प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) भारत सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। इस योजना का उद्देश्य देश के किसानों को फाइनेंशियल हेल्प प्रदान करना है, जिससे वे अपनी खेती संबंधी ज़रूरतों को आसानी से पूरा कर सकें।
ज़्यादा से ज़्यादा किसानों को इस योजना का फायदा मिले इसलिए मध्य प्रदेश सरकार ने इस योजना को फार्मर आईडी (Farmer ID) यानी किसान कार्ड (Kisan Card) से जोड़ दिया है। ऐसे में अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का फायदा उठाने के लिए किसानों की फार्मर आईडी कंपल्सरी होगी।
किसान कार्ड नहीं होने पर किसानों को इस स्कीम के बेनिफिट्स नहीं मिल पाएंगे। चलिए इस आर्टिकल में हम इस योजना के तहत मिलने वाले लाभ, फार्मर आईडी की ज़रूरत, और इसके एप्लीकेशन की प्रोसेस पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभ
पीएम किसान योजना के तहत एलिजिबल किसानों को हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि 2,000 रुपये की तीन बराबर किश्तों में डायरेक्ट किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है। इस योजना के माध्यम से किसानों को निम्नलिखित फायदे प्राप्त होते हैं:
- कृषि के दौरान आने वाले खर्चों के लिए फाइनेंशियल हेल्प।
- डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर।
- इस अमाउंट का उपयोग बीज, खाद और अन्य एग्रीकल्चर टूल्स की खरीद में किया जा सकता है।
फार्मर आईडी: योजना का नया पहलू एवं इसकी ज़रूरत
हाल ही में, सरकार ने योजना को और अधिक ट्रांसपेरेंट बनाने के लिए इसे फार्मर आईडी (Farmer ID) या किसान कार्ड से जोड़ दिया है। अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को फार्मर आईडी बनवाना कंपल्सरी कर दिया गया है।
फार्मर आईडी के माध्यम से सरकार किसानों का डेटा एकत्र करती है, जिससे उन्हें अन्य योजनाओं का लाभ देने में आसानी होती है। यह कार्ड निम्नलिखित सुविधाओं के लिए भी आवश्यक है:
- एग्रीकल्चर लोन प्राप्त करना
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
- अन्य सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाना
- एक यूनिक आईडी के रूप में किसानों की पहचान
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (मिनीमम सेल्लिंग प्राइस) पर फसल बिक्री
फार्मर आईडी बनवाने की प्रक्रिया
1. आवश्यक दस्तावेज इकट्ठा करना:
फार्मर आईडी या किसान कार्ड बनवाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- ईमेल आईडी
- जमीन के कागजात और सर्वे रिपोर्ट
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर (आधार से लिंक होना अनिवार्य)
2. कैम्प के माध्यम से आवेदन:
फार्मर आईडी बनवाने के लिए प्रत्येक जिले में विशेष कैम्प आयोजित किए जा रहे हैं। इन कैम्पों में किसान जाकर अपना फार्मर आईडी बनवा सकते हैं। इसके अलावा, नजदीकी जन सेवा केंद्र में भी यह फैसिलिटी उपलब्ध है।
3. ऑनलाइन एप्लीकेशन प्रोसेस:
यदि किसान खुद ऑनलाइन अप्लाई करना चाहते हैं, तो उन्हें अपने स्टेट की किसान रजिस्ट्री पोर्टल पर जाना होगा। उदाहरण के लिए, मध्य प्रदेश के किसानों के लिए निम्न प्रक्रिया है:
- फार्मर रजिस्ट्री पोर्टल https://mpfr.agristack.gov.in/farmer-registry-mp/#/ पर जाएं।
- ‘क्रिएट न्यू यूजर अकाउंट / नया खाता बनाएं’ पर क्लिक करें।
- आधार नंबर और ओटीपी के माध्यम से वेरिफिकेशन करें।
- आवश्यक जानकारी भरें, जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, जमीन की जानकारी आदि।
- ‘फेच डिटेल्स’ पर क्लिक करें और सबमिट करें।
फार्मर आईडी बनाने की अंतिम तिथि और विशेष निर्देश
फार्मर आईडी बनवाने की लास्ट डेट अब 31 जनवरी 2025 कर दी गई है। पहले यह डेट 31 दिसंबर 2024 थी। यह डेट बढ़ने से उन किसानों को राहत मिलेगी जो अभी तक अपना कार्ड नहीं बनवा पाए थे। भारत सरकार ने फार्मर आईडी जनरेट करने के लिए हर कैम्प को 15,000 रुपये की राशि प्रदान की है। यह अमाउंट तीन किश्तों में दिया जाएगा और साथ ही सफलता पर राज्यों को इंसेंटिव भी दिया जाएगा।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और फार्मर आईडी किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे न केवल उन्हें फाइनेंशियल हेल्प मिलती है, बल्कि खेती से संबंधित अन्य योजनाओं का भी लाभ उठाने में आसानी होती है।
यदि आपने भी अब तक फार्मर आईडी नहीं बनवाई है, तो जल्द से जल्द इसे बनवाएं और योजनाओं का लाभ उठाएं। ट्रैक्टर ज्ञान की मदद से आप कृषि से संबंधित सभी नई खबरें और जानकारी पा सकते हैं। यदि आप ट्रैक्टर खरीदने के इच्छुक हैं, तो हमारी वेबसाइट पर ज़रूर विजिट करें।