गेहूं की खेती के लिए बेहतरीन मशीन: जुताई से बुवाई तक करेगी पूरा काम आसान
टेबल ऑफ कंटेंट
खेती अब पहले जैसी नहीं रही!अगर आप भी गेहूं की खेती को आसान और मुनाफेदार बनाना चाहते हैं, तो आपको एक ऐसी मशीन के बारे में जरूर जानना चाहिए जोकि किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है। यह शानदार मशीन एक साथ कई काम करती है, जैसे कि जुताई, पराली प्रबंधन (वेस्ट मैनेजमेंट) और बुवाई, सब कुछ एक ही मशीन से! आइए जानते हैं, आखिर इस मशीन की खासियत क्या है और यह आपकी खेती में कैसे क्रांति ला सकती है।
जानें, कौनसी है यह आधुनिक मशीन, क्या है इसकी खासियत व कीमत
तो दोस्तों, जिस मशीन के बारे में हम बात कर रहे थे वो है - सुपर सीडर मशीन। सुपर सीडर एक आधुनिक खेती उपकरण है जो गेहूं की खेती को बेहद आसान बना देता है। इसे खास तौर पर उन किसानों के लिए डिजाइन किया गया है जो समय और लागत दोनों बचाना चाहते हैं।
इस मशीन की खासियत यह है कि यह पुराने फसल अवशेष (पराली) को मिट्टी में मिलाकर नई फसल की बुवाई करती है।
एक साथ तीन काम करने वाली मशीन
सुपर सीडर में रोटावेटर ब्लेड लगे होते हैं, जो मिट्टी को बारीकी से पलटकर तैयार करते हैं। वहीं, इसका सीड ड्रिल सिस्टम बीजों को समान गहराई पर बो देता है। इससे न केवल समय की बचत होती है, बल्कि ईंधन की लागत भी काफी कम हो जाती है। किसानों का कहना है कि जहाँ पहले बुवाई में दो दिन लगते थे, अब वही काम कुछ ही घंटों में पूरा हो जाता है।
सुपर सीडर से पराली प्रबंधन
हर साल पराली जलाने की समस्या से किसान और पर्यावरण दोनों परेशान रहते हैं। लेकिन सुपर सीडर इस समस्या का एक स्मार्ट सॉल्यूशन है। यह मशीन पराली को जलाने की बजाय उसे मिट्टी में ही मिला देती है। इससे मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन बढ़ता है, जिससे भूमि की उर्वरता बनी रहती है। साथ ही वायु प्रदूषण से भी राहत मिलती है। यानी यह मशीन पर्यावरण के अनुकूल भी है।
सुपर सीडर से मिट्टी कैसे तैयार करें
सुपर सीडर से मिट्टी तैयार करना आसान और प्रभावी तरीका है। यह मशीन पहले खेत में पड़ी पराली को काटकर मिट्टी में मिला देती है, जिससे जैविक खाद बनती है। जिससे मिट्टी उपजाऊ और नमी युक्त रहती है।
सुपर सीडर मशीन से कैसे होती है गेहूं की बुवाई
सुपर सीडर मशीन के पीछे लगे रोटावेटर ब्लेड पहले मिट्टी और पराली को मिलाते हैं, फिर पीछे लगे सीड ड्रिल पाइप्स बीज और उर्वरक को निर्धारित गहराई पर डालते हैं। इससे बीज अच्छी तरह से मिट्टी में बैठ जाते हैं, जिससे अंकुरण तेज़ और समान रूप से होता है। साथ ही मिट्टी की नमी बनी रहती है, जो गेहूं के शुरुआती विकास के लिए जरूरी है।
सुपर सीडर मशीन से गेहूं की बुवाई के क्या फायदे
सुपर सीडर मशीन के उपयोग से किसानों को कई फायदे मिलते हैं:
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समय की बचत: एक बार में तीन काम।
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लागत में कमी: मजदूरी और ईंधन दोनों की बचत।
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बेहतर अंकुरण: बीज समान गहराई पर बोए जाते हैं।
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मिट्टी की उर्वरता बरकरार: पराली मिट्टी में मिलकर ऑर्गेनिक खाद बनती है।
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पर्यावरण के अनुकूल: पराली जलाने की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे कॉर्बन एमिशन कम होता है।
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क्या है सुपरसीडर मशीन की कीमत
सुपर सीडर मशीन की कीमत ₹85,000* से ₹3,15,300* लाख के बीच होती है, जो इसके मॉडल, कंपनी (दशमेश, महिंद्रा, एग्रीजोन, आदि) और फीचर्स पर निर्भर करती है। कई राज्य सरकारें इस पर सब्सिडी भी देती हैं, जिससे किसान इसे और कम कीमत में खरीद सकते हैं।
सुपर सीडर मशीन के लिए कितने एचपी का ट्रैक्टर रहता है उपयुक्त
आमतौर पर सुपर सीडर को चलाने के लिए 25 से 55 एचपी तक के ट्रैक्टर की जरूरत होती है। हालांकि कुछ बड़े मॉडल जैसे कि 60-65 एचपी ट्रैक्टर के साथ भी उपयोग किए जा सकते हैं।
निष्कर्ष
खेती में टेक्नोलॉजी का उपयोग अब सिर्फ पैसों का शोऑफ नहीं बल्कि हर किसान की जरूरत बन गया है। सुपर सीडर मशीन न सिर्फ किसानों की मेहनत और समय बचाती है, बल्कि पर्यावरण और मिट्टी के लिए भी फायदेमंद है। अगर आप गेहूं की खेती को स्मार्ट और टिकाऊ बनाना चाहते हैं, तो अब वक्त है सुपर सीडर अपनाने का! “क्योंकि जब तकनीक आएगी खेत में, तभी मुस्कान लौटेगी किसान के चेहरों पे!”
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