09 Nov, 2020
किसान को सबसे ज्यादा नुकसान मौसम की मार का ही उठाना पड़ता है, अब सर्दी का मौसम आ रहा है और किसानों ने रबी की फसलों की बुआई कर दी है। सर्दियों में फसल को सबसे ज्यादा खतरा पाले या शीतलहर का होता है, जिससे फसल की उत्पादकता बड़े स्तर पर गिर जाती है।
जहां गेहूं की फसल को 10 से 20 प्रतिशत का नुकसान होता है, वहीं गन्ने में 50%, अरहर में 70% और धना, चना, सरसों व अन्य सब्जियों व फलों की फसल पाले के कारण 80 से 90% तक चौपट हो जाती है।
पाले से प्रभावित पौधे झुलसे नजर आते है, उनके बीज गिर जाते है और आगे बीज नहीं आते, इस प्रकार आपकी फसल की उत्पादकता कम हो जाती है।
आपको बता दें पाला रात के समय पड़ता है जब तापमान बहुत ज्यादा गिर जाता है। आपको बता दें अगर शीत लहर के साथ हवा चल रही हो तो पाला नहीं पड़ता, पर आसमान साफ रहें हवा रुक जाए तो इसकी संभावना रहती है।
आपको पाला पड़ने की थोड़ी जानकारी मौसम विभाग के द्वारा पहले ही मिल जाती है। लेकिन जब दिन हवा रुक जाए और ज्यादा ठंड पड़े तो आप भी रात के समय अंदाज़ा लगा सकते है।
अगर आपको पाला पड़ने की आशंका है तो आप ये बेहतरीन उपाय आजमा कर अपनी फसल पर इसका प्रभाव कम कर सकते है:-
आग जलाकर तापमान बड़ाए:-
जिस रात को आपको पाला पड़ने की आशंका हो उस रात 12 से 2 बजे के बीच हवा की दिशा में खेतों के किनारे कुटा कचरा भेला कर उसे जला धुआ करें। सुविधा अनुसार मेड पर 10 से 20 फीट के अंतर पर कूड़े करकट और तेल से आग लगाकर धुआं करें। इस उपाय से वातावरण में पर्याप्त गर्मी हो जाती है, इस तरह तापमान करीब 4° सेल्सियस तक बढ़ाया जा सकता है।
सिंचाई करें:-
पाला पड़ने की स्तिथि में खेत में सिंचाई अवश्य करें, इससे मिट्टी में नमी पैदा होती है। आपको बता दें नमी युक्त जमीन तापमान एक दम से कम नहीं होता और लंबे समय तक गर्मी बरकरार रहती है। वैज्ञानिकों के अनुसार सिंचाई करने से तापमान 0.5 से 2 डिग्री सेल्सियस तक ऊंचा रहता है।
गंधक के तेजाब का इस्तेमाल करें:-
जिन दिनों पाला पड़ने की संभावना हो आप गंधक के तेजाब का घोल बनाकर खेत में छिड़काव करें। घोल के लिए एक 1000 लीटर पानी में एक लीटर गंधक के तेजाब मिलाना होता है, इसे आप एक हेक्टेयर जमीन पर स्प्रेयर की मदद से छिड़क सकते हैं। अच्छे से पौधों पर छिड़काव करने से 2 सप्ताह तक पाले का प्रभाव नहीं पड़ता है, इसके साथ ही पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है। इस उपाय को हर 15 दिन में अपनाएंगे तो इस बार आप अपनी चने, धने, मटर, सरसों और गेहूं की फसल को पाले से बचा सकते हैं।
सीमित क्षेत्र की फसलों को ढककर रखें:-
अगर आप सब्जी या नर्सरी आदि के पौधों को पाले से बचाना चाहते हैं, तो आप सीधे तौर पर फसल को टाट, पॉलीथीन व भूसे से ढक सकते हैं। इसके अलावा ठंडी हवा की दिशा में आप हवा को रोकने का कोई इंतजाम कर सकते हैं। जब भी पाला पड़े आप वायु रोधी टटियो का उपयोग अवश्य करें।
खेत में लगाएं पेड़:-
पाला से बचाव का एक उत्तम पर दीर्घकालीन उपाय है खेत में बीच बीच में पेड़ लगान। पेड़ लगाने के अन्य भी कई फायदे है जो आप जानते ही होंगे पर मेड़ों पर पेड़ लगाने से आप पाले से लंबे समय तक अपनी फसलों को बचा सकते हैं।
यह थे पाले से रबी फसलों को बचाने के प्रमुख उपाय, आपको TractorGyan इसी तरह की अन्य लाभदायक जानकारियां समय समय पर मिलती रहेंगी, तो देखते रहें ट्रैक्टर व किसानी की बिल्कुल सही जानकारियां सिर्फ TractorGyan पर।
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