अब गेहूं की कटाई में मजदूरों की जरूरत नहीं पड़ेगी, जानें रीपर बाइंडर मशीन से होगा कितना मुनाफा।
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सब्सिडी पर खरीदो मशीन, हजारों रुपए की बचत होगी।
कृषि के मशीनीकरण का महत्व सभी समझते है, हम जानते है एक मशीन का उपयोग किसानों का काम आसान तो बनाता है, पर कृषि मशीनों के उपयोग से किसानों को मुनाफा भी होता है।
जब फसल की कटाई का समय आता है तो किसानों को बहुत काम करना होता है, कटाई और उपज को बेचने तक की पूरी व्यवस्था में उन्हें मजदूरों की जरूरत पड़ती है।
लेकिन अगर आप को ऐसी मशीन मिले जिसके उपयोग से फसल की कटाई भी की जा सके और उसके गट्टे भी बन के तैयार हो जाए, तो इससे ना केवल मजदूरों की जरूरत कम होगी पर साथ ही आपका समय भी बचेगा।
हम यह बात कर रहे रीपर बाइंडर मशीन की जिसके उपयोग से गेहूं की कटाई बिल्कुल आसान बन जाती है, हम आपको इसके प्रकार, कीमत और सब्सिडी की पूरी जानकारी दे रहे है।
कैसे करता है रीपर बाइंडर काम?
रीपर बाइंडर मशीन का उपयोग किसान गेहूं की फसल काटने के लिए करते है। मशीन को ऐसे बनाया जाता है कि यह पौधे को जमीन के 5 सेंटी मीटर ऊपर से काट देता है और उनका पूला बांधकर छोड़ देता है, हर पूले का वजन 4.5 से 6 किलोग्राम होता है।
यह मशीन हार्वेस्टर से बढ़िया क्योंकि हार्वेस्टर पौधे को 30 सेंटी मीटर ऊपर से ही काट देता है, और कटाई के बाद फसल का ठूठ वहीं खड़ा रह जाता है जिसे ज्यादातर किसान जला देते है। इससे दो नुकसान होते है, पहले तो जानवरों के लिए भूसा नहीं मिलता और दूसरा फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है साथ ही भूमि की उर्वरता कम होती है।
दो तरह की होती हैं रीपर बाइंडर मशीन:-
यह मशीन दो प्रकार कि होती है, एक 4 व्हीलर जिसे चालक खुद इस पर बैठ कर चलाता है, इस मोड़ता है। इस मशीन से एक घंटे में 0.4 हेक्टेयर की कटाई की जाती है, जिसके लिए यह प्रति घंटे करीब 1.2 लीटर डीजल की खपत करता है।
दूसरी प्रकार की रीपर बाइंडर मशीन को आप ट्रैक्टर के साथ जोड़ कर चलाते है, काम यह भी यही करती है। इस ट्रैक्टर मांउटेड रीपर बाइंडर को आप 35 एचपी से ऊपर के किसी भी ट्रैक्टर से चला सकते है, अगर ट्रैक्टर की पीटीओ स्पीड 540 आरपीएम हो।
क्या है कीमत और कितनी मिलती है सब्सिडी?
आपको पता होगा कि कटाई के लिए मजदूर की कमी भी रहती है और खर्चा करीब 3,000 रुपए प्रति एकड़ तक जाता है। वहीं प्रति डीज़ल का खर्चा 100 रुपए आता है, अगर इसके रखरखाव और कीमत से अंदाज़ा लगाए तो प्रति एकड़ इससे आपकी कम से कम 1,750 रुपए की अनुमानित बचत होती है।
समय और धन की बचत अगर इस मशीन से होती है तो जाहिर है ये थोड़ा महंगा पड़ता है, पर आपका मुनाफा तब निश्चित हो जाता है जब इस पर सब्सिडी मिलती है। 4 व्हील रीपर बाइंडर की कीमत 4 लाख से ऊपर जाती है, पर आप अगर इसपर सरकारी सब्सिडी योजना की व्यवस्था करोगे तो आराम से यह मशीन 2 लाख रुपए तक की कीमत में भी आपको मिल जाएगी। ट्रैक्टर मांउटेड रीपर बाइंडर तो और फायदेमंद है, इसकी कीमत 2.5 लाख तक होती है और सब्सिडी के बाद केवल 1 से 1.5 लाख रुपए। तो अब आप यह तय कर लीजिए इस रीपर बाइंडर से आपको कितना मुनाफा होगा।
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