल्टीवेटर को संचालित किया जाता हैं।
कल्टीवेटर से खेती करने पर उर्वरीकरण प्रक्रिया में आसानी होती है क्योंकि कल्टीवेटर उर्वरकों को समरूप करके मिट्टी में मिलाता हैं जिससे फसल स्वस्थ रूप में और तेजी से बढ़ती है।
ट्रैक्टर कल्टीवेटर का उपयोग खेतों में मिट्टी को ढीला करने के लिए किया जाता हैं जिससे फसल का उत्पादन बेहतर होता हैं। उत्पादकता में बढ़ोतरी होने के कारण आज बहुत से किसान कल्टीवेटर का उपयोग खेती करने के लिए करते हैं। जिससे किसानों की आय में भी वृद्धि होती हैं।
इस कल्टीवेटर में एक आयताकार फ्रेम होती है जिसमें बैंड के साथ टाइन से जुड़ने के लिए हुक असेंबली होती है। टाइन्स एक तरह की संरचना हैं और उनके बीच जो दूरी होती हैं उस दूरी को बदल भी सकते है।
बार कल्टीवेटर एक आयताकार फ्रेम होती हैं। इसमें क्लैम्प के उपयोग के साथ सपोर्ट के लिए रिजिड टाइन लगे होते हैं। बार पॉइंटकट टाइन के किनारे से जुड़ जाते हैं। यह कल्टीवेटर ट्रैक्टर से चलता है। इसे ट्रैक्टर कल्टीवेटर भी कह सकते हैं। क्लैम्प के द्वारा कल्टीवेटर के टाइन को सीधे रूप में फिक्स किया जा सकता है।
इसे छेनी हल के रूप में जानते है, कठोर टाइन कल्टीवेटर का कठोर पैर एक मुख्य फ्रेम से जुड़ा होता है। इसका उपयोग गहरी जुताई के लिए किया जाता है। हल के स्थान पर इस छेनी वाले हल का उपयोग किया जा सकता है।
यह ऐसा कल्टीवेटर जिसे ज्यादातर पसंद किया जाता हैं। स्प्रिंग टाइन कल्टीवेटर बीजों की तैयारी का एक सरल और प्रभावी साधन है।
कल्टीवेटर को ब्रांड, टाइन, उपयोग और मूल्य जैसी कुछ श्रेणियों में बाँटा जाता है।
यह उत्कृष्ट गुणवत्ता वाला कल्टीवेटर है। जिसमें सुपीरियर पेंट क्वालिटी के साथ हायर अंडरबॉडी और अंडरफ्रेम क्लीयरेंस होता है। 88 सें.मी चौड़ाई के टाइन्स के साथ आता हैं। यह 50-55 एचपी और इससे अधिक का होता हैं। सोनालीका 11 टाइन कल्टीवेटर को एक किफायती और उचित मूल्य पर खरीदा जा सकता हैं।
इस कल्टीवेटर में कम स्पेयर पार्ट्स होते हैं और रखरखाव लागत कम होती हैं। फील्डकिंग दबंग कल्टीवेटर टाइन को आसानी से एडजस्ट कर सकता हैं। इस कल्टीवेटर को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है जो की कठोर मिट्टी का प्रबंधन कर सके। फील्डकिंग दबंग कल्टीवेटर का आकार 5.5 फीट और 8.5 फीट लंबाई होती हैं। इसके टायन्स की संख्या 7-11 हैं। यह 40 एचपी – 65 एचपी में उपलब्ध होता हैं। इसका वजन देखें तो यह 270 किलोग्राम से 815 किलोग्राम वजनी हैं। फील्डकिंग दबंग कल्टीवेटर की कीमत 10,000 रुपये से 30700 रुपये* है।
महिंद्रा कठोर टाइन कल्टीवेटर एक मजबूत कल्टीवेटर हैं। यह कठोर मिट्टी में काम करने के लिए बनाया गया है। यह कल्टीवेटर पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ ही टिकाऊ है। यह काम को आसान बना देता हैं जिससे समय बचता हैं। कठोर भूमि को अलग करने के लिए इस शक्तिशाली उपकरण को तैयार किया गया हैं। इस कल्टीवेटर का आकार 3.28 फीट हैं। यह 35 से 65 एचपी में उपलब्ध होता हैं। इसके टायन्स की संख्या 9 - 13 हैं। इसका वजन 265 किलो से 335 किलो का होता हैं। महिंद्रा कल्टीवेटर की कीमत 14999* रुपये से शुरू होती है।
इसकी शक्तिशाली बॉडी सभी कठोर मिट्टी को सँभालने का कार्य लरते है। इसके तीखे कटर खेदुत रिजिड कल्टीवेटर के मुख्य गुणों में से एक हैं। इसमें 72 x72 x5 ट्यूबलर फ्रेम होती है। इसके साथ 8 मिमी शॉवेल्स अटैचमेंट भी यह प्रदान करता है और इसमें CAT-II है। खेदूत रिजिड कल्टीवेटर का आकार 6.25 फीट और 9.25 फीट चौड़ाई का होता हैं। यह 35 एचपी से 75 एचपी में आते हैं। इसके टायन्स की संख्या 25 होती हैं। वजन 210 किग्रा से 290 किग्रा होता हैं। खेदूत रिजिड कल्टीवेटर की कीमत 15000 रुपये* से शुरू होती है।
सॉइल मास्टर कल्टीवेटर का नाम भारत में सबसे लोकप्रिय और कुशल कल्टीवेटर में आता है। नवीनतम तकनीक से बनाया गया यह कल्टीवेटर क्षेत्र में सभी प्रकार के व्यावहारिक कार्य करता है। यह कल्टीवेटर खेती के सभी कार्य जैसे: जुताई करना, खेती करना और अन्य कार्य भी को कुशलता से कर सकता है। सॉइल मास्टर कल्टीवेटर का आकार 7 फीट का होता हैं और यह 30 एचपी से 45 एचपी में आते हैं। इसके वजन की बात करें तो 250 किग्रा इसका वजन होता हैं। सॉइल मास्टर कल्टीवेटर की कीमत किसानों के बजट के अनुकूल है।
अगर आप एक नया बगीचे का बेड तैयार करना चाहते हैं, तो बीज लगाने या प्रत्यारोपण करने से कुछ हफ़्ते पहले का समय अच्छा होता हैं और यदि आप जुताई के तुरंत बाद पौधे लगाते हैं तो उस समय मिट्टी अपनी जटिल संरचना बनाने और जीवन के जाल का पुनर्निर्माण कर रही होती हैं लेकिन यह उतना उपजाऊ नहीं होता है जितना की हो सकता है। इसके अलावा उखाड़े गए खरपतवारों को रोपण से पहले आराम देने पर रोपण क्षेत्र को थोड़ा आराम करने का मौका भी मिल जाता है।
यदि आपके पास जंगली क्षेत्र है और आप उसमें पौधे लगाना चाहते हैं तो एक से अधिक खेती की अवधि उपयोगी हो सकती हैं। अगर आपको लग रहा हैं की बढ़ते मौसम के दौरान खेती करने की आवश्यकता है, जब फसलें पहले से ही स्थापित हो चुकी होती हैं तो ऐसे में कोई सा भी समय खरपतवार निकालने के लिए बेहतर होता है।
भारत में कल्टीवेटर की कीमत 15000-60000 रुपये* है। भारत में ट्रैक्टर कल्टीवेटर और मिनी कल्टीवेटर बहुत ही उचित कीमत पर प्राप्त कर सकते हैं जिसे एक किसान आसानी से खरीद सकता है।
ट्रैक्टरज्ञान पर कल्टीवेटर की सम्पूर्ण जानकारी दी गई हैं। कल्टीवेटर क्या हैं, कल्टीवेटर के उपयोग, कल्टीवेटर के कार्य, कल्टीवेटर प्राइस आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके साथ ही ट्रैक्टरज्ञान पर आप ट्रैक्टर से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते है।
अगर आप नया कल्टीवेटर खरीदने में सक्षम नहीं हैं तो आप पुराना कल्टीवेटर भी खरीद सकते हैं। बहुत से किसानों के लिए नया कल्टीवेटर खरीदना मुश्किल होता है। ऐसे में उनके लिए एक अच्छा विकल्प मौजूद हैं आप इस्तेमाल किये गए कल्टीवेटर को खरीद सकते हैं। यह आपको उचित कीमत में मिल जाएंगे।
आज आपने ट्रैक्टरज्ञान पर कल्टीवेटर के बारे में जाना। कल्टीवेटर एक महत्वपूर्ण कृषि उपकरण हैं जो बुवाई से पहले मिट्टी की तैयारी के लिए उपयोग में लाया जाता है। आप ट्रैक्टरज्ञान पर अपने बजट के अनुकूल ट्रैक्टर कल्टीवेटर या मिनी कल्टीवेटर उपकरण को प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही ट्रैक्टरज्ञान पर ट्रैक्टर कल्टीवेटर की कीमत भी जानें। इसके अलावा ट्रैक्टर से जुड़ी हर जानकारी जैसे : आगामी ट्रैक्टर, इस्तेमाल किये गए ट्रैक्टर, कीमत, ट्रैक्टर उपकरण आदि के बारे में भी ट्रैक्टरज्ञान पर बताया गया है।