ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, रोटावेटर जैसी चीजें हुईं सस्ती: किसानों को मिली बड़ी राहत जीएसटी सुधार से
Table of Content
किसानों के लिए इस बार के त्यौहार नवदुर्गा, दिवाली बेहद खास होने वाली है, क्योंकि सरकार ऐतिहासिक जीएसटी सुधार (Next-Gen GST Reform) लाई है। इस सुधार का उद्देश्य कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाना, किसानों की लागत घटाना और खेती को अधिक लाभकारी बनाना है।
कृषि क्षेत्र में जीएसटी दरों में बड़ा बदलाव
सरकार ने कई महत्वपूर्ण कृषि उपकरणों और मशीनों पर जीएसटी की दरों में बड़ी कटौती की है। पहले जो उपकरण महंगे लगते थे, अब वे काफी सस्ते हो गए हैं। आइए जानते हैं, किन चीजों पर कितना टैक्स कम किया गया है।
नए जीएसटी रेट्स की लिस्ट
- ट्रैक्टर: पहले 12% जीएसटी, अब सिर्फ 5%
- हार्वेस्टर: पहले 12%, अब 5%
- रोटावेटर: पहले 12%, अब 5%
- स्प्रिंकलर: पहले 12%, अब 5%
- ट्रैक्टर टायर और पार्ट्स: पहले 18%, अब घटकर 5%
- बायोपेस्टीसाइड (जैव कीटनाशक) और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स (सूक्ष्म पोषक तत्व): पहले 12%, अब सिर्फ 5%
- ड्रिप सिंचाई प्रणाली और स्प्रिंकलर: पहले 12%, अब 5%
- कृषि मशीनरी: पहले 12%, अब सिर्फ 5%
जीएसटी की दर कम होने से कितनी होगी बचत?
मान लीजिए, एक ट्रैक्टर की कीमत ₹6.25 लाख है। पहले 12% जीएसटी लगता था यानी ₹75,000 का टैक्स। अब सिर्फ 5% यानी ₹31,250 देना होगा। यानी किसान को ₹43,750 की सीधी बचत होगी। इसी तरह अन्य उपकरणों पर भी हजारों रुपये की बचत होगी।
फेस्टिव सीजन और ट्रैक्टर की बिक्री पर असर
ट्रैक्टर ज्ञान ने अपने ब्लॉग (Festive Season 2025 could see Record Tractor Sales) में बताया था कि फेस्टिव सीजन 2025 में रिकॉर्ड ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, रोटावेटर आदि की सेल्स हो सकती हैं, खासकर अगर जीएसटी रेट कम होती है। अब जबकि यह बदलाव लागू हो गया है, तो नवरात्रि, दशहरा और दिवाली पर किसानों के लिए ट्रैक्टर खरीदना और आसान होगा।
यह फेस्टिव सीजन लगभग 55 दिनों का है (27 अगस्त गणेश उत्सव से 20 अक्टूबर दिवाली तक) और कंपनियां पहले ही एक्साइटिंग ऑफर्स, फाइनेंसिंग प्लान्स और एक्सचेंज स्कीम्स लॉन्च कर चुकी हैं।
Quick Links
जीएसटी में कटौती कब से लागू होगी?
सरकार द्वारा ट्रैक्टरों पर जीएसटी दर में की गई कटौती 22 सितंबर से प्रभावी होगी। इसका मतलब है कि इस तारीख के बाद ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, रोटावेटर आदि खरीदने वाले किसानों को सीधे तौर पर कम कीमत का लाभ मिलेगा। इस बदलाव से किसानों की लागत घटेगी और ट्रैक्टर खरीदना पहले से ज्यादा किफायती हो जाएगा।
जीएसटी में कटौती से किसानों को क्या फायदा मिलेगा?
यह बदलाव किसानों के लिए सीधा आर्थिक लाभ लेकर आया है।
- ट्रैक्टर और उसके पार्ट्स होंगे सस्ते: खेती की सबसे बड़ी लागत ट्रैक्टर और उसके उपकरणों पर होती है। अब जीएसटी घटने से कीमत में कमी आएगी, जिस से ट्रैक्टर खरीदना काफी किफायती होगा।
- सिंचाई और खाद पर कम टैक्स: ड्रिप सिंचाई प्रणाली और स्प्रिंकलर पर 5% जीएसटी होने से सिंचाई की लागत घटेगी और पानी की बचत भी होगी।
- खेती की उत्पादकता में बढ़ोतरी:आधुनिक मशीनों और बायोपेस्टीसाइड की कीमत घटने से किसान ज्यादा सुविधाजनक खेती कर पाएंगे।
- छोटे और मझोले किसानों के लिए राहत: कम लागत का मतलब है कि छोटे किसान भी आधुनिक तकनीक अपना पाएंगे।
सरकार का विजन - आत्मनिर्भर भारत की ओर
सरकार का उद्देश्य है कि खेती को और आसान, सस्ती और टिकाऊ बनाया जाए। ये बदलाव न सिर्फ किसानों की आय बढ़ाएंगे, बल्कि कृषि क्षेत्र को नई ऊँचाई तक ले जाएंगे। यह कदम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
इंडस्ट्री लीडर्स का क्या है कहना?
श्री नरिंदर मित्तल, प्रेसिडेंट एवं प्रबंध निदेशक, सीएनएच इंडिया: कहते है “हम सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हैं कि कृषि उपकरण, संबंधित कंपोनेंट्स और टायर पर जीएसटी को घटाकर 5% किया गया है। ये जीएसटी सुधार, ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, बेलर और अन्य उपकरणों को अधिक किफायती बनाकर मशीनीकरण को गति देंगे, साथ ही किसानों के लिए समग्र परिचालन लागत को कम करेंगे। यह उद्योग से जुड़े लोगों को श्रम की कमी को दूर करने, किसानों की उत्पादकता बढ़ाने और सस्टेनेबल प्रैक्टिस को बढ़ावा देगा। सीएनएच के लिए, यह स्थानीयकरण, नवाचार और हमारे ऑफरिंग्स के विस्तार के लिए उपयुक्त माहौल प्रदान करता है, जिससे भारत को कृषि मशीनरी के लिए वैश्विक सीएनएच हब के रूप में मजबूत किया जा सके। हार्वेस्टिंग और पोस्ट हार्वेस्टिंग सेगमेंट में अग्रणी होने के नाते, हम इस सुधार को फसल कटाई के मौसम से पहले विशेष रूप से समयानुकूल मानते हैं, क्योंकि कम लागत अधिक किसानों को बेलिंग समाधानों को अपनाने में सक्षम बनाएगी, जिससे फसल अवशेष जलाने और उसके पर्यावरण पर प्रभाव को कम किया जा सके।”
श्री अमृत सागर मित्तल प्रेसिडेंट-टीएमए, वाईस चेयरमैन- सोनालिका ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़: “नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स 2025” भारत के टैक्स सिस्टम में एक बड़ा बदलाव है। इन सुधारों का मकसद शासन को बेहतर बनाना, अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और लोगों की जिंदगी की गुणवत्ता बढ़ाना है।
इन सुधारों का मुख्य हिस्सा जीएसटी दरों को आसान और कम करना है, ताकि टैक्स का बोझ घटे। ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी पर जीएसटी घटाने से किसानों को सीधा फायदा मिलेगा। इससे खेती के उपकरण सस्ते होंगे, मशीनीकरण बढ़ेगा और खेती की पैदावार भी ज्यादा होगी।
निष्कर्ष
जीएसटी में सुधार, फेस्टिव सीजन, और फेस्टिव सीजन डिस्काउंट किसानों के लिए ट्रैक्टर या कृषि उपकरण खरीदने का गोल्डन ऑपर्च्युनिटी बना रहे हैं। अगर आप नया ट्रैक्टर लेने का प्लान कर रहे हैं, तो अभी का समय सबसे बेहतर है।
क्यों चुनें ट्रैक्टर ज्ञान?
क्योंकि ट्रैक्टर ज्ञान किसानों को ट्रैक्टर कीमतों, फीचर्स, ऑफर्स और सरकारी योजनाओं की सही जानकारी देता है। हाल ही में जीएसटी कटौती पर भी हमने किसानों को बताया कि इससे ट्रैक्टर सस्ते होंगे और कितनी बचत होगी। ट्रैक्टर ज्ञान का मकसद है किसानों को सही जानकारी देकर हर खरीदारी को आसान और फायदेमंद बनाना।
Category
Read More Blogs
Indian farmers today need tractors that combine power, performance, and advanced technology for diverse agricultural operations. The 40 HP 4WD tractors are one of the most preferred choices because they offer excellent traction, fuel efficiency, and the ability to work on all...
August 2025 is a fantastic month for Indian agriculture, especially for harvesters. Farmers are becoming more and more comfortable with mechanisation. As a result, retail harvesters' sales increased by 52.17% in August 2025.
Retail Harvesters Sales in August 2025
Retail Harvester sales in...
Sonalika Tractors has once again demonstrated its leadership in the agricultural machinery sector by recording its highest-ever overall tractor sales for August. Sonalika tractor sales are 10,932 units in August 2025. This remarkable milestone includes a robust 28% growth in the domestic...
Write Your Comment About ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, रोटावेटर जैसी चीजें हुईं सस्ती: किसानों को मिली बड़ी राहत जीएसटी सुधार से
.webp&w=1920&q=75)
Top searching blogs about Tractors and Agriculture
30 Jul 2025
30 Jul 2025
29 Jul 2025
29 Jul 2025
03 Jul 2025
30 Jul 2025
30 Jul 2025
30 Jul 2025
29 Jul 2025
30 Jul 2025
31 Dec 2024
31 Jul 2025
30 Jul 2025
31 Jul 2025