18 Aug, 2022
सरकार देश में दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपालन और डेयरी उद्योग को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए सरकार की और से पशुपालक किसान जो डेयरी खोलना चाहते हैं उनके लिए एक ख़ास योजना चला रखी है। इस योजना का नाम डेयरी इंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट योजना (Dairy Entrepreneur Development) है। इसके तहत सरकार की ओर से पशुपालन और डेयरी खोलने के लिए सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है।
इस योजना के तहत सरकार ने पशुपालक किसानों को डेयरी फॉर्म (Dairy Farm) शुरु करने के लिए बैंक से करीब 7 लाख रुपए तक का लों भी दिया जाता है। इस लों पर सरकार द्वारा सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है। यदि आप डेयरी फॉर्म शुरू करना चाहते है और आपके पास पैसा नहीं है तो आप सरकार की इस योजना के तहत बैंक से करीब सात लाख रुपए तक का लोन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
इसके लिए आपको योजना में आवेदन करना होगा। यदि आप भी डेयरी खोलने के इच्छुक है तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत काम की है। इस पोस्ट में हम आपको डेयरी खोलने के लिए बैंक लोन लेने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। इसके अलावा इस पोस्ट में आपको योजना में आवेदन सम्बंधित जानकारी दी जा रही है।
पशुपालन और डेयरी उद्योग ( Industry Of Animal Husbandry And Dairying) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार की ओर से इंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट स्कीम चलाई जा रही है। इस योजना के तहत 10 भैंस की डेयरी खोलने पर 7 लाख रुपए तक लोन पशुधन विभाग से मुहैया कराया जाता है। इसके अलावा सरकार की ओर से इस पर सब्सिडी भी दी जाती है। भारत सरकार ने इस योजना की शुरुआत 1 सितम्बर 2010 में की थी।
डेयरी इंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट योजना (Dairy Entrepreneur Development Scheme) के तहत लोन के लिए आपको वाणिज्यिक बन, क्षेत्रीय बैंक, राज्य सहकारी बैंक, राज्य सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक एवं अन्य संस्थान जो नाबार्ड से पुनविर्त्त पाने के पात्र है इनसे सम्पर्क करना होगा। यदि लोन की राशि एक लाख से अधिक है तो लोन लेने वाले को अपनी जमीन सम्बन्धी कागजात गिरवी रखने पड़ेंगे।
क्या होगी प्रक्रिया :-
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डेयरी फॉर्म शुरू करने के लिए यदि लोन राशि एक लाख रुपए से अधिक है तो आपको जमानत के तौर पर अपने कुछ जमीनी कागजात बैंक के पास गिरवी रखने होते है। डेयरी फॉर्म शुरू करने पर होने वाले खर्च पर आपको कुल लागत का दस प्रतिशत अपने पास से लगाने पड़ेंगे। इस योजना को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने अपने पूर्व के नियमों में कई तरह के बदलाव किए गए हैं। इस योजना को इतना अपडेट किया गया है कि फाइल मंजूर होने के दो दिन बाद सब्सिडी दी जाती है। सामान्य वर्ग के लिए 25 प्रतिशत तथा महिला और एससी वर्ग के लिए 33 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है। यह राशि पशुपालन विभाग द्वारा सीधे डेयरी संचालक के खाते में भेज दिया जाता है।
बैंक लोन के लिए कैसे करें आवेदन :-
बैंक लोन के लिए आवेदन करते समय सबसे पहले आपको डेयरी के प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देनी होगी कि आप कितने पशुओं की डेयरी खोलने वाले हैं। उसी के आधार पर आपको बैंक से लोन मिलेगा। इसी के साथ लोन के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेज देने होंगे जो इस प्रकार से हैं :-
आवेदन करने वाले व्यक्ति का आधार कार्ड
आवेदक का पेन कार्ड
आवेदक के बैंक खाते का कैंसिल चेक
बैंक का अनापत्ति प्रमाण पत्र संलग्न करना होगा जिसमें उल्लेख हो की आपका किसी बैंक से लोन बकाया तो नहीं चल रहा है।
इसके आलवा प्रोजेक्ट बिजनेस प्लान की फोटोकॉपी भी जमा करनी होगी।
योजना के सम्बन्ध में अधिक जानकरी के आप क्षेत्रीय विकास अधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने निकटतम डेयरी पशु विकास केंद्र तथा जिला पशुपालन पदाधिकारी से सम्पर्क कर दूध उत्पादन, मवेशी और अनुदान के विषय पर जानकारी ले सकते हैं।
ट्रैक्टर ज्ञान (Tractor Gyan) पर जाकर आप ऐसी अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस पर आप योजनाओं के साथ ही साथ ट्रैक्टर के विक्रय और क्रय की भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही ट्रैक्टर्स और अन्य उपकरणों के डीलर्स की जानकारी भी आप हमारी वेबसाइट पर पा सकते हैं। ट्रैक्टर ज्ञान आपको कृषि से जुड़ी हर जानकारी देने में सक्षम है
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