16 Sep, 2023
ट्रैक्टर एक बहुत ही जरूरी कृषि उपकरण है, इसलिए इसे ख़रीदते समय किसानो को बहुत ही चौकन्ना रहना पड़ता है। वो किसी भी ट्रैक्टर पर आँख बंद करके भरोसा नहीं कर सकतें हैं। उनको जानना होगा की किस ट्रैक्टर में क्या खूबियाँ है। और जब हम ट्रैक्टर की खूबियों की बात कर ही रहें हैं तो ऐसा हो ही नहीं सकता की ट्रैक्टर की एचपी और टॉर्क की बात ना हो।
ट्रैक्टर खरीदते समय, हॉर्सपावर (एचपी) और टॉर्क दोनों क ही विचार करना चाहिए क्योंकि ये दोनों ही ट्रैक्टर की क्षमता का प्रतिक है। पर अगर किसानो को किसी एक को चुनना हो तो वो किसे चुने? चलिए हम आपकी मदद करते है।
इससे पहले हम आपको बताएँ की टॉर्क और एचपी में से किसकी जानकारी हासिल करना आपके लिए ज़रूरी है , चलिए जानते हैं कि इसका मतलब क्या होता है।
टॉर्क- जब हम ट्रैक्टर इंजन के संदर्भ में टॉर्क की बात करते है तो इसका मतलब होता है वह घूर्णन बल जो इंजन उत्पन्न करता है।इसको पाउंड-फीट (एलबी-फीट) या न्यूटन-मीटर (एनएम) में मापा जाता है।
किसी भी इंजन का टॉर्क इस बात का मापक होता है कि वह खेतों की जुताई, मिट्टी की जुताई, भारी भार खींचना, और बेलर जैसे पावर टेक-ऑफ (पीटीओ) को कितनी आसानी से उपयोग में ला सकतें हैं। यह उन पर कितने बल का प्रयोग कर पा रहा है।
एक अधिक टॉर्क वाला इंजन ट्रैक्टर को भारी भार या चुनौतीपूर्ण इलाकों में भी कुशलता से प्रदर्शन की शक्ति देता है।
हॉर्सपावर या एचपी- अगर हम ट्रैक्टर इंजन की एचपी की बात करें तो यह इंजन के काम करने ही क्षमता और पावर आउटपुट को दर्शाता है। इंजन के एचपी से हमे पता चलता है की वह कृषि के मुख्य कामों जैसे भार खींचना, उपकरणों का संचालन करना और ट्रैक्टर का संचालन कितनी तेजी से कर सकता है ।
एचपी का सीधा संबंध ट्रैक्टर इंजन द्वारा किए जाने वाले कार्य की मात्रा से है। उच्च एचपी रेटिंग वाले ट्रैक्टर जुताई, घास काटने और भारी भार खींचने सहित अधिक मांग वाले कार्यों को आसानी से संभाल सकते हैं।
उच्च एचपी रेटिंग वाले ट्रैक्टर तेज यात्रा गति प्राप्त कर सकते हैं, जो बड़ी कृषि जमीनों के बीच माल, उपकरण या कर्मियों के परिवहन के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
पर्याप्त एचपी वाले ट्रैक्टर प्रतिकूल परिस्थितियों में भी उचित कार्यशीलता को बनाए रखतें है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि काम सुचारू रूप से चलता रहे।
एचपी सीधे ट्रैक्टर की भारी भार खींचने की क्षमता को प्रभावित करता है। एक ज़्यादा एचपी वाला ट्रैक्टर ट्रेलरों को खींचने, फसलों के परिवहन, या भार ढ़ोने से जुड़े कार्यों को आसानी से अंजाम दे सकता है।
सीधी भाषा में,टॉर्क से हमे पता चलता है की एक ट्रैक्टर किस तरह के काम कर सकता है तो एचपी हमे यह बताता है की यह सब काम कितनी तेज़ी से हो सकते है।
चलिए इसको एक सीधे से उदाहरण से समझते है। मान लीजिए की राम और श्याम दोनों ही खेतों में काम कर रहें है। राम एक ही 5 किलो का बैग उठा सकता है और इसको खेत तक पहुँचने में 1 मिनट का समय लेता है। वहीँ दूसरी और श्याम एक साथ दो बैग ले जाता है पर उसको खेत तक पहुँचने में 3 मिनट के समय लगता है।
तो श्याम के मुकाबले, राम का टॉर्क कम है क्योंकि वो श्याम से कम भार ले जा रहा है पर उसका एचपी ज़्यादा है क्योंकि वो श्याम से जल्दी बैग खेत तक ले जा पा रहा है।
एचपी और टॉर्क एक दूसरे से संबंधित हैं। ट्रैक्टर का एचपी मापने का सूत्र है:
एच.पी. = टॉर्क × इंजन आरपीएम ÷ 5,252
इस सूत्र से हमे पता चलता है कि एक इंजन का टॉर्क जितना अधिक होगा उसका एचपी भी उतना ज़्यादा होगा।
आपको एक उच्च टॉर्क वाला ट्रैक्टर खरीदना चाहिए अगर आप ट्रैक्टर का उपयोग कृषि से जुड़े भारी-भरकम कार्यों जैसे जुताई, भारी भार खींचने या पीटीओ-चालित उपकरण के अधिक उपयोग से जुड़ें है। एक अधिक टॉर्क वाला ट्रैक्टर इन सभी कामों को करने की लिए आपको उचित शक्ति देगा।
आपको ट्रैक्टर के एचपी को तब ज़्यादा प्राथमिकता देनी चाहिए जब आप एक ऐसे ट्रैक्टर की तलाश में हैं जो आपको कृषि से जुड़े कामो जैसे घास काटना या रोपण में गति प्रदान कर सके। अगर आप एक बड़ी ज़मीन पर खेती करते है और कृषि कामों को पूरी गति के साथ करना चाहतें हैं तो आप एक
एचपी और टॉर्क को संतुलित करना की सफलता की चाबी है।
एक आदर्श ट्रैक्टर वही है जिसमे उचित एचपी और टॉर्क पाया जाता है। अगर आप एक उच्च एचपी और कम टॉर्क वाला ट्रैक्टर ले लेते हैं तो आपको कृषि से जुड़े भारी-भरकम कार्यों में बहुत संघर्ष करना पड़ सकता है।
वही दूसरी ओर, अगर आप उच्च टॉर्क और कम एचपी वाला ट्रैक्टर लेते है तो आपको कृषि कार्यों के तेजी से करने लिए आवश्यक गति नहीं मिल पायेगी। इसलिए समझदारी इसी में है की आप ऐसा ट्रैक्टर लें इसमें एचपी और टॉर्क का उचित मिश्रण हो और आप खेतीबाड़ी से जुड़े सभी कामों को आसानी से कर सकें।
अगर आपको ट्रैक्टर से जुडी और भी कोई शंका है तो हम आपको ट्रैक्टरज्ञान से इसी तरह जुड़े रहनें की सलाह देंगे। इस प्लेटफार्म पर आपको सही और सटीक जानकरी मिलती है जिससे आप एक सही फैसला लेने में सफल रहेंगे।
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टॉर्क ट्रैक्टर की शक्ति और प्रदर्शन का मापक होता है, जबकि एचपी इंजन की काम करने की क्षमता को दर्शाता है।
टॉर्क को पाउंड-फीट (एलबी-फीट) या न्यूटन-मीटर (एनएम) में मापा जाता है।
उच्च टॉर्क वाले ट्रैक्टर कृषि कामों में जैसे जुताई, भारी भार खींचने, और पीटीओ-चालित उपकरण के उपयोग के लिए सहायक होते हैं।
उच्च एचपी वाले ट्रैक्टर घास काटने, रोपण, और तेजी से काम करने के लिए सहायक होते हैं, खासकर बड़ी कृषि जमीनों में।
टॉर्क और एचपी एक-दूसरे से संबंधित होते हैं। अधिक टॉर्क वाले ट्रैक्टर में अधिक एचपी होते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं की काम जल्दी और प्रभावी तरीके से हो।
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