गन्ना भारत में एक प्रमुख फसल है, जिसके के लिए देश भर में कई किसान साल भर मेहनत करते है। लेकिन किसानों के लिए मेहनत तब और बढ़ जाती है जब कटाई का समय आता है कई बार उन्हें इस काम के
भारत में ट्रैक्टर उद्योग कितनी तेजी से बढ़ रही है, इस बात से सभी लोग परिचित, एक तरफ जहां कारोना के कारण ज्यादातर उद्योग ठंडे पड़े रहे वहीं ट्रैक्टर उद्योग ने इस बार पहले से भी ज्यादा तेजी पकड़ी है। लेकिन पिछले
वैसे तो सीधे तौर पर कोरोना के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन का कोई प्रभाव किसानों पर नहीं पड़ा, लेकिन अब इस लॉकडाउन में हुए आर्थिक नुकसान के चक्कर में सरकार किसानों को दिए जाने वाले अनुदान में कटौती कर रही है। आपको
कृषि का मशीनीकरण हो ऐसा सभी चाहते हैं, किसान भी चाहते है उनके पास ऐसी मशीनों हो जिससे उनका काम जल्दी हो, आसान हो और उनकी उपज भी बढ़े। लेकिन भारत में कृषि के मशीनीकरण में सबसे बढ़ी चुनौती है इन मशीनों
आम तौर पर भारत में जो ट्रैक्टर हम देखते हैं वो 4 व्हीलर होते हैं, चार पहिए वाले होते हैं। लेकिन आजकल आपको तीन पहिए वाले ट्रैक्टर भी देखने को मिल सकते हैं, आप ऐसे ट्रैक्टर खरीद भी सकते हैं। अमूमन तीन
किसानों को अपनी खेती कार्यों को पूरा करने के लिए कई बार लोन की जरूरत होती है, उन्हें कोई नई सिंचाई की, जुताई की मशीन खरीदनी हो या बुआई के समय जरूरी साधन खरीदने हो या अपने घर की जरूरतों को पूरा
ट्रैक्टर स्टंट आज के दौर ग्रामीण इलाकों की बड़ी आबादी के लिए मनोरंजन का विषय बन गया है। युवा विभिन्न प्रकार के स्टंट करने की आजमाइश करते नजर आते है, इंटरनेट पर ट्रैक्टर के साथ करतब करते लोगों की वीडियो का आनंद
महाराष्ट्र के कई इलाकों में किसान सूखे से परेशान हैं, वो पानी की कमी के कारण पारंपरिक फसलें नहीं उगा पा रहे हैं। सूखाग्रस्त इलाकों में किसानों की इस तरह की स्तिथि बन गई है कि वो खुद की गुज़र बशर भी
किस तरह कृषि के क्षेत्र में बदलती जरूरतों के अनुरूप कार्य कर कोई शख़्स कामयाब हो सकता है, अधिक से अधिक आर्थिक लाभ कमा सकता है, इसका एक बेहतरीन उदाहरण है मेरठ की रहने वाली पायल अग्रवाल। पायल एक 27 वर्षीय युवती
महिन्द्रा एंड महिन्द्रा ट्रैक्टर कंपनी अब एक बिल्कुल नई ट्रैक्टर सीरीज लाने की तैयारी में हैं। कंपनी ने इसी उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाया है, जिसके बाद भारत के किसानों को मिलेगी लाइट वेट यानी हल्के वज़न के ट्रैक्टरों की एक