गन्ना किसानों को बारिश और बाढ़ में हुए फसल नुकसान पर मिलेगा भारी मुआवजा, इस तरह करें आवेदन
एक किसान होना आसान नहीं है। जब कईं महीनों की मेहनत के बाद फसल तैयार होती है और जब बाढ़, बारिश, कीटों के हमलों, या फसलों की बीमारियों की वजह से फसल ख़राब हो जाती है तो किसानों की आँखो के आगे अँधेरा छा जाता है।
हमने कई बार इन आपदाओं के चलते किसानों को अपनी जान गवाते हुए भी देखा है। इस साल, भारत के उत्तरी क्षेत्रों में किसानो को भारी बारिश के चलते काफी नुकसान झेलना पड़ा। एक बड़े हिस्से में खेतों में तैयार खडी फ़सल नष्ट हो गयी है। अगर आप भी उन किसानों में से है जिनकी गन्ने की फसल को भारी बारिश की वज़ह से नुकसान पहुँचा हैं तों आपको निराश होने की ज़रूरत नहीं हैं।
आपके लिए एक अच्छी ख़बर है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के चलते अब गन्ना किसानों को फसलों पर होने वाले नुक्सान के लिए अब मुआवजा मिलेगा। चलिए इस लेख की मदद से जानते हैं कि आपको कितना मुआवजा मिल सकता है और आप किस तरह इसके लिए आवेदन कर सकतें है।
आखिर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्या है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक प्रमुख कृषि बीमा योजना है जो किसान को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों के हमले और फसलों बीमारियों के कारण होने वाले नुकसानों के लिए बीमा कवरेज और वित्तीय सहायता करती है। यह योजना ना केवल किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए बल्कि आधुनिक और नवीन कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए भी बनाई गई है।
यह योजना भारत वर्ष के किसानों के लिए लागू होती है । यह योजना सरकार द्वारा चुने गए बहु-एजेंसी ढांचे के माध्यम से लागु की जाती है। इस ढांचे में बीमा कंपनियाँ कृषि, सहयोग एवं किसान कल्याण (डीएसी एंड एफडब्ल्यू), कृषि एवं कृषि मंत्रालय किसान कल्याण, भारत सरकार (GOI) और संबंधित राज्य की अन्य जैसे वाणिज्यिक बैंक, सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और उनके नियामक निकाय आदि शामिल होते है।
हरियाणा के गन्ना किसानों के लिए राहत की ख़बर
चूँकि अभी हरियाणा के कृषि इलाके बारिश और बाढ़ की मार को झेला है, हरियाणा सरकार ने इस योजना के तहत गन्ना किसानो को मुआवजा देने की घोषणा की है। बाढ़ से गन्ना किसानों को इस राज्य में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यह हरियाणा राज्य में अब तक की तबाही मचाने वाली बाढ़ है।
हरियाणा राज्य के उप मुख्यमंत्री, श्री दुष्यंत चौटाला जी, ने किसानों को फसल मुआवजा देने का ऐलान किया है। उपमुख्यमंत्री जी ने हरियाणा के गन्ना किसानों को यह आश्वासन दिया है कि उनको हिम्मत हारने की ज़रूरत नहीं हैं। जिन भी किसानो की फसलें बर्बाद हुई हैं, सरकार उनको मुआवजा देगी।
tg_quick_links
गन्ना किसानों को कितना मुआवजा मिलेगा ?
इस बीमा योजना के चलते किसानों को 12,500 रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाएगा अगर उनकी 75% तक फसल नष्ट हो गयी है तो। इसके साथ-साथ, अगर किसानों ने अलग से भी फसल बीमा करवाया हुआ है तो उसके आधार पर भी उनको निर्धारित प्रतिशत का मुआवजा मिलगा।
बीमा कंपनी के अधिकारी आपकी फसल के नुकसान प्रतिशत का मुआयाना करेंगे और उसके आधार पर एक रिपोर्ट बनाएंगे। इस रिपोर्ट के जमा होने के कुछ ही दिनों के बाद किसानों के हक़ का मुआवजा उनको मिल जायेगा।
कैसे करें आवेदन
इस मुआवज़े के आवेदन करने से पहले आपके लिए यह जान लेना ज़रूरी है कि किसानो को मुआवज़े के लिए कटाई से 14 दिन पहले और 72 घंटे के भीतर ही बीमा कंपनियों को सूचित करना होगा।
आवेदन करने के लिए:
-
आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट यानि www.pmfby.gov.in पर जाना होगा। यहाँ पर अपना खाता बनाए और इस योजना के लिए आवदेन डालें।
-
आवेदन के लिए माँगे गए आवश्यक दस्तावेज के रूप में आपको अपना पासपोर्ट साइज फोटो, खेत का खसरा नंबर, किसान का निवास प्रमाण पत्र, और आधार कार्ड को जमा करवाना होगा।
-
अगर आप ऑनलाइन आवेदन करने में सक्षम नहीं हैं तो आप अपने किसी भी नजदीकी सीएससी सेंटर पर भी जा कर इस योजना के लिए आवेदन कर सकते है। ।
-
हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली अन्य मदद और योजनाओं के बारें जानने के लिए आप www.agriharana.gov.in पर विजिट करते रहें।
नुकसान का अब मिलेगा हर्जाना
हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है और यहाँ के किसान भारत और विश्व की कुल आबादी के एक बड़े हिस्से का पालन पोषण करते है। इस साल बाढ़ और बारिश ने किसानों की हौसलें पस्त करने चाहे पर हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के चलते मुआवज़े की घोषणा की करके उनकी हिम्मत बढ़ाई है।
हम इस कदम के सरहाना करते है। कृषि जगत की ऐसी बहुत सी बातें हैं जो किसानों के हित में है और उनको सबसे पहले जानने का एक सही तरीका ट्रैक्टरज्ञान से जुडें रहना है। आप हमसे जुड़े रहिए और हम आपके लिए सही खबरें सबसे पहले लातें रहेंगे।
Category
Read More Blogs
आयशर ट्रैक्टर आयशर 280 प्लस 4WD मिनी ट्रैक्टर की लॉन्च के साथ मिनी ट्रैक्टर बाजार में अपनी पकड़ और मजबूत कर रहा है। यह ट्रैक्टर प्रदर्शन, सेवा, सुविधाओं और उपयोगिता में "प्लस फैक्टर" का वादा करता है। इसीलिए इसकी टैगलाइन रखी गयी...
TMA or The Tractor and Mechanization Association is a non-profit organization that is driving agricultural development in India. It has been operational for 40 years and is playing a highly active role in shaping the bright future of farming. The associate launched...
हर एक कंपनी को सफलता के चरम को छूने के लिए दिन रात एक कर देने पड़ते है। सफलता उन्ही लोगो के कदमो को चूमती है जो मुश्किल वक्त में भी उम्मीदें और प्रयासों को नहीं छोड़ते। आज हम आपको ऐसी एक...
Write Your Comment About गन्ना किसानों को बारिश और बाढ़ में हुए फसल नुकसान पर मिलेगा भारी मुआवजा, इस तरह करें आवेदन
.webp&w=1920&q=75)
Top searching blogs about Tractors and Agriculture
03 Jul 2025
03 Jul 2025
03 Jul 2025
03 Jul 2025
03 Jul 2025
03 Jul 2025
03 Jul 2025
03 Jul 2025
04 Jul 2025
03 Jul 2025
31 Dec 2024
03 Jul 2025
03 Jul 2025
03 Jul 2025