जानिए कैसे करें सही थ्रेशर मशीन का चयन!
Table Of Content
कृषि एक ऐसा उद्योग है जिसके सही संचालन के लिए एक किसान को कईं तरह के उपकरणों का उपयोग करना पड़ता है। थ्रेशर मशीन उसमे से एक है। यह मशीन फसलों की कटाई को सुगम, तेज़ और अधिक उत्पादकता वाला बनाने में किसानो की मदद करती है।
क्योंकि यह कृषि में एक अहम भूमिका निभाता हैं, इसलिए इसका सही चुनाव बहुत ज़रूरी है। थरेसर मशीन खरीदारी से पहले व्यापार और खेती की जरूरतों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण होता है। इसके साथ-साथ, मशीन की गुणवत्ता और कार्यशीलता से जुडी और भी कईं बातों को अपने दिमाग में रखना होता है। आपका एक गलत निर्णय आपको बहुत भारी पड़ सकता है। इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसी बातों की सूची लाएँ है जिनको ध्यान में रख कर थ्रेशर मशीन की खरीदारी आपको हमेशा फायदेमंद रहेगी।
थ्रेशर मशीन क्या है?
इससे पहले हम आपको थ्रेशर मशीन की खरीदारी से जुडी मुख्य बातों को बताएं , आइए जानते है थ्रेशर मशीन की जानकारी की आखिर यह मशीन होती क्या है। यह एक कृषि उपकरण है जो फसलों को उनके अंकुरों से अलग करने और उनके अनाज को छानने के लिए उपयोग होती है। इसका प्रमुख उद्देश्य फसलों की कटाई को सुगम, तेज़ और अधिक उत्पादकता वाला बनाने में मदद करना है । थ्रेशर मशीन विभिन्न प्रकार की फसलों के लिए उपयुक्त अलग-अलग विधियों में उपलब्ध होती है, जैसे गेहूं, चावल, जौ, बाजरा, धनिया। इन सबके लिए अलग अलग प्रकार की थ्रेशर मशीन होती है जैसे मक्का थ्रेशर मशीन, धान झाड़ने वाला थ्रेशर, धान काटने वाला थ्रेशरआदि। मक्का थ्रेशर मशीन प्राइस, गेहूं निकालने वाली थ्रेशर की कीमत, धान थ्रेशर मशीन की कीमत उसकी गुणवत्ता पर निर्भर करती है।
थ्रेशर मशीन के कुछ उदाहरण हैं कंबाइन हार्वेस्टर, वायर लूप थ्रेशर, सेल्फ-प्रोपेल्ड थ्रेशर, ट्रैक्टर टाइप थ्रेशर आदि। इन सभी मशीनों के उपयोग से किसान फसलों की कटाई और उनके अनाज को छानने में लगने वाले समय और श्रम को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इससे, वो कम समय में भी अधिक उपज का लाभ ले सकतें हैं।
थ्रेशर मशीन की समझदारी भरी खरीदारी - रखें इन बातों का ध्यान
जब हम कोई भी चीज खरीदते हैं तो मन में एक शंका रहती है कि कहीं हम कोई गलती तो ना कर बैठे। कहीं हम ज्यादा महंगा ना खरीद ले या फिर सस्ते के चक्कर में हम अपना नुकसान ना करा बैठे। कोई भी चीज खरीदते वक्त हम ऐसे कई सवालों से होकर गुजरते हैं। अगर आप एक सही थ्रेशर मशीन खरीदना चाहते हैं तो थ्रेशर मशीन की जानकारी ज़रूरी हैं।
आईएसआई का निशान ज़रूर देखें
भारतीय मानक संस्थान या आईएसआई किसी भी यंत्र को बनाने के लिए कुछ निर्देश देती है। और अगर वह यंत्र इन दिशा-निर्देशों पर खरा उतरता है तो फिर उसे मान्यता प्राप्त हो जाती है। और हम उसका पता आईएसआई के इस निशान द्वारा लगा सकते हैं ।
हमें हमेशा आईएसआई चिन्ह वाली थ्रेशर मशीन ही खरीदनी चाहिए। क्योंकि इसके निम्न फायदे हैं :-
-
आईएसआई वाले थ्रेशर में प्रयोग होने वाले कल पुर्जे स्टैंडर्ड होते है। इस चिन्ह से हमें यह पता चलता है की थ्रेशर में लगे हुए पुर्जे लम्बे समय तक सही काम कर पाएंगे।
-
आईएसआई वाले थ्रेशर की गुणवत्ता और शक्ति बहुत ही अच्छी होती है जिसके चलते किसान इसको लम्बे समय तक और भारी लोड के साथ बिना किसी डर के काम कर सकतें हैं।
कम कीमत की थ्रेशर मशीन हमेशा अच्छा नहीं होती!
थ्रेशर का चुनाव थ्रेशर मशीन की कीमत पर भी निर्भर करता है क्यों की किसान हमेशा यही चाहता है की थ्रेशर मशीन की कीमत कम हो। कम कीमत के थ्रेशरो में पुर्जे हल्के दर्जे के लगे होते है। जिससे थ्रेशर ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाते, इसीलिए आपको थ्रेशर मशीन की कीमत पर निर्भर ना करके अगर आपको आईएसआई थ्रेशर मिल रहा है तो पहले प्राथमिकता उसे ही दे।
जाने कि आपके लिए कौन सी थ्रेशर मशीन सबसे उचित होगा
थ्रेशर खरीदने से पहले यह जानना बहुत जरुरी है कि ट्रैक्टर की पावर कितनी है। क्योंकि थ्रेशर मशीन को ट्रैक्टर से जोड़ा जाता है, इसलिए ट्रैक्टर और थ्रेशर मशीन की पावर का सही तालमेल में होना बहुत ज़रूरी है।
-
अपने थ्रेशर का चुनाव हमेशा अपने ट्रैक्टर, मोटर या इंजन के हिसाब से करना चाहिए।
-
थ्रेशर इतना छोटा भी ना हो की आपके ट्रैक्टर की पावर व्यर्थ जाए और थ्रेशर आपके ज्यादा काम भी ना पाए क्योंकि एक हैवी-ड्यूटी ट्रैक्टर के साथ एक बहुत छोटा थ्रेशर सही तरीके से काम नहीं कर पायेगा।
-
थ्रेशर इतना भी बड़ा नहीं होना चाहिए की ट्रैक्टर उसका भार ठीक से ना खींच पाएं और उसको मोटर पर लोड पड़े। ऐसा करने से, ट्रैक्टर की क्षमता पर असर पड़ेगा। हमेशा, ट्रैक्टर की क्षमता और और उपलब्ध पावर के अनुसार ही थ्रेशरो का चुनाव करना चाहिए।
-
अगर आप ट्रैक्टर पर थ्रेशर चलाना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि आपका ट्रैक्टर थ्रेशर को चलाने के लिए कम से कम 40 एचपी - 55 एचपी का होना जरुरी है।
-
हमें थ्रेशर फसल के हिसाब से भी जैसे दलहन,तिलहन या गेहूँ चना,बाजरा जिसकी हमें ज्यादा जरूरत हो या फिर अगर आपको ऐसा थ्रेशर चाहिए जो सभी फसलों में काम करें तो उसके लिए मल्टी क्रॉप थ्रेशर भी बाजार में उपलब्ध है।
-
थ्रेशर मशीनों को विभिन्न स्रोतों से संचालित किया जा सकता है, जैसे ट्रैक्टर पीटीओ, स्व-चालित इंजन, या इलेक्ट्रिक मोटर। इसलिए, आपको इन सभी बातो का भी ध्यान देना चाइये। अगर एक ट्रैक्टर का पीटीओ एचपी कम है तो वह छोटे थ्रेशर मशीन के लिए उपयुक्त है।
थ्रेशर मशीन मैकेनिज्म के बारे में जाने
थ्रेशर मशीन विभिन्न थ्रेशिंग मैकेनिज्म के साथ आते हैं, जैसे ड्रम थ्रेशर, स्पाइक-टूथ सिलेंडर थ्रेश, कंबाइन हार्वेस्टर, और आदि । प्रत्येक यंत्र के अपने फायदे हैं और यह एक विशिष्ट प्रकार की फसलों के लिए उपयुक्त है।
आपको इन सभी मैकेनिज्म के बारे में जानना ज़रूरी है ताकि आप अपनी फसल के प्रकार और स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर सही थ्रेशिंग मशीन का चयन कर पाएं।
थ्रेशर मशीन के रख-रखाव से जुडी बातों को जानें
क्योंकि थ्रेशर एक महंगा उपकरण है, आपको इसके रख-रखाव अच्छे से करना चाहिए ताकि वो लम्बे समय तक आपका साथ दे।
-
कटाई के दौरान जमा होने वाली धूल, भूसी और मलबे को हटाने के लिए प्रत्येक उपयोग के बाद थ्रेशर मशीन को अच्छी तरह से साफ करें।
-
गतिशील भागों में घर्षण और घिसाव को कम करने के लिए उन सभी भागो पर अच्छे से तेल लगाए।
-
बेल्ट और चेन में घिसाव, टूटने या खिंचाव के लक्षणों के लिए उनका निरीक्षण करें। ऑपरेशन के दौरान उचित तनाव बनाए रखने और फिसलन को रोकने के लिए आवश्यकतानुसार उन्हें कस लें या बदल दें।
-
थ्रेशर के उपयोग के बाद थ्रेशर की सफाई करके और आयल लगाकर उसे छाँव में रखना चाहिए और बरसात के वक्त भी उस पर पानी गिरने से बचाना जरूरी है।
सुरक्षा फीचर्स को ना भूले
सुनिश्चित करें कि जिस थ्रेशर मशीन को खरीदने का आप मन बना रहें है उसमे पर्याप्त सुरक्षा फीचर्स,जैसे सुरक्षात्मक गार्ड, आपातकालीन स्टॉप और सुरक्षा स्विच है। किसी भी कृषि मशीनरी का संचालन करते समय सुरक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए नहीं तो आप एक हादसे का शिकार हो सकतें है।
थ्रेशर मशीन से जुड़ी सावधानियों को जाने
थ्रेसिंग मशीन का संचालन बहुत सावधानी से करना चाहिए। एक छोटी सी असावधानी के कारण बहुत बड़ी दुर्घटनाएं हो जाती है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर इन दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है।
-
थ्रेशर को मजबूती से फिट किया जाना चाहिए ताकि कार्य के दौरान वह हिले नहीं।
-
थ्रेशर पर कार्य के दौरान किसानों को ढीले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
-
आंखों को चश्मा और चेहरे को कपड़े से ढकना चाहिए। साथ ही हाथों में दस्ताने पहनने चाहिए।
-
साड़ी, धोत्ती या दुपट्टा पहनकर थ्रेशर पर काम नहीं करना चाहिए, क्योंकि ढीले कपड़ो की पट्ट में फंसने की संभावना अधिक होती है।
-
रात में काम करना हो तो रोशनी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
-
बच्चों को थ्रेशर मशीन से दूर रखना चाहिए और पारंगत मजदूरों से ही काम कराना चाहिए।
सही थ्रेशर मशीन है ज़रूरी
ट्रैक्टर के बाद, एक थ्रेशर मशीन ही किसानों का सच्चा साथी है। इसकी मदद से किसान फसलों की कटाई का काम आसानी से कर सकते है। पर उसके लिए, आपको एक सही थ्रेशर मशीन को खरीदना होगा।
ट्रैक्टर ज्ञान के विशेषज्ञ आपके लिए इस मशीन की खरीदारी से जुडी कुछ मुख्य बातों को इस लेख की मदद से आप तक लाएं है। आप हमारे प्लेटफार्म पर मुख्य थ्रेशिंग मशीनो के मॉडल्स, पुराना थ्रेसर की कीमत के बारें में भी जान सकतें है। तो हमसे जुड़े रहिए और उन्नत रहें।
Category
Read More Blogs
रबी फसल की कटाई का दौर चल रहा है। और फसल की कटाई से ठीक पहले कृषि उपकरणों की मांग तेजी से बढ़ जाती है। इस हिसाब से फरवरी का महीना ट्रैक्टर कंपनियों के लिए काफी फायदेमंद रहा। इस ब्लॉग में हम...
पिछले काफी वर्षों से, महिंद्रा किसानों और कृषि से जुडी हर ज़रूरत को पूरा करने वाले ट्रैक्टरों का निर्माण करने के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। चाहे आप एक छोटे स्तर के किसान हो या फिर बड़े पैमानें पर कृषि करतें...
You might be wondering which tractor companies are the best tractor companies among all the companies present out there. So to solve all your queries Tractogyan here presents the list of Top 10 Tractor Companies in India in 2025. #1 st Tractor...
Write Your Comment About जानिए कैसे करें सही थ्रेशर मशीन का चयन!
.webp&w=256&q=75)
Top searching blogs about Tractors and Agriculture
24 Jun 2025
06 Jan 2025
03 Jan 2025
27 Nov 2024
22 Jan 2025
21 Nov 2024
24 Jun 2025
27 Jun 2025
25 Jun 2025
16 Dec 2024
31 Dec 2024
27 Jun 2025
27 Jun 2025
24 Jun 2025