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सिट्रोनेला की खेती से होगी कई गुना ज्यादा कमाई- कैसे करें शुरुआत

सिट्रोनेला की खेती से होगी कई गुना ज्यादा कमाई- कैसे करें शुरुआत

    सिट्रोनेला की खेती से होगी कई गुना ज्यादा कमाई- कैसे करें शुरुआत

25 Aug, 2020

सिट्रोनेला या सिट्रोनेला घास की खेती मुख्यतः इस की पत्तियों से मिलने वाले सुगंधित तेल के लिए की जाती है । सिट्रोनेला में औषधीय गुण होने के कारण इसकी  मांग भी बाजार में ज्यादा है । भारत में सिट्रोनेला की खेती असम, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा, केरल तथा मध्य प्रदेश में की जाती है। इस फसल में कीट व बीमारियों का प्रकोप भी बहुत कम होता है। इसीलिए जावा सिट्रोनेला की खेती करके परंपरागत फसल से ज्यादा कमाई की जा सकती है।

 

मिट्टी एवं जलवायु

जावा सिट्रोनेला की खेती के लिए दोमट तथा बलुई मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है । मिट्टी का पीएच 6 से 7.5 होना उपयुक्त होता है । वहीं अगर जलवायु की बात करें तो सिट्रोनेला के लिए समशीतोष्ण एवं उष्ण जलवायु बेहतर होती है । सिट्रोनेला की खेती के लिए 9 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान उपयुक्त माना जाता है । एवं प्रतिवर्ष 200 से ढाई सौ सेंटीमीटर बारिश एवं 70 से 80% आर्द्रता वाले क्षेत्रों में इस फसल को सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है ।

 

बुवाई

 बहुवर्षीय फसल होने के कारण इसे एक बार लगा देने के बाद यह पांच वर्षों तक अच्छी पैदावार देती है। इसके लिए खेत की अच्छी तैयारी की जान ज़रूरी है । जावा सिट्रोनेला की बुआई स्लिप्स से की जाती है। सिट्रोनेला की बुआई के लिए जूलाई-अगस्त अथवा फरवरी-मार्च का समय सर्वाधिक उपयुक्त माना जाता है। स्लिप्स को 5 से 8 इंच गहरा लगाया जान चाहिए और पौधों से पौधों के बीज की दूरी 60 x 45  सें. मी. रखना चाहिए । बुआई के बाद खेत मे पानी छोड़ दें । परन्तु ध्यान रखें कि खेत में जल भराव न हो। बुआई से लगभग 2 सप्ताह के भीतर स्लिप्स से पत्तियां निकलनी शुरू हो जाती है।

 

उपज और कमाई

सिट्रोनेला की खेती से 1 साल में लगभग डेढ़ सौ से ढाई सौ किलो प्रति हेक्टेयर सुगंधित तेल की उपज पाई जा सकती है । जिससे पहले साल में ₹80000 प्रति हेक्टेयर तक का लाभ आपको मिलता है । जबकि आने वाले वर्षों में लाभ की मात्रा लगभग दुगनी या उससे ज्यादा भी हो सकती है । वर्तमान समय में सिट्रोनेल तेल की बाजार में कीमत लगभग ₹1000 से ₹1200 है।

 

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