10 Jul, 2024
ऐसा अक्सर देखा गया है कि किसान एक कृषि उपकरण तो खरीद लेते है पर तब भी उसको सही से इस्तेमाल नहीं कर पाते है और इसका सबसे बड़ा कारण होता है सही कृषि उपकरण (मैचिंग इम्प्लीमेंट) का ना होना। मैचिंग इम्प्लीमेंट से हमारा मतलब है एक इम्प्लीमेंट को ट्रैक्टर की पावर यूनिट और खेत की ज़रूरत के अनुसार ख़रीदने से। पर किसान इस बात को अनदेखा कर देते है और बिना सोचे समझे एक कृषि उपकरण खरीद लेते है और यहीं से उनकी परेशानियाँ शुरू हो जाती है।
इस ब्लॉग के ज़रिए आज हम आपको बताने जा रहे है कि जुताई के लिए उपयोग में आने वाले एक कृषि उपकरण को खरीदने के लिए एक किसान को किस बात का ध्यान रखना चाहिए।
क्यों करे ट्रैक्टर और कृषि उपकरण की मैचिंग ?
इससे पहले की हम आपको बताएं की ट्रैक्टर और कृषि उपकरण की मैचिंग कैसे करें, हम इसके फ़ायदे और नुकसान आपको बताते है।
ऐसा करने के बहुत सारे फ़ायदे होते है जैसे कि:
जब जुताई के लिए उपयोग में आने वाले कृषि उपकरण को ट्रैक्टर के आकार और कार्यशक्ति के अनुसार लिया जाता है तो यह अपने उच्च स्तर पर काम कर पाता है। इससे किसानों को ट्रैक्टर में कम ईंधन की खपत और कम टूट-फूट का सामना करना पड़ता है। इससे ट्रैक्टर और कृषि उपकरण दोनों का ही उपयोग करना किफायती हो जाता है।
ऐसा ना करने के बहुत सारे नुकसान भी है:
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अगर आप ट्रैक्टर पर लगातार बहुत बड़े या बहुत ज़्यादा शक्ति की मांग करने वाले कृषि उपकरण उपयोग में लातें रहेंगे तो इससे ट्रैक्टर के इंजन पर ज़रूरत से ज़्यादा भार पड़ेगा और उसमे बहुत सारी दिक्कतें आने लगेंगी। ब्रेक्स जल्दी ख़राब होने लगेंगे और ट्रांसमिशन सिस्टम में भी खराबी आने लगेगी। इन सभी दिक्कतों के चलते जहाँ आपको एक तरह ट्रैक्टर की मरम्मत पर अधिक पैसा ख़र्च करना पड़ेगा वहीँ दूसरी तरफ ट्रैक्टर की उम्र भी कम हो जाएगी।
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साथ ही पूरी मेहनत करने पर भी आपका काम सही से नहीं होगा| और दोबारा काम करने के लिए आपको दोबारा ट्रैक्टर में ईंधन की जरूरत होगी जिसमें आपका पैसा काफी खर्च होगा। पर अगर आप ट्रैक्टर के साथ मैचिंग कृषि उपकरण का उपयोग करेंगे तो आपके ट्रैक्टर की उम्र बढ़ेगी और उसकी मरम्मत पर भी किसानों को कम ख़र्च करना पड़ेगा।
अपने ट्रैक्टर के साथ जुताई के लिए उपयोग में आने वाले इम्प्लीमेंट की मैचिंग कैसे करें?
यदि आप काफी पैसे खर्च करने के बाद भी अपने कृषि उपकरण के साथ परिचालन से संबंधी परेशानियों का सामना करते है, तो आपके लिए यह जानना ज़रूरी है कि मैचिंग कृषि उपकरण कैसे ख़रीदे। मैचिंग ट्रैक्टर इम्प्लीमेंट को खरीदते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा।
इम्प्लीमेंट की चौड़ाई
एक कृषि उपकरण की चौड़ाई इस बात की जानकारी देती है कि वो एक बार में कितने क्षेत्र पर काम कर सकता है। आपको ट्रैक्टर के एचपी के अनुसार ही इम्प्लीमेंट की चौड़ाई का चुनाव करना चाहिए। जैसे अगर आपके पास 30-40 एचपी की क्षमता वाला ट्रैक्टर है तो आपको बहुत चौड़ा रोटरी टिलर नहीं लेना चाहिए क्योंकि वो आकर में बड़ा होगा और कम इंजन क्षमता वाला ट्रैक्टर उसको ठीक से नहीं खींच पाएगा।
इस एचपी रेंज के लिए 4-5 फीट की चौड़ाई वाला रोटरी टिलर सही रहता है। इसी प्रकार से, 40- 50 एचपी रेंज वाले ट्रैक्टर के लिए 5-6 फ़ीट की चौड़ाई वाले कृषि उपकरण और 50 एचपी से ऊपर की क्षमता वाले ट्रैक्टर के लिए 6-8 फ़ीट की चौड़ाई वाले कृषि उपकरण बिलकुल सही होतें है।
मिट्टी के आधार पर कृषि उपकरण की सही चौड़ाई कुछ इस प्रकार है।
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रेतीली मिट्टी - 6-8 फीट की चौड़ाई
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दोमट मिट्टी- 6 फीट की चौड़ाई
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सख़्त मिट्टी - 4-5 फीट की चौड़ाई
मिट्टी का प्रकार
आपके खेतों में किस प्रकार की मिट्टी पायी जाती हैं आपको इस बात का ध्यान मैचिंग कृषि उपकरण ख़रीदते समय रखना चाहिए।
रेतीली मिट्टी ढ़ीली होती है और ऐसी मिट्टी में काम करने के लिए आपको हल्के कृषि उपकरण जैसे चिसेल प्लो, रोटरी टिलर, या फिर कम क्षमता वाले कल्टीवेटर चाहिए।
वही दूसरी ओर, चिकनी मिट्टी कठोर होती है और इसमें अधिक प्रतिरोध होता है तो ऐसी मिट्टी में अधिक शक्ति वाले कृषि उपकरण जैसे डिस्क हैरो या फिर मोल्डबोर्ड प्लो की जरुरत होती है। अगर आपके खेतों में सुखी मिटटी है तो आपको 550-630 किलो वजन वाला
इम्प्लीमेंट खरीदना चाहिए वही अगर आप के खेतों में गीली मिट्टी है तो कृषि उपकरण का वजन 280-330 किलो तक ही होना चाहिए। अगर आपके खेतों में दोनों प्रकार की मिट्टी पाई जाती है तो कृषि उपकरण का वजन 450-500 किलो तक ही होना चाहिए।
ट्रैक्टर की पीटीओ शक्ति
एक ट्रैक्टर का पीटीओ उसके इंजन से शक्ति लेकर एक इम्प्लीमेंट को संचालित करता है। बेमेल पीटीओ से इम्प्लीमेंट कनेक्शन संबंधी समस्याएं हो सकती है या फिर आपके ट्रैक्टर या कृषि उपकरण को भारी नुक्सान हो सकता है। उदाहरण के लिए, 540 RPM PTO के लिए डिज़ाइन किया गया इम्प्लीमेंट अगर आप 1000 RPM PTO वाले ट्रैक्टर के साथ उपयोग में लाते है तो आपका इम्प्लीमेंट अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायेगा।
इसलिए कृषि उपकरण खरीदेते समय यह जानना ज़रूरी है कि ट्रैक्टर का पीटीओ कितना है। 35 एचपी से कम पीटीओ वाले ट्रैक्टर के लिए कैटेगरी 1 वाले इम्प्लीमेंट सही है तो वही दूसरी ओर 35 से 90 एचपी पीटीओ वाले ट्रैक्टर के लिए कैटेगरी 2 वाले इम्प्लीमेंट सही है।
अगर आपको इस बात का अंदाजा नहीं है की कैटेगरी 1 और कैटेगरी 2 वाले इम्प्लीमेंट्स कौन से है तो हम आपकी मदद करते है।
इम्प्लीमेंट की कैटेगरी दो बातों से निर्धारित होती है; मस्ट हाइट और निचले लिंक के बीच की दूरी।
इन बातों को ध्यान में रखकर आप जुताई के लिए उपयोग में आने वाले कृषि उपकरण को अपने ट्रैक्टर के साथ मैच कर सकतें हैं। अब जब आपको जुताई के लिए उपयोग में आने वाले कृषि उपकरण को ट्रैक्टर के साथ मैच करने का राज पता चला गया हैं तो अब हमे बताइए कि आपके खेतो की ज़रूरत और ट्रैक्टर की ताकत के हिसाब से कौन सा जुताई उपकरण सही हैं?
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अगर आपका उत्तर रोटरी टिलर है तो इसको खरीदते समय इसके ब्लेड्स की सँख्या, चौड़ाई और ट्रैक्टर के एचपी पर ज़रूर ध्यान दे। ये सभी कारक यह निर्धारित करने में महत्वपूर्ण हैं कि रोटरी टिलर मिट्टी को कैसे तोड़ेगा। उदाहरण के लिए, रोटरी टिलर ब्लेड्स विभिन्न आकार जैसे 'एल', 'सी', और 'जे' आकार में उपलब्ध है। भारत में ज्यादातर 'एल' आकार के रोटावेटर का उपयोग किया जाता है। ब्लेड की संख्या रोटरी टिलर के प्रदर्शन को भी प्रभावित करती है। अधिक ब्लेड का मतलब है खेतो की महीन जुताई है, जो कुछ फसलों या मिट्टी के प्रकारों के लिए फायदेमंद होती है।
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यदि आपका उत्तर कल्टीवेटर है तो इसको खरीदने समय टाइन की संख्या चौड़ाई और ट्रैक्टर के एचपी ज़रूर देखे क्योंकि यह इसकी क्षमता को प्रभावित करती है। टाइन की संख्या कल्टीवेटर के काम करने की गहराई भी निर्धारित करती है। अधिक टाइन का मतलब एक समय पर बड़े क्षेत्र का कवरेज होता है।
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और अगर आपका जवाब प्लाऊ है तो इसे खरीदते समय इस बटन की संख्या और ट्रैक्टर की पीटीओ शक्ति पर ध्यान दें। प्लाऊ में अधिक ब्लेड की संख्या एक बार में एक बड़े क्षेत्र को कवर करने का संकेत है पर ऐसे प्लाऊ को अधिक शक्तिशाली ट्रैक्टर की आवश्यकता होती है। वहीँ दूसरी और, छोटे खेतों और कठोर मिट्टी के लिए, कम प्लाऊ बॉटम्स अधिक उपयुक्त हो सकते है।
तो क्या आपके पास है एक मैचिंग इम्प्लीमेंट?
अब जब आपको पता चल गया है कि आप किस तरह एक मैचिंग इम्प्लीमेंट की जांच कर सकतें तो चलिए आप पता करें कि आपके पास जो इम्प्लीमेंट है वो आपके ट्रैक्टर के साथ मैच करता है या नहीं। अगर हाँ तो आपके लिए यह एक बहुत अच्छी बात है और अगर नहीं तो अगली बार इम्प्लीमेंट खरीदतें समय इन बातों का धयान रखें और अपने निवेश का बेहतर मूल्य पाएं।