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कमाल की मशीन है गन्ना हार्वेस्टर, एक घंटे में होगी 15 टन गन्ने की कटाई।

कमाल की मशीन है गन्ना हार्वेस्टर, एक घंटे में होगी 15 टन गन्ने की कटाई। image
By Team Tractor Gyan
30 Apr, 2024
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आज हम आपको गन्ना हार्वेस्टर के बारे में बताने जा रहे हैं पर पहले हम गन्ने की खेती से जूडी कुछ बाते जान लेते है गन्ना भारत में उगने वाली एक मुख्य फसल है और भारत के आर्थिक विकास में भी एक अहम् भूमिका निभाती है। साल 2022 में, भारत का गन्ना उत्पादन 439 मिलियन टन था। साल 2017-2018 में भारत का गन्ना उत्पादन 379.90 मिलियन टन से बढ़कर 2022 -2023 में 494.22 मिलियन टन हो गया। आज, भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा गन्ना उत्पादनकर्ता है। 

भारत के किसान जानतें हैं कि अगर वो गन्ने की खेती करेंगें तो उनकी फसल की देश और विदेश के बाज़ारों में अच्छी माँग बनी रहेगी। पर गन्ने की खेती करना एक थका देने वाला काम है और इसको आसान बनाता है गन्ना हार्वेस्टर या गन्ना काटने वाली मशीन। यह सिर्फ एक मशीन नहीं है बल्कि यह है किसानों की क्षमता को बढ़ाने का एक कारगार तरीका। तो चलिए आज हम गन्ना हार्वेस्टर मशीन के बारें में अच्छे से जानते हैं और समझतें हैं कि किस तरह एक सही गन्ना हार्वेस्टर से घंटों का काम मिनटों में निपट सकता है। 

गन्ना हार्वेस्टर से पहले गन्ना कटाई का विकास

इतिहास के हिसाब से, गन्ने की खेती लगभग 8,000 से 10,000 साल पहले न्यू गिनी में शुरू हुई थी और धीरे-धीरे एशिया, कैरेबियन, दक्षिण अमेरिका और प्रशांत द्वीप देशों सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल गई। उस समय किसानों के पास कोई भी आधुनिक उपकरण नहीं थे और गन्ने की बुआई और कटाई हाथ से की जाती थी। हाथ से गन्ने की फसल की कटाई के लिए एक घुमावदार ब्लेड वाले चाकू या हसिया का इस्तेमाल किया जाता था। पर जैसे-जैसे गन्ने की माँग बढ़ती रही , हाथ से गन्ने की खेती करना किसानों के लिए मुश्किल होता गया और 18वीं शताब्दी में गन्ने की खेती का आधुनिकीकरण शुरू हो गया। 

गन्ना हार्वेस्टर का जन्म

गन्ना हार्वेस्टर

गन्ने की कटाई से जुड़ा सबसे बड़ा आविष्कार था गन्ना हार्वेस्टर का आविष्कार जिसको साल 1938 में, एलन रैमसे वुर्टेल ने किया था। उन्होंने वुर्टेल गन्ना हार्वेस्टर का आविष्कार किया और गन्ने की कटाई करने के तरीके को बिलकुल ही बदल दिया।

गन्ना काटने वाली मशीन की मदद से किसान गन्ने की फसल की कटाई कर सकतें थे और कटी हुई फसल को ट्रेलर में डाल सकतें थे। गन्ना हार्वेस्टर से किसानों की दक्षता बढ़ गयी और वो कम समय में अधिक खेती कर सकते थे। इसके बाद 20वीं सदी के मध्य तक किसानों के पास पूरे डंठल वाले गन्ने हार्वेस्टर थे जिसकी मदद से पत्तियों और शीर्षों सहित पूरे गन्ने के पौधे को कटाना संभव था। इस गन्ना हार्वेस्टर को भी ट्रैक्टर के साथ जोड़ा जा सकता था और गन्ने की फसल को आसानी से बाज़ारों और मिलो तक पहुँचाया जा सकता था।

गन्ना कटाई मशीन कैसे काम करती है?

गन्ना हार्वेस्टर या गन्ना कटाई मशीन जिसको गन्ने के पौधे को ज़मीन से काटने और फिर गन्ने के डंठल को पत्तियों और मलबे से अलग करने के लिए इस्तेमल किया जाता है। इस काम को करने के लिए गन्ना हार्वेस्टर मशीन में कईं ज़रूरी हिस्से होते है।

  • गैदरिंग मैकेनिज्म -  गन्ना काटने वाली मशीन में फिटिंग रोलर्स और कटाई ब्लेड्स होते है और इसमें गन्ने की फसलों को इकठ्ठा किया जाता है। इसमें आम तौर पर रोलर की एक श्रृंखला होती है जो एक फ्रेम पर लगाई जाती है। इन रोलर्स का कामडंठलों को पकड़ने और उन्हें चॉपर में डालना होता है। रोलर्स को एक फ्रेम पर लगाया जाता है जिसको किसान अपनी ज़रूरत के हिसाब से एडजस्ट कर सकते है। 

  • क्रॉप डिवाइडर - गन्ना हार्वेस्टर में यह गैदरिंग मैकेनिज्म के पीछे स्थित होते है और बेस कटर के लिए गन्ने के डंठल को पंक्तियों में विभाजित करने के लिए जिम्मेदार होता है।

  • बेस कटर - बेस कटर में मौजूद ब्लेड्स की मदद से गन्ने की निचलें हिस्से को काट कर अलग किया जाता है।

  • फीड कन्वेयर - गन्ना हार्वेस्टर  की मदद से कटी हुई गन्ने की फसल को मशीन के अंदर डाला जाता है।

  • चॉपर रोलर्स - चॉपर रोलर्स हिस्से का मुख्य काम गन्ने के डंठल से पत्तियों और मलबे को अलग करना है।

  • क्लीनिंग सिस्टम - एयर ब्लोअर की मदद से फसल में से सुखी पत्तियों और बेकार हिस्से को अलग किया जाता है।

  • एलीवेटर - साफ़ की गयी गन्ने की फसल को एलीवेटर की मदद से दूसरे ट्रैक्टर या भंडारण टैंक्स में डाला जाता है। 

तो यह था गन्ना हार्वेस्टर या गन्ना काटने वाली मशीन के काम करने का आम तरीका और उसके कुछ मुख्य हिस्से। मॉडल्स के आधार पर एक गन्ना हार्वेस्टर में कुछ और हिस्से हो सकते है और उसकी कार्यक्षमता में थोड़ा अंतर भी हो सकता है। 

मैन्युअल कटाई के मुकाबले गन्ना हार्वेस्टर के फायदे

एक गन्ना हार्वेस्टर मैनुअल हार्वेस्टिंग के मुकाबले कईं प्रकार से लाभकारी है। इसके उपयोग से:

  • किसान अपनी दक्षता को बढ़ा सकते है: क्योंकि एक गन्ना हार्वेस्टर एक बड़ी मात्रा में फसल की कटाई और सफाई कर सकता है इसके इस्तेमाल से मैन्युअल कटाई की तुलना में किसान अधिक दक्ष हो जाते है।

  • किसान कम लागत में गन्ने की खेती कर सकते है: हालाँकि गन्ना हार्वेस्टर मशीन में किसानों को अच्छा खासा प्रारंभिक निवेश करना पड़ता है पर अगर आप एक बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती करने वाले किसान है| तो इसके इस्तेमाल से आप लंबे समय में श्रम लागत को कम कर सकते है। मैनुअल हार्वेस्टिंग के लिए आपको लोगो और उनके लिए उपकरणों पर निवेश करना पड़ता है। इसके साथ-साथ, आपको उनकी सुरक्षा और सुविधा का भी ध्यान रखना पड़ता है। इन सभी बातों को देख कर गन्ना हार्वेस्टर का इस्तेमाल मैनुअल हार्वेस्टिंग के मुकाबले सस्ता हो जाता है।

  • किसान अपनी फसल की गुणवत्ता बढ़ा सकते है: गन्ना हार्वेस्टर में क्लीनिंग सिस्टम, क्रॉप डिवाइडर, और चॉपर जैसे कईं हिस्से होते है जो आधुनिक तकनिकी से काम करते है और समान दक्षता के साथ परिपक्व और अपरिपक्व गन्ने की कटाई कर सकते है। इससे फसल की अच्छे से सफाई हो जाती है और फसल की गुणवत्ता बढ़ जाती है।

  • किसान पर्यावरण को कम नुक्सान पहुँचा सकते है: मैनुअल हार्वेस्टिंग में बचे हुए मलबे को जलाना एक आम बात है जिसकी वजह से पर्यावरण को बहुत नुक्सान होता है। गन्ना हार्वेस्टर में ऐसा कुछ नहीं होता है। 

गन्ना काटने वाली मशीन की कीमत

गन्ना हार्वेस्टर की कीमत अलग-अलग ब्रांड की अलग-अलग हो सकती है। आमतोर पर गन्ना काटने वाली मशीन की कीमत 8 लाख* से शुरू होती है।

मैन्युअल कटाई और गन्ना कटाई मशीन के बीच अंतर

गन्ने की मैन्युअल कटाई और गन्ना हार्वेस्टर कईं स्तर पर अलग -अलग हैं और अगर आप इन दोनों के अंतरो को अच्छे से समझाना चाहते है तो हम आपकी मदद करेंगे। 

गन्ने की मैन्युअल कटाई  गन्ना हार्वेस्टर से कटाई 
गन्ने की मैन्युअल कटाई एक बहुत ही धीमी प्रक्रिया है। अंदाजन एक हेक्टेयर जमीन पर गन्ने की कटाई के लिए 850-1000 घंटे तक लग जाते है। एक गन्ना हार्वेस्टर उच्च दक्षता वाली मशीन है। इसमें एक इंजन लगा होता है जो 2000 आरपीएम तक काम कर सकता है। इस मशीन की उच्च दक्षता के कारण किसान एक घंटे में 15 टन तक की फसल की कटाई कर सकते है।
गन्ने की मैन्युअल कटाई  के लिए किसानों को अलग उपकरणों जैसे छुरी या हासिया की ज़रूरत होती है। क्योंकि एक गन्ना हार्वेस्टर में चॉपर, ब्लेड्स, फीडिंग मैकेनिज्म, रोलर्स, और भी बहुत हिस्से होते है , किसानों को और किसी उपकरण को खरीदने की ज़रूरत नहीं पड़ती।
इसको शुरू में इस्तेमाल करना आसान और सस्ता होता है।  इसका शुरूआती इस्तेमाल थोड़ा महँगा हो सकता हैं पर लम्बे समय में यह गन्ने की कटाई को सस्ता बना देता है। 
गन्ने की मैन्युअल कटाई से पर्यावरण को ख़तरा है क्योंकि फसल के अवशेष को जलाया जाता है।  गन्ना काटने वाली मशीन के उपयोग से पर्यावरण को कोई ख़तरा नही है क्योंकि फसल के अवशेष को जलाया नहीं जाता है बल्कि उसका सही इस्तेमाल किया जाता है।
इसकी मदद से चयनात्मक कटाई मुमकिन है। किसान चुन सकतें हैं कि किस पौधे को अभी काटना है और किस को बढ़ने के लिए छोड़ना है।  इसकी मदद से चयनात्मक कटाई मुमकिन नहीं है। किसानों के पास चुनाव का कोई विकल्प नहीं होता है।

गन्ना हार्वेस्टर को इस्तेमाल में आने वाली चुनौतियाँ और उनका समाधान

हालाँकि गन्ना हार्वेस्टर को इस्तेमाल करना एक किसान के लिए हर लिहाज से फायदेमंद ही है पर इसको इस्तेमाल में लाना इतना आसान भी नहीं है। किसानों को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। ये चुनौतियाँ है:

  • इसमें लगने वाली उच्च पूंजीगत लागत। एक गन्ना हार्वेस्टर को खरीदने के लिए किसानों को शुरू में अच्छा खासा निवेश करना पड़ता हैं और हर किसान के पास इतनी धन राशि नहीं होती। इसका आसान समाधान है सरकार की तरफ से मिलने वाली गन्ना हार्वेस्टर पर सब्सिडी। भारत सरकार समय-समय पर कृषि उपकरणों को खरीदने के लिए किसानों को सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध करवाती है। इसके साथ किसानों के लिए कम ब्याज दर पर लोन भी उपलब्ध है। 

  • गन्ना काटने वाली मशीन को ठीक से इस्तेमाल में लाने के लिए कुशल श्रम और ट्रेनिंग की ज़रूरत होती है। किसानों को पहले समझना होगा की इस मशीन को किस तरह इस्तेमाल में लाया जाए। इस समस्या का आसान तरीका है एक ट्रेनिंग लेना। 

  • कुशल रखरखाव की आवश्यकता। अगर किसान ठीक से गन्ना हार्वेस्टर को इस्तेमाल में नहीं लातें हैं तो इससे इस मशीन की क्षमता पर असर पड़ता है। इस समस्या से निपटने के लिए यह ज़रूरी है कि किसान समय-समय पर गन्ना हार्वेस्टर की सर्विसिंग करवाएं। 

तो क्या आप तैयार हैं एक गन्ना हार्वेस्टर के लिए?

गन्ना हार्वेस्टर गन्ने की खेती करने वाले किसानों के लिए अपनी दक्षता और क्षमता को अधिक करने का एक आसान तरीका है। अगर आप एक बड़े स्तर पर गन्ने की खेती करतें हैं तो बिना गन्ना हार्वेस्टर के आपके लिए ऐसा करना आसान नहीं होगा।

इसलिए आप आज ही एक अच्छा गन्ना हार्वेस्टर खरीदें। जॉन डियर, सीएनएच, करतार एग्रो, मल्हार, और नई हॉलैंड कुछ ऐसे ब्रांड्स हैं जो एक उच्च क्षमता वाले गन्ना हार्वेस्टर भारत में एक सही कीमत पर उपलब्ध करवाते है।

तो आज ही एक आधुनिक गन्ना हार्वेस्टर खरीदें और गन्ने की खेती को आसान बनाए। 

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