क्यों पीछे रह गया किसान - 3

Home| All Blogs| क्यों पीछे रह गया किसान - 3
SHARE THIS

क्यों पीछे रह गया किसान - 3

    क्यों पीछे रह गया किसान - 3

10 Mar, 2021

● क्या एमएसपी से सुधरेगी किसानों की हालत? क्या एमएसपी का कानून मुमकिन है?

 

किसानों की समस्यायों पर चर्चा करते हुए हमनें

क्यों पीछे रह गया किसान -1

 में किसानों की माली हालत से रूबरू कराया, उसके बाद

क्यों पीछे रह गया किसान - 2

में आपको किसानों के साथ होते अन्याय का आभास कराया।

अब हम इस भाग में देखेंगे उन संभावित उपायों को भी जिनके जरिए किसानों के साथ हो रहे अन्याय को रोका जा सकता है।

 

कैसे रुकेगा यह अन्याय?

ऐसे में अगर आप चाहते है कि किसान किसानी करता रहे, उसे भी थोड़ा बहुत मुनाफा मिलता रहे तो या आपको यह व्यवस्था बदलनी पड़ेगी,

● किसान को लागत के सामान बेचने वाली कंपनियों, खाद, बीज, मशीन आदि बेचने वाली कंपनियों को  निर्देशित किया जाए कि वो अपना उत्पाद थोक के भाव पर ही बेचे, जो कि बिल्कुल संभव नहीं है।

● किसानों से फसल खुदरा भाव पर खरीदी जाएं यानी कि फसल पर एमएसपी जैसा कुछ निश्चित किया जाए, हालाकि आज जो एमएसपी है वो भी थोक का भाव ही है लेकिन इस तरह कुछ हद न्याय हो सकता है। ये मुमकिन हो सकता है, हमारे किसान इसी की मांग कर रहें हैं।

या इस व्यवस्था से कोई छेड़छाड़ किए बगैर किसानों को नुकसान कि भरपाई के लिए सब्सिडी प्रदान करनी पड़ेगी, जो कि विश्व के ज्यादातर देश कर रहे हैं। अगर किसानों के साथ अन्याय वाली व्यवस्था जारी रहती है तो ऐसे में उन्हें सब्सिडी देना हमारा दायित्व भी है और किसानों का अधिकार भी।

 

सब्सिडी नहीं वाजिब दाम दो!

लेकिन अगर इस पर किसानों की राय ली जाए तो ज्यादातर मामलों में उनका कहना होता है कि उन्हें सब्सिडी आदि की कोई जरूरत नहीं अगर उन्हें अपनी फसलों के वाजिब दाम मिल जाएं।

 

 

अगर आप हिंदुस्तान के परिपेक्ष में किसानों की इन समस्यायों के निवारण के बारे में भी सोच रहें हैं तो आपको इस समस्या की गंभीरता से ही समझ आ गया होगा कि सब्सिडी या एमएसपी में बड़े इजाफे के अलावा कोई भी प्रयास बेमानी ही रहेगा। अगर हम सोचते है हम कोई ऐसी नीति लाए जिससे 10 साल बाद किसान का हाल थोड़ा सुधरेगा तो भी हम उसके साथ अन्याय ही कर रहे हैं।

 

एमएसपी ही है उपयुक्त विकल्प:-

सब्सिडी वाला विकल्प हमारे देश के लिए इतना उपयुक्त नहीं है क्योंकि हमारे यह किसानों की संख्या दूसरे देशों की तुलना में ज्यादा है और सरकारी खजाना कम है।

एमएसपी ही ऐसी स्तिथि में एक क्रांतिकारी उपाय बन सकता है जो जल्द जल्द किसानों के साथ हो रहे अन्याय को रोकेगा और उनकी आर्थिक स्थिति भी बदलेगा। आज जिन राज्यों में एमएसपी का प्रावधान है वह किसानों के हालात बेहतर है।

एफडीआई (भारतीय खाद्य निगम) के आंकड़ों से पता चलता है पंजाब, हरियाणा में 80 से 90 प्रतिशत किसान एमएसपी पर फसल बेचते हैं जबकि पूरे देश का औसत 6 प्रतिशत है, इसके बाद केरल में भी किसानों को निर्धारित कीमतें मिलती हैं।

 

"एमएसपी है इसलिए आय भी ज्यादा"

उधर नाबार्ड के सर्वे में सामने आता है पंजाब मे एक औसत किसान परिवार की मासिक आय करीब 23 हज़ार रुपए सामने है, इसके बाद हरियाणा है जहां 18 हज़ार रुपए आय और उसके बाद केरल है जहां 16 हज़ार रुपए आय है। चौथे नंबर जो राज्य आता है वो है गुजरात जहां किसान परिवार की मासिक आय 11,800 रुपए है जो पंजाब से लगभग आधी है, बाकी देश का औसत 6,000 रुपए है।

 

 

यह तो जाहिर है एमएसपी किसानों के लिए सही विकल्प है, लेकिन यह भी बहस का मुद्दा हो सकता है। दरअसल आज एमएसपी केवल सरकारी खरीद पर ही मिलती है और सरकार इतना ही खरीद सकती है।

 

लेकिन विकल्प यह भी है कि सरकार कानून के जरिए निजी खरीदारों को भी एमएसपी पर खरीदने के लिए बाध्य कर दे या सरकार खुद खरीदने बेचने का काम करे। इसमें कुछ रुकावटें आ सकती है कुछ के हल हमारे पास होंगे, कुछ के शायद बाद में मिल जाएंगे। लेकिन जरूरी है इस निवारण पर गौर किया जाए, हो सकता है इससे हमारे किसानों- गांवों की तस्वीर ही बदल जाए और हमारी यह व्यवस्था विश्वभर में किसानों के लिए उदाहरण बने।

ट्रैक्टर व किसानी संबंधी अन्य जानकारियों के लिए जुड़े रहें TractorGyan के साथ।

 

Read More

 Mahindra sales down April 2020       

क्यों पीछे रह गया किसान - 2'21    

  Read More  

 Mahindra sales down April 2020       

फरवरी में किस ट्रैक्टर कंपनी ने जमकर "PAWRI"(पार्टी) की, जानिए कौन से ट्रैक्टर सबसे ज्यादा बीके!                                                                                                                         

  Read More  

Mahindra sales down April 2020        

क्यों पीछे रह गया रे किसान - 1!                                          

Read More

Read More

Top searching blogs about Tractors and Agriculture

Top 10 Tractor brands in india To 10 Agro Based Indutries in India
Rabi Crops and Zaid Crops seasons in India Commercial Farming
DBT agriculture Traditional and Modern Farming
Top 9 mileage tractor in India Top 5 tractor tyres brands
Top 11 agriculture states in India top 13 powerful tractors in india
Tractor Subsidy in India Top 10 tractors under 5 Lakhs
Top 12 agriculture tools in India 40 Hp-50 Hp Tractors in India

Write Comment About Blog.

Enter your review about the blog through the form below.



Customer Reviews

Record Not Found

Popular Posts

https://images.tractorgyan.com/uploads/103009/641951b940d42_powertrac-euro-50-powerhouse.jpg

पॉवर ट्रैक यूरो 50 पावरहाउस : 2000 कि.ग्रा वजन उठाने की क्षमता वाला दमदार ट्रैक्टर

पॉवरट्रैक भारत में भरोसेमंद ब्रांडों में से एक है। पॉवरट्रैक एस्कॉर्ट समूह का ट्रैक्टर हैं। पॉव...

https://images.tractorgyan.com/uploads/28340/63fc6cca464f4_dbt-agriculture.jpg

DBT Agriculture Registration, Schemes and Benefits in 2023

It’s time for farmers to avail benefits from the DBT agriculture scheme. Let's uncover its...

https://images.tractorgyan.com/uploads/28439/640595abe5a24_fada-tractor-sales-report-feb-2023.jpg

Retail Tractor sales increase by 13.96% YoY in February 2023, shows FADA Research

FADA  has released its Monthly tractor sales report, which shows growth in the sales of tractor...

tractorgyan offeringsTractorGyan Offerings

POPULAR SECOND HAND TRACTORSPopular Second hand Tractors

LOCATE TRACTOR DEALERS/SHOWROOMLocate Tractor Dealers/Showroom