किसानों के लिए सुनहरा मौका हैप्पी सीडर और सुपर सीडर पर सब्सिडी: ऐसे करें अवेदन
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खेती को आधुनिक और पर्यावरण-संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में, मध्य प्रदेश के ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर किसानों के लिए हैप्पी सीडर एवं सुपर सीडर जैसे इम्प्लीमेंट्स के लिए आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। यह पहल विशेष रूप से नरवाई प्रबंधन (वीड मैनेजमेंट) को बढ़ावा देने के लिए की गई है। इसके अंतर्गत किसान भाईयों को 50% तक की सब्सिडी मिलेगी जो 1 लाख 20 हज़ार तक जा सकती है।
आवेदन प्रक्रिया की प्रारंभिक तिथि
- आवेदन शुरू होने की तारीख: 18 अप्रैल 2025
- प्राप्त आवेदनों के आधार पर लक्ष्य निर्धारण किया जाएगा।
- एलिजिबल एप्लीकेंट्स के चयन हेतु लॉटरी प्रक्रिया भी अलग से आयोजित की जाएगी, जिसकी सूचना बाद में पोर्टल के माध्यम से दी जाएगी।
हैप्पी सीडर और सुपर सीडर हेतु अनुदान के लिए आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले, किसान को ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- पोर्टल पर लॉगिन करने के बाद हैप्पी सीडर या सुपर सीडर के लिए आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन के साथ 4500/- रुपये का डिमांड ड्राफ्ट (DD), जो कि संबंधित सहायक कृषि यंत्री के नाम पर बनेगा, अनिवार्य रूप से जमा करना होगा।
- सभी ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स जैसे पहचान पत्र, भूमि के कागजात आदि अपलोड करें।
- आवेदन सफलतापूर्वक जमा होने के बाद एक रसीद प्राप्त होगी, जिसे आगे के लिए सुरक्षित रखना होगा।
- सिलेक्शन लॉटरी के माध्यम से होगा, और रिजल्ट्स अलग से दिए जाएंगे।
नोट: डिमांड ड्राफ्ट के बिना किए गए आवेदन अपने आप ही रिजेक्ट जो जाएंगे।
आवश्यक दस्तावेज एवं धरोहर राशि
किसानों के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित शर्तें अनिवार्य हैं:
- कृषक को खुद के बैंक अकाउंट से डिमांड ड्राफ्ट बनवाना अनिवार्य है।
- डिमांड ड्राफ्ट सम्बंधित जिले के सहायक कृषि यंत्री के नाम से बनवाना होगा। (इसकी डिटेल्स पोर्टल पर उपलब्ध है।)
हैप्पी सीडर और सुपर सीडर क्यों हैं महत्वपूर्ण?
हैप्पी सीडर और सुपर सीडर इम्प्लीमेंट्स का प्रयोग फसल अवशेषों (नरवाई) को बिना जलाए खेत में ही मैनेज करने के लिए किया जाता है। इससे भूमि की फर्टिलिटी बनी रहती है और पर्यावरण को भी प्रदूषण से बचाया जा सकता है। ये यंत्र सीधी बुआई (डायरेक्ट सीडिंग) को संभव बनाते हैं और किसानों के समय व लागत दोनों की बचत करते हैं।
आवेदन क्यों करें?
- यंत्रों पर सरकारी अनुदान का लाभ।
- खेती में आधुनिक तकनीक का समावेश।
- नरवाई जलाने पर प्रतिबंध का पालन।
- उत्पादकता में वृद्धि और मिट्टी की गुणवत्ता बनाए रखना।
निष्कर्ष
यदि आप खेती को पर्यावरण-अनुकूल बनाना चाहते हैं, तो यह एक सुनहरा मौका है। ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर जाकर समय पर आवेदन करें और हैप्पी सीडर या सुपर सीडर जैसी एडवांस्ड मशीनरी का लाभ उठाएं। ध्यान रखें कि आवेदन के साथ 4500/- रु. का डिमांड ड्राफ्ट अनिवार्य रूप से जमा करें ताकि आपका आवेदन मान्य हो सके।
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