28 Jul, 2022
खेती में आधुनिक कृषि मशीनों (Farming Equipment) के उपयोग से किसानों का मुनाफा बढ़ा है। किसानों के लिए आधुनिक कृषि मशीनों के लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार कई सब्सिडी योजना भी चला रही है। लेकिन फिर भी सरकार के इतने प्रयासों के बाद भी ये आधुनिक कृषि मशीनी किसानों की पहुँच से दूर है। क्योंकि राज्य में बड़े पैमाने पर किसान लघु सीमान्त है जो आर्थिक रूप से उतने सक्षम नहीं है कि इन आधुनिक और महंगे कृषि यंत्रों को खरीद सकें। इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने किसानों की सहायता के लिए नया कदम उठाया है।
मोबाइल एप की शुरुआत
बता दें बिहार की सरकार ने किसानों तक कृषि मशीनें (Farming Equipment) पहुंचाने के लिए एक मोबाइल एप लॉन्च करने का निर्णय लिया है। इस मोबाइल एप का इस्तेमाल किसान आधुनिक मशीनों को किराए पर लेने के लिए कर सकेंगे। इस मोबाइल एप की मदद से किसान खेती-बाड़ी करने के लिए कृषि यंत्रों को घर बैठे ऑनलाइन बुकिंग कर किराए पर मंगवा सकेंगे और खेती-बाड़ी में खेती की जुताई से लेकर बुवाई तक होने वाले मुश्किल काम कम समय और कम लागत में कर सकेंगे। साथ ही खेती में अपना मुनाफा भी बढ़ा सकेंगे।
छोटे और सीमान्त किसानों को मिलेगी राहत
राज्य के छोटे और सीमान्त किसानों की सुविधा के लिए बिहार का सहकारिता विभाग यह पहल करने जा रहा है। शुरुआत में इस सिस्टम को 3000 पैक्स में लागू किया जाएगा। अगले हफ्ते इस सेवा के शुरू होने की उम्मीद है। बिहार सहकारिता विभाग की सचिव वन्दना प्रेयशी ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि अगले सप्ताह 2997 पैक्स में इस सेवा की शुरुआत होगी। एप के जरिए किसानों को कृषि यंत्र जैसे ट्रैक्टर और हार्वेस्टर को किराए पर दिया जाएगा। 3000 पैक्स में शुरूआती प्रदर्शन देखे के बाद दूसरे चरण में बाकी बचे पैक्स में इसकी शुरुआत होगी।
कॉल सेंटर और हेल्पलाइन नम्बर से भी ले सकेंगे सेवा
सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस सेवा का लाभ लेने में मदद करने के लिए एक कॉल सेंटर होगा। कॉल सेंटर में सम्पर्क करने के लिए एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाएगा। यहाँ पर किसान यंत्रों को किराए पर लेने से सम्बंधित जानकारी और मशीनों की उपलब्धता के बारे में जानने के साथ ही शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे। हेल्पलाइन नम्बर उन किसानों के लिए होगा जो स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करते। एक अधिकारी ने बताया कि जिन किसानों के पास स्मार्ट फ़ोन का इस्तेमाल नहीं करते है। एक अधिकारी ने बताया कि जिन किसानों के पास स्मार्ट फ़ोन नहीं और या उन्हें एप डाउनलोड करने में कोई कठिनाई हो रही है वे इस सेवा का लाभ उठाने के लिए आसानी से हेल्पलाइन नम्बर का उपयोग कर सकते हैं।
साथ ही अधिकारियों ने बताया कि चुनिन्दा पैक्सों में 15 जुलाई से मोबाइल एप के जरिए कृषि उपकरणों की बुकिंग शुरू हो जाएगी। बुकिंग करने के बाद किसान को एक टाइम स्लॉट दिया जाएगा जिसमें वे किराए पर कृषि उपकरण का इस्तेमाल कर सकेंगे। कृषि यंत्र बैंक (Farming Equipment Bank) में मौजूद यंत्रों का किराया तय करने के लिए प्रमंडल स्टार पर समिति बनी हुई है। इसमें सम्बन्धित पैक्स के अध्यक्ष, संयुक्त निबंधक, सहकारिता पदाधिकारी, क्षेत्र के दो किसान और अन्य सदस्य होंगे। यह समिति उपकरणों का किराया तय करेगी। जो किराया निर्धारित होगा वही किसानों से लिया जाएगा। पैक्स उससे ज्यादा किराया नहीं वसूल सकेगा।
ट्रैक्टर, ट्रक, हार्वेस्ट जैसे उपकरण मिलेंगे
दक्षिण और उत्तरी बिहार के कृषि क्षेत्रों में हाल के वर्षों में ट्रैक्टर और हार्वेस्ट जैसे कृषि उपकरणों की उच्च मांग देखी गई है। कई किसानों के पास कृषि के जरूरी यंत्र है लेकिन जिन किसानों के पास नहीं है उन्हें स्थानीय स्तर पर ही अधिक किराया देकर अपना काम कराना पड़ता है। एक अधिकारी ने बताया कि इस नई सेवा के जरिए किसानों को प्रतिस्पर्धी कीमत पर मशीनें मिल सकेंगी।
बिहार सहकारिता विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पैक्स ग्राम पंचायत स्टार पर काम करने वाली सहकारी समितियां है जो किसानों को लों मुहैया कराती है। इसके अलावा यह रवी और खरीफ मौसम में कटाई के बाद फसलों की खरदी में भी करती है। इसके अलावा यह रबी और खरीफ मौसम में कटाई के बाद फसलों की खरीद में भी मदद करती है। बिहार में पैक्स के जरिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर उपज की सरकारी खरीद होती है। अधिकारियों का कहना है कि इस मोबाइल एप सेवा का लाभ लेने में मदद करने के लिए एक कॉल सेंटर होगा। कॉल सेंटर में सम्पर्क करने के लिए एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाएगा। यहां पर किसान कृषि उपकरणों को किराए पर लेने सम्बन्धी सभी जानकारी और मशीनों की उपलब्धता के बारे में जानने के साथ ही शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे।
किसान रथ एप से मिलेगी मदद
केंद्र सरकार ने हाल ही में किसान रथ एप (Kisaan Rath App) लॉन्च किया है। इस एप पर भी किसान अपनी जरूरत के मुताबिक़ ट्रैक्टर, ट्रक और अन्य मशीनरी किराए पर ले सकते हैं। इस एप पर किसान ट्रांसपोर्टर से सम्पर्क करके ट्रक किराए पर ले सकते हैं। साथ ही साथ राजस्थान सरकार ने भी इस योजना को पाने राज्य में लागू कर दिया है। जिससे अब किसी भी किसान को कृषि उपकरणों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। कम कीमत पर और ज्यादा परेशान हुए बिना उपकरणों को काम में ले सकते हैं।
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