ट्रैक्टर और अन्य कृषि यंत्रों ने अभी तक किसानों का काम बहुत हद तक आसान कर दिया है
08 Aug, 2020
जैसे जैसे नई नई तकनीकें विकसित हो रही वैसे वैसे कृषि का और सरल व लाभदायक होता जा रहा है। ट्रैक्टर और अन्य कृषि यंत्रों ने अभी तक किसानों का काम बहुत हद तक आसान कर दिया है, पर अगर किसानों को ऐसे ट्रैक्टर मिलें जो अपने आप बिना किसी ड्राइवर के चलते है तो कृषि के क्षेत्र में एक नई क्रांति आ जाएगी। ड्राइवर के बिना चलने वाले ट्रैक्टर निर्मित करने के लिए कई ब्रांड इसकी तकनीक विकसित कर चुके और कुछ ब्रांड तो इन्हे भारत में लॉन्च कर चुके हैं। ड्राइवर के बिना चलने वाले इन ट्रैक्टरो को ऑटोनोमस ट्रैक्टर या ड्राइवरलेस ट्रैक्टर कहा जाता है। ये ट्रैक्टर अभी थोड़े महंगे लगेंगे पर भविष्य में ये बहुत उपयोगी और पैसा बचाऊं ट्रैक्टर कहलाएंगे, क्योंकि ये कम ईंधन और समय में ज्यादा काम करने में सक्षम है।
ड्राइवरलेस ट्रैक्टर अब केवल एक विचार नहीं बल्कि सच्चाई है पर इन्हे विकसित करने की बुनियाद जॉन डियर और ऑटोनोमस ट्रैक्टर कॉर्पोरेशन जैसी कंपनियों ने रखी थी। ऑटोनोमस ट्रैक्टर कॉर्पोरेशन इस तकनीक को विकसित करने की तरफ सबसे पहले आगे बड़ी थी, और वर्ष 2012 स्प्रिट नामक ट्रैक्टर को विकसित भी कर चुकी थी।
विदेशों में विकसित हो रही ये तकनीक अब भारत में भी पूरी तरह पहुंच गई है, इसलिए अब बात करते मौजूदा दौर में भारत में कौनसी कंपनियां इस क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं।
महिन्द्रा एंड महिन्द्रा
हाल ही में महिन्द्रा ने ड्राइवरलेस ट्रैक्टरों की अपनी पहली लाइन लॉन्च की है जो अपने जीपीएस सिस्टम से मार्गदर्शन प्राप्त करता है और इसे टैबलेट या फोन के माध्यम से भी निर्देशित किया जा सकता है।
जॉन डियर
ऑटोनोमस ट्रैक्टरों को विकसित करने में जॉन डियर सबसे आगे रही हैं। आज उनके ट्रैक्टरों में विशेषता यह है कि यह जीपीएस सिस्टम से निर्देश प्राप्त करेगा और आपकी किसी गतिविधि के अपना काम करेगा।
न्यू हॉलैंड
न्यू हॉलैंड कंपनी भी एक तरह के ऑटोनोमस ट्रैक्टर निर्मित करने पर अभी काम ही कर रही है, कंपनी बगों में काम करने वाले छोटे छोटे ट्रैक्टर में ये तकनीक विकसित कर रही है।
एस्कॉर्ट्स
कंपनी माइक्रोसॉफ्ट से समर्थन प्राप्त कर रहा है और एआई और आईओटी जैसे आधुनिक प्रौद्योगिकी उपकरणों के साथ अपने ड्राइवरलेस ट्रैक्टर को विकसित कर रहा है।
इसके अलावा भारत का एक स्टार्टअप ऑटो नेक्स्ट भी इस दिशा में काम रहा है, इसने हल्क नाम का एक ऐसा ट्रैक्टर जो बिजली से चलता है और अब ऑटोनोमस तकनीक के ट्रैक्टर भी बना रहा है।
इन प्रयासों के बावजूद अभी भी ऑटोनोमस ट्रैक्टर के सामने कई चुनौतियां है, पर कई वर्षों से इस तकनीक को उन्नत करने का काम चल रहा है और उम्मीद है कि धीरे धीरे इसे बड़े स्तर पर अपनाया जाएगा। इस मुकाम पर पहुंचने में इसे अभी कुछ वक्त लगे पर ये तो तय है कि कृषि के क्षेत्र में इस तकनीक से बड़े बदलाव आएंगे।
Read More
![]() |
जानिये किन फ़ीचर से मिलकर बनता है ढुलाई स्पेशल ट्रैक्टर? |
![]() |
Top 7 Massey Ferguson tractors in India 2021! |
![]() |
Top 10 Swaraj tractors in India 2021 |
FADA Tractor Sales November 2023 - Retail Tractor Sales is 61969, Down by 21.28% YoY
The Federation of Automobile Dealers Associations (FADA) has released its retail tractor sales data...
फाडा ट्रैक्टर बिक्री नवम्बर 2023 में 21.28% की गिरावट
फाड़ा ने हाल ही में नवम्बर 2023 की रिटेल ट्रैक्टर बिक्री रिपोर्ट (FADA Tractor Sales November 2023)&n...
Mahindra OJA Unveils 7 Revolutionary Lightweight 4WD Tractors
Built Tough in India, for India & the World • A paradigm shift in tractor design a...