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कल्टीवेटर इम्प्लीमेंट

कल्टीवेटरकल्टीवेटर खेत की मिट्टी को भुरभुरा बनाकर बीज बोने के लिए उपयुक्त बनाता है, जिससे फसल की पैदावार में वृद्धि होती है। कल्टीवेटर की कीमत ₹ 25,000* से लेकर ₹ 1,70,000* तक हो सकती है। कल्टीवेटर की मदद से आप समय और श्रम की बचत, मिट्टी की संरचना में सुधार, और खरपतवार नियंत्रण कर सकते है।

कल्टीवेटर 15 एचपी या उससे अधिक एचपी वाले ट्रैक्टरों के साथ आसानी से काम करता है। ट्रैक्टर ज्ञान पर आपको मिलेंगे लोकप्रिय कल्टीवेटर ब्रांड्स जैसा की महिंद्रा, यूनिवर्सल, फार्मकिंग, स्वराज आदि के 60 से अधिक कल्टीवेटर मॉडल्स जो अलग-अलग ट्रैक्टर एचपी के साथ कम्पैटिबल है।

भारत में लोकप्रिय कल्टीवेटर इम्प्लीमेंट प्राइस लिस्ट 2025

इम्प्लीमेंट मॉडलपावरइम्प्लीमेंट की कीमत
Universal Profile Rigid Cultivator25-75 Price on Request
Farmking Rigid Cultivator40-65 Price on Request
Swaraj Spring Loaded Cultivator60-65 ₹25,200
John Deere Heavy Duty Spring Type CultivatorNA₹32,000
Shaktiman Cultisol CultivatorNAPrice on Request
Captain Spring Tyne CultivatorNAPrice on Request
Mahindra Rigid Cultivator - 5 Tynes18-25 Price on Request
Solis Spring Loaded Type Cultivator45-75+ Price on Request
Lemken Achat 70 - 9 Tine Cultivator60-75 ₹1,60,000
Sonalika 9 Tyne Cultivator45+ ₹25,000
*कीमत राज्य के अनुसार बदल सकती है, अपने शहर की कीमत जानने के लिए देखें यहाँ क्लिक करें

भारत में कल्टीवेटर इम्प्लीमेंट

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फिल्टर के द्वारा

ब्रांड

फील्डकिंगलैंडफोर्सशक्तिमानमहिंद्राखेदूतसॉइल मास्टरजॉन डियरसोनालीकालेमकेनकैप्टनसॉलिसकेएस एग्रोटेक
इसके अनुसार छाँटें
जानकारी अंतिम बार अपडेट हुई: 10 अक्तू॰ 2025
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कल्टीवेटर इम्प्लीमेंट ब्लॉग्स और समाचार

Rotavator vs Cultivator: Know the Right Tool for Your Farm!
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Rotavator vs Cultivator: Know the Right Tool for Your Farm!

Rotavator vs Cultivator, Farmers need to be very careful when picking the implement for their farms. Both implement to get the farm ready for the best yield, but they do…

कल्टीवेटर इम्प्लीमेंट के बारे में अपडेट

कल्टीवेटर इम्प्लीमेंट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

कल्टीवेटर की कीमत ₹25,000* से शुरू होकर ₹1,70,000* तक जाती है।

कल्टीवेटर की कीमतों की अपडेटेड लिस्ट आप ट्रैक्टर ज्ञान पर देख सकते हैं।

कल्टीवेटर के कई प्रकार होते हैं, जिनमें कुछ प्रमुख हैं – स्प्रिंग टाइन कल्टीवेटर, रिजन टाइन कल्टीवेटर और डकफुट कल्टीवेटर।

ट्रैक्टर कल्टीवेटर एक खेती का यंत्र है जो मिट्टी की जुताई में काम आता है। इसका मुख्य उद्देश्य बीज बोने से पहले मिट्टी को ढीला करना, खरपतवार हटाना और पोषक तत्वों को बराबर तरीके से फैलाना होता है।

ट्रैक्टर ज्ञान पर आप भारत में उपलब्ध सभी नवीनतम कल्टीवेटर की जानकारी पा सकते हैं।

भारत में कुछ लोकप्रिय कल्टीवेटर हैं – यूनिवर्सल प्रोफाइल रिजिड कल्टीवेटर, फार्मकिंग रिजिड कल्टीवेटर, और स्वराज स्प्रिंग लोडेड कल्टीवेटर।

कल्टीवेटर का उपयोग खेत की जुताई करने के लिए किया जाता है।

हां, कल्टीवेटर पर सब्सिडी मिलती है लेकिन ये सब्सिडी राज्य और योजना के हिसाब से अलग हो सकती है। इसके बारे में पूरी जानकारी ट्रैक्टर ज्ञान की सब्सिडी पेज पर मिल जाएगी।

कल्टीवेटर चलाने के लिए कम से कम 20 एचपी का ट्रैक्टर जरूरी होता है।

कल्टीवेटर का इस्तेमाल खेत की मिट्टी को नरम करने, खरपतवार हटाने और बीज बोने के लिए खेत को तैयार करने में किया जाता है। इससे मिट्टी में हवा और नमी सही तरह से पहुंचती है, जिससे फसल की पैदावार बेहतर होती है।

हल / कल्टीवेटर ट्रैक्टर इम्प्लीमेंट के बारे में

कल्टीवेटर एक ट्रैक्टर कृषि उपकरण है। यह जुताई करने के लिए उपयोग में लाया जाता हैं। कल्टीवेटर की कीमत ₹25,000* से ₹4,45,000* तक है। फसल के चारों ओर मिट्टी को हिलाने के लिए इसे बनाया गया हैं। खेतों में फसल के लिए एक अच्छी बीज क्यारी तैयार करने और रोपण करने से पहले मिट्टी को गर्म करने के लिए इस उपकरण की जरूरत होती हैं। इससे फसल के विकास में वृद्धि होती हैं और यह खरपतवारों को नष्ट करने का भी कार्य करता है। इसका सबसे महत्वपूर्ण कार्य मिट्टी को मिलाना हैं और खरपतवारों का प्रबंधन करना हैं, जिससे फसल को काफी फायदा होता हैं और पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। 

कल्टीवेटर का इतिहास 

कल्टीवेटर शब्द का पहला रिकॉर्ड 1660 के समय से आया है। यह कल्टीवेटर शब्द मध्यकालीन लैटिन शब्द कल्टीवेटस से निकला जो लैटिन क्रिया कोलेरे से निकला है, इस शब्द का अर्थ है "परिश्रम करना," "तक करने के लिए," "पूजा करना", "देखभाल करना" कोलेरे शब्द के और कई अन्य अर्थ भी होते हैं जैसे: संस्कृति, पंथ और कृषि। 19वीं शताब्दी के मध्य में घोड़े से खींचे जाने वाले कल्टीवेटर आये। 1870 तक कल्टीवेटर दो घोड़ों व एक मशीन के साथ एक दिन में 6 हेक्टेयर (15 एकड़) की खेती कर सकता था। 20वीं शताब्दी में ट्रैक्टर कल्टीवेटर से परिचय हुआ। इससे कृषि जगत में बहुत बड़ा परिवर्तन आया। जब यह उपकरण नहीं आया था तो उसके पहले खेती का कार्य बैलों और घोड़ो के द्वारा किया जाता था। कल्टीवेटर का आविष्कार 1912 में आर्थर क्लीफोर्ड हॉवर्ड ने गिलगंड्रा, न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया में किया था। 

कल्टीवेटर क्या करता है?

एक कल्टीवेटर भी उसी तरह काम करता है जिस तरह खरपतवारों को कम (नष्ट) करने के लिए एक कुदाल करता है। एक कल्टीवेटर खरपतवार और उनकी जड़ों को चूर्णित करने के लिए मिट्टी को एक निश्चित गहराई तक खंगालता है। यह मिट्टी को हवा देने का भी कार्य करता है और जुताई करने के तुरंत बाद मिट्टी की संरचना में सुधार भी करता है। जुताई करने का दीर्घकालिक प्रभाव मिट्टी के जीवन को कम करते हैं, कटाव को बढ़ाते हैं और मिट्टी की संरचना के लिए नुकसानदायक होते हैं।

कल्टीवेटर कैसे काम करता है

चाहे कल्टीवेटर ट्रैक्टर से जुड़ा हो या फिर उसके द्वारा संचालित किया हो या साधारण डिज़ाइन का हो यह उसी तरह से काम करता है। लेकिन खेती का पैटर्न अलग भी हो सकता है। फसल उगाने का जब मौसम होता है उस दौरान या रोपण करने से पहले कल्टीवेटर का उपयोग करना एक विशेष कार्य हो सकता है। 

कल्टीवेटर के क्या उपयोग हैं 

कल्टीवेटर मुख्य रूप से कृषि कार्य में खेती की प्रक्रिया को करने के लिए उपयोग किये जाते हैं यानि की मिट्टी तैयार करने के लिए कल्टीवेटर का उपयोग किया जाता है।

1. खरपतवार का नियंत्रण

यह बढ़ते खरपतवारों को नष्ट करने का काम करता हैं। फसलें उगाने के साथ ही कुछ अवांछित पौधे भी साथ में उग आते हैं तो इन अवांछित पौधों को नष्ट करने के लिए निराई प्रक्रिया अपनाई जाती हैं। कल्टीवेटर से निराई प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता हैं। 

2. मृदा स्वास्थ्य में सुधार 

कल्टीवेटर में उपयोग किये जाने वाले धातु के टाइन से मिट्टी का विस्तार तैयार किया जाता है, एक ट्रैक्टर कल्टीवेटर मिट्टी की सतह पर जमी कठोर गांठों को तोड़कर मिट्टी की सतह को ढीला करता है। इससे पूरे खेत में पोषक तत्व फैल जाते है। जमीन जब पर्याप्त रूप से सूखी होती है तब कृषि कल्टीवेटर को संचालित किया जाता हैं।

3. निषेचन प्रक्रिया आसान 

कल्टीवेटर से खेती करने पर उर्वरीकरण प्रक्रिया में आसानी होती है क्योंकि कल्टीवेटर उर्वरकों को समरूप करके मिट्टी में मिलाता हैं जिससे फसल स्वस्थ रूप में और तेजी से बढ़ती है।

4. उत्पादकता में वृद्धि 

ट्रैक्टर कल्टीवेटर का उपयोग खेतों में मिट्टी को ढीला करने के लिए किया जाता हैं जिससे फसल का उत्पादन बेहतर होता हैं। उत्पादकता में बढ़ोतरी होने के कारण आज बहुत से किसान कल्टीवेटर का उपयोग खेती करने के लिए करते हैं। जिससे किसानों की आय में भी वृद्धि होती हैं।

कल्टीवेटर के प्रकार

1. रिजिड टाइन शोवेल टाइप कल्टीवेटर

इस कल्टीवेटर में एक आयताकार फ्रेम होती है जिसमें बैंड के साथ टाइन से जुड़ने के लिए हुक असेंबली होती है। टाइन्स एक तरह की संरचना हैं और उनके बीच जो दूरी होती हैं उस दूरी को बदल भी सकते है।

2. बार प्वाइंट कल्टीवेटर

बार कल्टीवेटर एक आयताकार फ्रेम होती हैं। इसमें क्लैम्प के उपयोग के साथ सपोर्ट के लिए रिजिड टाइन लगे होते हैं। बार पॉइंटकट टाइन के किनारे से जुड़ जाते हैं। यह कल्टीवेटर ट्रैक्टर से चलता है। इसे ट्रैक्टर कल्टीवेटर भी कह सकते हैं। क्लैम्प के द्वारा कल्टीवेटर के टाइन को सीधे रूप में फिक्स किया जा सकता है।

3. रिजिड टाइन कल्टीवेटर

इसे छेनी हल के रूप में जानते है, कठोर टाइन कल्टीवेटर का कठोर पैर एक मुख्य फ्रेम से जुड़ा होता है। इसका उपयोग गहरी जुताई के लिए किया जाता है। हल के स्थान पर इस छेनी वाले हल का उपयोग किया जा सकता है। 

4. स्प्रिंग टाइन कल्टीवेटर

यह ऐसा कल्टीवेटर जिसे ज्यादातर पसंद किया जाता हैं। स्प्रिंग टाइन कल्टीवेटर बीजों की तैयारी का एक सरल और प्रभावी साधन है। 

खेती के लिए शीर्ष कल्टीवेटर

कल्टीवेटर को ब्रांड, टाइन, उपयोग और मूल्य जैसी कुछ श्रेणियों में बाँटा जाता है। 

1. सोनालीका 11 टाइन कल्टीवेटर

यह उत्कृष्ट गुणवत्ता वाला कल्टीवेटर है। जिसमें सुपीरियर पेंट क्वालिटी के साथ हायर अंडरबॉडी और अंडरफ्रेम क्लीयरेंस होता है। 88 सें.मी चौड़ाई के टाइन्स के साथ आता हैं। यह  50-55 एचपी और इससे अधिक का होता हैं। सोनालीका 11 टाइन कल्टीवेटर को एक किफायती और उचित मूल्य पर खरीदा जा सकता हैं। 

2. फील्डकिंग दबंग कल्टीवेटर

इस कल्टीवेटर में कम स्पेयर पार्ट्स होते हैं और रखरखाव लागत कम होती हैं। फील्डकिंग दबंग कल्टीवेटर टाइन को आसानी से एडजस्ट कर सकता हैं। इस कल्टीवेटर को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है जो की कठोर मिट्टी का प्रबंधन कर सके। फील्डकिंग दबंग कल्टीवेटर का आकार 5.5 फीट और 8.5 फीट लंबाई होती हैं। इसके टायन्स की संख्या 7-11 हैं। यह 40 एचपी – 65 एचपी में उपलब्ध होता हैं। इसका वजन देखें तो यह 270 किलोग्राम से 815 किलोग्राम वजनी हैं। फील्डकिंग दबंग कल्टीवेटर की कीमत 10,000 रुपये से 30700 रुपये* है।

3. महिंद्रा कल्टीवेटर

महिंद्रा कठोर टाइन कल्टीवेटर एक मजबूत कल्टीवेटर हैं। यह कठोर मिट्टी में काम करने के लिए बनाया गया है। यह कल्टीवेटर पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ ही टिकाऊ है। यह काम को आसान बना देता हैं जिससे समय बचता हैं। कठोर भूमि को अलग करने के लिए इस शक्तिशाली उपकरण को तैयार किया गया हैं। इस कल्टीवेटर का आकार 3.28 फीट हैं। यह 35 से 65 एचपी में उपलब्ध होता हैं। इसके टायन्स की संख्या 9 - 13 हैं। इसका वजन 265 किलो से 335 किलो का होता हैं। महिंद्रा कल्टीवेटर की कीमत 14999* रुपये से शुरू होती है। 

4. खेदूत रिजिड कल्टीवेटर

इसकी शक्तिशाली बॉडी सभी कठोर मिट्टी को सँभालने का कार्य लरते है। इसके तीखे कटर खेदुत रिजिड कल्टीवेटर के मुख्य गुणों में से एक हैं। इसमें 72 x72 x5 ट्यूबलर फ्रेम होती है। इसके साथ 8 मिमी शॉवेल्स अटैचमेंट भी यह प्रदान करता है और इसमें CAT-II है। खेदूत रिजिड कल्टीवेटर का आकार 6.25 फीट और 9.25 फीट चौड़ाई का होता हैं। यह 35 एचपी से 75 एचपी में आते हैं। इसके टायन्स की संख्या 25 होती हैं। वजन 210 किग्रा से 290 किग्रा होता हैं। खेदूत रिजिड कल्टीवेटर की कीमत 15000 रुपये* से शुरू होती है। 

5. सॉइल मास्टर सीटी -900 कल्टीवेटर

सॉइल मास्टर कल्टीवेटर का नाम भारत में सबसे लोकप्रिय और कुशल कल्टीवेटर में आता है। नवीनतम तकनीक से बनाया गया यह कल्टीवेटर क्षेत्र में सभी प्रकार के व्यावहारिक कार्य करता है। यह कल्टीवेटर खेती के सभी कार्य जैसे: जुताई करना, खेती करना और अन्य कार्य भी को कुशलता से कर सकता है। सॉइल मास्टर कल्टीवेटर का आकार 7 फीट का होता हैं और यह 30 एचपी से 45 एचपी में आते हैं। इसके वजन की बात करें तो  250 किग्रा इसका वजन होता हैं। सॉइल मास्टर कल्टीवेटर की कीमत किसानों के बजट के अनुकूल है। 

कल्टीवेटर का उपयोग करने का सबसे अच्छा समय कब है?

अगर आप एक नया बगीचे का बेड तैयार करना चाहते हैं, तो बीज लगाने या प्रत्यारोपण करने से कुछ हफ़्ते पहले का समय अच्छा होता हैं और यदि आप जुताई के तुरंत बाद पौधे लगाते हैं तो उस समय मिट्टी अपनी जटिल संरचना बनाने और जीवन के जाल का पुनर्निर्माण कर रही होती हैं लेकिन यह उतना उपजाऊ नहीं होता है जितना की हो सकता है। इसके अलावा उखाड़े गए खरपतवारों को रोपण से पहले आराम देने पर रोपण क्षेत्र को थोड़ा आराम करने का मौका भी मिल जाता है। 

यदि आपके पास जंगली क्षेत्र है और आप उसमें पौधे लगाना चाहते हैं तो एक से अधिक खेती की अवधि उपयोगी हो सकती हैं। अगर आपको लग रहा हैं की बढ़ते मौसम के दौरान खेती करने की आवश्यकता है, जब फसलें पहले से ही स्थापित हो चुकी होती हैं तो ऐसे में कोई सा भी समय खरपतवार निकालने के लिए बेहतर होता है। 

ट्रैक्टर कल्टीवेटर की कीमत

भारत में कल्टीवेटर की कीमत ₹25,000* से ₹4,45,000* तक है। भारत में ट्रैक्टर कल्टीवेटर और मिनी कल्टीवेटर बहुत ही उचित कीमत पर प्राप्त कर सकते हैं जिसे एक किसान आसानी से खरीद सकता है। 

कल्टीवेटर के लिए ट्रैक्टरज्ञान क्यों चुने ?

ट्रैक्टरज्ञान पर कल्टीवेटर की सम्पूर्ण जानकारी दी गई हैं। कल्टीवेटर क्या हैं, कल्टीवेटर के उपयोग, कल्टीवेटर के कार्य, कल्टीवेटर प्राइस आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके साथ ही ट्रैक्टरज्ञान पर आप ट्रैक्टर से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते है।

अगर आप नया कल्टीवेटर खरीदने में सक्षम नहीं हैं तो आप पुराना कल्टीवेटर भी खरीद सकते हैं। बहुत से किसानों के लिए नया कल्टीवेटर खरीदना मुश्किल होता है। ऐसे में उनके लिए एक अच्छा विकल्प मौजूद हैं आप इस्तेमाल किये गए कल्टीवेटर को खरीद सकते हैं। यह आपको उचित कीमत में मिल जाएंगे।

आज आपने ट्रैक्टरज्ञान पर कल्टीवेटर के बारे में जाना। कल्टीवेटर एक महत्वपूर्ण कृषि उपकरण हैं जो बुवाई से पहले मिट्टी की तैयारी के लिए उपयोग में लाया जाता है। आप ट्रैक्टरज्ञान पर अपने बजट के अनुकूल ट्रैक्टर कल्टीवेटर या मिनी कल्टीवेटर उपकरण को प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही ट्रैक्टरज्ञान पर ट्रैक्टर कल्टीवेटर की कीमत भी जानें। इसके अलावा ट्रैक्टर से जुड़ी हर जानकारी जैसे : आगामी ट्रैक्टर, इस्तेमाल किये गए ट्रैक्टर, कीमत, ट्रैक्टर उपकरण आदि के बारे में भी ट्रैक्टरज्ञान पर बताया गया है।