खेती को बनाएं आसान! सरकार से पाएं कृषि यंत्रों पर 50% सब्सिडी
कृषि कार्यों में मॉडर्न इंप्लीमेंट का उपयोग आज के समय की आवश्यकता बन चुका है। इसी दिशा में किसानों को राहत देते हुए ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल के माध्यम से तीन प्रमुख कृषि यंत्रों – डायरेक्ट राइस सीडर (DSR), ब्रॉड बेड फरो-प्लांटर (BBF), और श्रेडर/मल्चर पर 50% सब्सिडी के लिए 4 जून 2025 से आवेदन करना शुरू हो चुका है। यह योजना उन किसानों के लिए सुनहरा अवसर है जो खेती को एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से जोड़ना चाहते हैं।
आवेदन प्रक्रिया की मुख्य जानकारी
- आवेदन शुरु होने की तारीख: 4 जून 2025
- एप्लीकेशन पोर्टल: ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल
आवेदन की लास्ट डेट तक आई सभी एप्लीकेशन्स के आधार पर लक्ष्य निर्धारण (कितने लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा) यह तय किया जाएगा। इसके बाद लॉटरी द्वारा चुने हुए किसानों को इंप्लीमेंट्स पर सब्सिडी दी जाएगी। लॉटरी की डेट और उसके द्वारा किसानों को चुने जाने की पूरी जानकारी अलग नोटिफिकेशन के माध्यम से पोर्टल पर पब्लिश की जाएगी।
आवश्यक धरोहर राशि (कॉशन अमाउंट) और डिमांड ड्राफ्ट विवरण
इस सब्सिडी के लिए अप्लाई करते समय, किसान को अपने खुद के बैंक खाते से एक डिमांड ड्राफ्ट बनवाकर संबंधित जिले के सहायक कृषि यंत्री के नाम से जमा करना अनिवार्य होगा। बिना धरोहर राशि के आवेदन मान्य नहीं होगा। संबंधित सहायक कृषि यंत्री की सूची पोर्टल पर "देखने हेतु क्लिक करें (https://www.mpdage.org)" के माध्यम से उपलब्ध है।
यंत्र का नाम | डीडी राशि (रु.) |
डायरेक्ट राइस सीडर | ₹3,000/- |
ब्रॉड बेड फरो-प्लांटर | ₹4,500/- |
श्रेडर/मल्चर | ₹5,500/- |
इन कृषि यंत्रों की उपयोगिता और लाभ
डायरेक्ट राइस सीडर
- मेहनत और पानी की बचत होती है।
- चावल की खेती में नई तकनीक के साथ अधिक उत्पादकता।
- बिना खेत की जुताई किए सीधे धान की बुवाई की जा सकती है।
ब्रॉड बेड फरो-प्लांटर
- खासकर कपास, चना, सोयाबीन आदि फसलों के लिए बेस्ट
- खेतों में पानी नहीं भरता, जिससे बीज सड़ने का खतरा कम होता है।
श्रेडर/मल्चर
- मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में सहायक।
- क्लाइमेट चेंज के इफेक्ट को कम करने में उपयोगी।
- फसल के बचे हुए हिस्सों को बारीक काटकर खेत में फैला देता है।
आवेदन करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें
- डीडी केवल किसान के अपने बैंक खाते से बनवाया जाना चाहिए।
- एक बार जमा की गई धरोहर राशि लॉटरी में चयनित न होने की स्थिति में वापस की जाएगी।
- अप्लाई करते समय सभी जानकारी सही-सही भरना अनिवार्य है, वरना एप्लीकेशन रिजेक्ट की जा सकती है।
- अप्लाई करने से पहले सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट्स जैसे खसरा नंबर, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो आदि तैयार रखें।
सहायता एवं संपर्क
यदि आपको आवेदन में किसी प्रकार की समस्या आ रही है, तो अपने जिले के सहायक कृषि यंत्री या कृषि विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए पोर्टल पर उपलब्ध दिशा-निर्देश अवश्य पढ़ें।
निष्कर्ष
यह योजना मध्य प्रदेश के उन किसानों के लिए एक शानदार मौका है जो अपने खेतों में मॉडर्न टेक्नोलॉजी के साथ खेती को आगे बढ़ाना चाहते हैं। डायरेक्ट राइस सीडर, ब्रॉड बेड फरो-प्लांटर और श्रेडर/मल्चर जैसे इंप्लीमेंट्स न केवल खेती को आसान बनाते हैं, बल्कि प्रोडक्टिविटी, टाइम और इन्वेस्टमेंट तीनों में सुधार लाते हैं। तो आप भी तैयार हो जाइए और ई-कृषि यंत्र पोर्टल पर आवेदन करके इस योजना का लाभ उठाइए।
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