26 Oct, 2020
आज के दौर में हमें हर चीज खरीदते वक्त मिलावट का ध्यान रखना होता है, मिलावटी सामान की पहचान कैसे करें यह एक बड़ी समस्या रहती है। लेकिन अगर ये मिलावट उर्वरकों में कि जाएं तो किसानों के लिए समस्या बहुत गंभीर बन जाती है। किसान जानते है खेती में सबसे ज्यादा निवेश उर्वरकों के लिए ही करना पड़ता है और इनकी उपयोगिता भी बहुत है क्योंकि इनसे फसल की पैदावार 50% तक भी बढ़ने की संभावना होती है।
इसलिए जब उर्वरकों में मिलावट की जाती है तो उससे पैदावार भी कम होती है, किसानों को ज्यादा मात्रा में उर्वरक खरीदना पड़ता है और साथ में मिट्टी को नुकसान होता है।
इस प्रकार के नुकसान से बचने का एक तरीका है कि किसान उर्वरकों को खरीदते वक्त उनकी जांच कर लें। हम यहां आपको कुछ प्रमुख उर्वरकों कि जांच की विधि बता रहें हैं:-
डाई अमोनियम फास्फेट (डीएपी):-
यह एक महत्वपूर्ण उर्वरक है जिसकी जांच करने के लिए आप इसका 1 ग्राम का नमूना लें।
इसे 5 मिली डिस्टिल वॉटर और 1 मिली नाइट्रिक एसिड (अम्ल) में मिलाएं और इसे हिलाएं, यदि यह पूरी तरह घुल जो तो ठीक है, यदि कुछ पदार्थ कण नहीं घुलते तो वो जरूर मिलावटी पदार्थ है।
इसके अलावा एक बहुत ही सरल तरीका है जांच का, आप डीएपी के दानों को जब जूते से मस्लेंगे तो वो आसानी से नहीं पिसेगा जबकि मिलावटी दाना आसानी से पिस जाता है।
जिंक सल्फेट:-
गेहूं और धान की फसल में उपयोग किया जाने वाला उर्वरक जिंक सल्फेट है। जिंक सल्फेट में मैंग्नीशियम सल्फेट प्रमुख मिलावटी रसायन है।
डी०ए०पी० के घोल में जिंक सल्फेट के घोल को मिलाने पर थक्केदार घना अवक्षेप बन जाता है। मैग्नेशियम सल्फेट के साथ ऐसा नहीं होता। जिंक सल्फेट के घोल में पतला कास्टिक का घोल मिलाने पर सफेद, मटमैला मांड़ जैसा अवक्षेप बनता है, जिसमें गाढ़ा कास्टिक का घोल मिलाने पर अवक्षेप पूर्णतयॉ घुल जाता है। यदि जिंक सल्फेट की जगह पर मैंग्नीशियम सल्फेट है तो अवक्षेप नहीं घुलेगा।
यूरिया:-
यूरिया सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाने वाला खाद है, इसमें सामान्य नमक और म्यूरेट ऑफ पोटाश जैसे पदार्थो से मिलावट की जाती है। हर वर्ष इसकी बाज़ार में कमी आती है और ऐसे दुकानदार मिलावटी और खटिया यूरिया बेचता है जिसकी जांच जरूरी है।
आप इसके लिए 1 ग्राम यूरिया का सैंपल ले और हथेली में थोड़ा पानी लें, पानी को 2 मिन हथेली में रखने के बाद उसमें यूरिया के 10 - 15 दाने मिलाएं, यदि उसमें सफेद अवक्षेप आता है तो यूरिया मिलावटी है।
सफेद चमकदार, लगभग समान आकार के गोल दाने जो पानी में पूर्णतया घुल जाए तथा उस घोल छूने पर शीतल अनुभूति का होना शुद्ध यूरिया के गुण हैं। इसके बाद शुद्ध यूरिया गर्म तवे पर रखने से पिघल जाता है और आंच तेज करने पर कोई अवशेष नहीं बचता।
पोटाश खाद:-
इस उर्वरक को आप खरीदोगे तो आपको सफेद कणाकार, पिसे नमक तथा लाल मिर्च जैसा मिश्रण मिश्रण मिलेगा। शुद्ध कण नम करने पर आपस में चिपकते नहीं और पानी में घोलने पर खाद का लाल भाग पानी में ऊपर तैरता है। अगर ऐसा ना हो तो खाद में मिलावट की संभावना होती है।
तो यह थी प्रमुख कृषि उर्वरकों की जांच की कुछ प्रमुख विधियां,
अधिक जानकारी के लिए आप यूपी सरकार की इस वेबसाइट पर जरूर जाएं- upagripardarshi
इसके आलावा भी अगर आप कोई उर्वरक खरीदते है तो उसकी शुद्धता के प्रति पूरी तरह जागरूक रहें।
इसी तरह की कृषि व ट्रैक्टर संबंधी अन्य जानकारियां भी आपको ट्रैक्टर ज्ञान पर मिल जाएंगी, तो जुड़े रहें TractorGyan के साथ।
Read More
![]() |
Top 7 Massey Ferguson tractors in India 2021! |
![]() |
Top 5 Mahindra tractors in India 2021! |
![]() |
Top 12 Rotavator in India 2021! |
Read More
पॉवर ट्रैक यूरो 50 पावरहाउस : 2000 कि.ग्रा वजन उठाने की क्षमता वाला दमदार ट्रैक्टर
पॉवरट्रैक भारत में भरोसेमंद ब्रांडों में से एक है। पॉवरट्रैक एस्कॉर्ट समूह का ट्रैक्टर हैं। पॉव...
DBT Agriculture Registration, Schemes and Benefits in 2023
It’s time for farmers to avail benefits from the DBT agriculture scheme. Let's uncover its...
Retail Tractor sales increase by 13.96% YoY in February 2023, shows FADA Research
FADA has released its Monthly tractor sales report, which shows growth in the sales of tractor...