tractorgyan home logotractorgyan logo
tractorgyan rupee logo
hamburger icon

कृषि उपकरण : छोटे और बड़े कृषि उपकरणों पर किसानों को मिलेगी 40 से 90% तक सब्सिडी

कृषि उपकरण :  छोटे और बड़े कृषि उपकरणों पर किसानों को मिलेगी 40 से 90% तक सब्सिडी image
By Tractor GyanJan 16, 2023 12:00 AM
Share
facebook-iconlinkedin-icontwitter-iconwhatsapp-iconemail-icon

Table of Content

आधुनिक कृषि उपकरणों से किसानों को खेती करने में बहुत आसानी हो रही है। कृषि उपकरण इतने आधुनिक हो गए है जिससे की किसान का कार्य आसान हो गया हैं और इन उपकरणों से किसानों का पैसा, समय और श्रम तीनों ही बच जाते है। यह कृषि उपकरण कटाई और बुवाई के काम को थोड़े ही समय में पूर्ण कर देते है और इससे श्रम और लागत में भी कमी होती हैं। जिस तरह से कृषि कार्य में कृषि उपकरणों का ज्यादा उपयोग हो रहा है उसे देखते हुए केंद्र और राज्य की सरकारें किसानों को कृषि उपकरणों पर बहुत सी सरकारी योजना के लिए सब्सिडी प्रदान करती है। जिससे की ज्यादा से ज्यादा किसान इन कृषि यंत्रों का उपयोग कर पाएं। 

इस योजना में छोटे कृषि उपकरणों पर 90% तक की सब्सिडी किसानों को मिलेगी। सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं की वजह से आज किसान कृषि उपकरणों का इस्तेमाल कर पा रहे हैं। यह योजनाएं कृषि में लागत को काम करती है और उत्पादन को बढ़ाती हैं। कृषि उपकरणों का मूल्य अधिक होने से बहुत से किसानों के लिए यह उपकरण खरीद पाना मुश्किल होता हैं। इस मुश्किल के कारण किसानों को खेती में काफी नुकसान उठाना पड़ता हैं। किसानों की इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार किसानों को छोटे कृषि उपकरणों पर 90% तक सब्सिडी दे रही हैं। 

सब्सिडी का लाभ किसे मिलेगा ?

इस योजना में सब्सिडी लघु एवं सीमान्त कृषकों, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं महिला कृषक को दी जाएगी। योजना में बनाये गए नियमों के अनुसार, आदिवासी, अनुसूचित और महिला किसानों को सब्सिडी प्राप्त होगी।

कृषि उपकरणों पर 40 से 90% सब्सिडी 

agricultural equipments

केंद्र और राज्य सरकार खेती के छोटे और बड़े उपकरणों पर सब्सिडी देने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाती हैं। इन योजनाओं से किसानों को तय प्रवाधानों के अनुसार कृषि उपकरणों पर तय सब्सिडी दी जा रही है, तो प्रत्येक राज्य की सरकारें समय-समय पर किसानों से इनके लिए आवेदन की मांग करती है। इन योजना से सरकार किसानों को 40 से 90 % सब्सिडी किसान वर्ग के अनुसार उन्हें देती है। 

 इन कृषि उपकरणों पर सब्सिडी मिलेगी 

विभिन्न प्रकार की कृषि मशीनरी जैसे ब्लेड हैरो, सिंचाई ड्रिप, पावर वीडर, सीड कम फर्टिलाईजर ड्रिल मशीन आदि पर मिलेगी सब्सिडी। राज्य के जिन किसानों द्वारा इसके लिए आवेदन किया गया वह अपने आवेदन के बारे में कृषि यंत्र कार्यालय पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

 फसलों की कटाई करने वाले कृषि उपकरण 

खेती में सबसे महत्वपूर्ण कार्य फसलों की कटाई करना है क्योंकि किसानों को फसलों की कटाई करने के लिए समय पर मजदुर नहीं मिलते हैं इस वजह से उन्हें खेती में बहुत हानि का सामना करना पड़ता हैं तो अब इन आधुनिक मशीनों ने फसलों की कटाई के कार्य को बहुत आसान बना दिया हैं क्योंकि अब कटाई मशीनों के द्वारा की जाती हैं जिससे किसानों को मजदुर ढूंढने में परेशान नहीं होना पड़ता हैं और उनका समय और श्रम भी बचता हैं। फसल काटने में प्रयोग की जाने वाली यह मशीनें सस्ती और छोटी होती हैं। कटाई में उपयोग की जाने वाली मशीनों में आती हैं : क्रॉप कटर, ब्रश कटर और छोटी मशीनें। बाजार में यह मशीनें कई तरह की रेंज में आती हैं। फसलों को आखरी रूप इन ट्रैक्टर चालित रीपर, मल्टीक्रॉप थ्रेसर ओसाई पंखा, ब्लेड हैरो/ पावर हैरो आदि कृषि उपकरणों द्वारा दिया जाता हैं। 

निराई-गुड़ाई करने वाले कृषि उपकरण 

फसलों की देख-भाल करना भी बहुत जरुरी है। फसलों की देख-भाल करने में उर्वरक, सिंचाई, खाद देना और निराई-गुडाई करना इन सभी पर विशेष ध्यान देना होता है। खेत को खरपतवार से छुटकारा दिलाने के लिए समय-समय पर निराई-गुड़ाई करना पड़ती है। अगर यह कार्य छोटे स्तर पर किया जाता हैं तो यह काफी आसान होता है। लेकिन बड़े स्तर पर निराई-गुड़ाई के इस कार्य को करना कठिन होता हैं किन्तु अब इतनी तकनीक और उन्नत मशीनें आ गई है जिससे यह कार्य आसानी से पूरा हो जाता हैं। निराई-गुडाई में पशु चलित कल्टीवेटर और पावर वीडर का इस्तेमाल किया जा रहा है। बाजार में बहुत सी कंपनियां छोटे ट्रैक्टर लेकर आयी हैं। इन ट्रैक्टर से कल्टीवेटर से निराई-गुड़ाई कर सकते है। इसके अलावा कोनो वीडर से अच्छी तरह से खरपतवार नियंत्रण कर सकते है। 

जुताई और बुवाई करने वाले छोटे व सस्ते कृषि यंत्र 

agriculture equipments

आज भी देश के कई हिस्सों में 80 प्रतिशत किसान छोटे व सीमांत वर्ग के है। इन किसानों की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं होती हैं की यह कृषि करने के लिए मँहगे कृषि यंत्रों का इस्तेमाल कर सके तो जो किसान मध्यम आय वर्ग की श्रेणी में आते हैं वह किराए पर इन कृषि यंत्रों को लेकर अपना कार्य करते हैं लेकिन छोटे और सीमांत किसान आज भी वही पुराने तरीके यानि की बैल की मदद से खेती में जुताई, बुवाई का कार्य करते है। इस तरह से किसानों का खेती में लगने वाला समय और मेहनत बहुत ज्यादा हो जाती हैं जिसके बाद भी उन्हें इतना उत्पादन नहीं मिलता हैं लेकिन आधुनकिता के इस दौर में जुताई और बुवाई करने के लिए छोटे और सस्ते सीड कम फर्टिलाईजर ड्रिल मशीनों की रेंज उपलब्ध है। 

इन मशीनों को किसान आसानी से खरीद सकते हैं और अपना बुवाई का कार्य पूर्ण कर सकते हैं। सीड कम फर्टिलाईजर ड्रिल मशीन से मूंगफली, धान, गेहूं, बाजरा, मक्का, मसूर, मटर, सोयाबीन, सूरजमुखी, प्याज, आलू, चना, लहसुन, कपास, जीरा, आदि फसलों की बुवाई सरलता कर सकते है। सीड कम फर्टिलाईजर ड्रिल मशीन की मदद से इस कार्य को करने पर लागत और समय दोनों की बचत होती और पैदावार बढ़ती है। इसके साथ ही किसान हैण्ड डिबलर कृषि यंत्र से भी बुवाई कर सकते है। यह कृषि यंत्र बोने के साथ खाद देने का काम भी करता है। 

 सिंचाई करने वाले कृषि उपकरण 

खेती से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए फसलों को अच्छे से सींचना पड़ता है। लेकिन सिंचाई कार्य गिरते जल स्तर के कारण कठिन हो जाता हैं किन्तु अब सिंचाई करने की नई प्रणालियों ने सिंचाई को बहुत आसान कर दिया है। सिंचाई की इन प्रणालियों में किसान फसलों की सिंचाई ड्रिप और फव्वारा सिंचाई पद्धति से कर रहे हैं। इन सिंचाई पद्धति के उपयोग से कम पानी में अधिक पैदावार मिलती है। किसान अपनी जरुरत के अनुसार सिंचाई कर पा रहे है। इस तरह फसल को जरुरी पोषक तत्व सिंचाई के साथ प्राप्त हो जाते है। केंद्र एवं राज्य सरकारें सिंचाई के लिए कई तरह की योजना लागू कर रही है जिससे किसानों को सिंचाई करने के बेहतर उपकरण प्रदान किये जाते हैं। प्रधानमंत्री कुसुम योजना के द्वारा किसानों के खेत में सरकार द्वारा सोलर पंप भी लगवाए जा रहे है। सूक्ष्म सिंचाई योजना में ड्रिप और फव्वारा सिंचाई प्रणाली से सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है। 

कृषि उपकरणों पर 90% सब्सिडी की जानकारी कहाँ से प्राप्त करें ?

ट्रैक्टरज्ञान पर आप 90% सब्सिडी के बारे में जान सकते हैं। यहाँ आपको बहुत सी सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी मिलेगी जो कृषि कार्य को आसान बनाने का कार्य करती है और किसानों को कम कीमतों पर कृषि उपकरण और ट्रेक्टर की सुविधा देती हैं। ट्रैक्टरज्ञान आपको ट्रेक्टर से जुड़ी हर प्रकार की खबर से अपडेट रखता हैं।

छोटे कृषि उपकरणों पर 90% तक की सब्सिडी से किसानों को काफी मदद मिलेगी जिससे छोटे वर्ग के किसान भी अब अपने लिए कृषि के उपकरण खरीद पाएंगे। यह उपकरण किसानों के समय को भी बचाते है और उनका श्रम भी कम लगता हैं। आप हमारी वेबसाइट ट्रैक्टरज्ञान पर ट्रेक्टर, सरकारी योजनाएं, ट्रेक्टर उपकरण के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ ट्रैक्टर्स की विस्तृत जानकारी दी गई हैं।

ट्रैक्टरज्ञान पर आप सभी प्रकार के ट्रैक्टर्स की जनकारी सीधे प्राप्त कर सकते है। महिंद्रा ट्रैक्टर, सोलिस ट्रैक्टर, पॉवर ट्रैक ट्रैक्टर आदि कईं और ट्रैक्टर्स के ब्रांड्स के बारे में उनकी रेट्स, फीचर्स, आधुनिक तकनीकी के बारे में भी जानकारी हमारी वेबसाइट पर मिलती है। साथ ही साथ कृषि से जुड़ी और नई जानकारी मिलती है। साथ हर राज्य द्वारा या केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी हमारी वेबसाइट पर आसानी से मिल जाती है।

ट्रैक्टर्स के बारे में, उनके फीचर्स, क्षमता आदि का स्पष्ट विवरण और सही रेट की जानकारी पहुंचाना ट्रैक्टरज्ञान का मुख्य लक्ष्य होता है।

ट्रैक्टरज्ञान वेबसाइट पर पुराने, नए ट्रैक्टर्स के बिक्री की सीधी जानकारी मिलती है। साथ हमसे सीधे सम्पर्क कर किसान भाई आसानी से ट्रैक्टर के क्रय-विक्रय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

FOLLOW US ON:- Facebook, Instagram, Linkedin

Read More Blogs

John Deere Launches 7 New Tractors and 3 Implements in India 2023 image

John Deere launches its latest edition of power and technology 4.0 in India on completing its 25 years in the industry. On the occasion of the silver jubilee of John Deere, they introduced various new products, new technologies and new agricultural solutions...

लो अब आ गया है गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर | ट्रैक्टरज्ञान image

ब्रिटिश कंपनी ने एक ऐसा ट्रैक्टर बनाया है जो गाय के गोबर से चलता है। यह कृषि जगत में एक गेम चेंजर के रूप में साबित हो सकता है। बेनमैन के सह-संस्थापक क्रिस मान ने कहा की न्यू हॉलैंड टी7 को कोर्निश...

2023 में जॉन डियर ने भारत में 7 नए ट्रैक्टर और 3 इम्प्लीमेंट्स लॉन्च किए image

जॉन डियर ब्रांड अक्सर अपने नए ट्रैक्टर्स को लांच करती रहती हैं और अब जबकी जॉन डियर ने अपने 25 साल पूरे कर लिए है जिसकी ख़ुशी मनाते हुए भारत में जॉन डियर ने पावर और टेक्नोलॉजी 4.0 का नया एडिशन लॉन्च...

Write Your Comment About कृषि उपकरण : छोटे और बड़े कृषि उपकरणों पर किसानों को मिलेगी 40 से 90% तक सब्सिडी

+91
Review-Image

Frequently Asked Questions About कृषि उपकरण : छोटे और बड़े कृषि उपकरणों पर किसानों को मिलेगी 40 से 90% तक सब्सिडी

कृषि उपकरण किसानों के लिए आधुनिक खेती को सुनिश्चित करने में मदद करते हैं, जिससे किसान अपने समय, पैसा, और श्रम की बचत कर सकते हैं।

कृषि उपकरण सब्सिडी एक सरकारी योजना है जिसमें किसानों को कृषि उपकरण खरीदने पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।

सब्सिडी छोटे और सीमांत किसानों, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, और महिला किसानों को प्रदान की जा सकती है, विशेषत: कृषि मशीनरी, छोटे कृषि उपकरण, और सिंचाई उपकरण।

किसान अपने राज्य के कृषि यंत्र कार्यालय में जाकर सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं और योजना के तहत उपकरण खरीद सकते हैं।

कुसुम योजना एक सरकारी योजना है जो किसानों के खेतों में सौर पंपों की स्थापना को बढ़ावा देती है। यह पहल किसानों को विश्वसनीय सिंचाई तक पहुंचने और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर उनकी निर्भरता कम करने में मदद करती है।

Tractor-iconTractorImplements-iconImplementsTyres-iconTyresTractor Finance-iconTractor Finance