tractorgyan home logotractorgyan logo
tractorgyan rupee logo
hamburger icon

मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के किसानों को बाड़ेबंदी के लिए मिलेगी 85 प्रतिशत सब्सिडी

मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के किसानों को बाड़ेबंदी के लिए मिलेगी 85 प्रतिशत सब्सिडी image
By Tractor GyanJul 11, 2022 12:00 AM
Share
facebook-iconlinkedin-icontwitter-iconwhatsapp-iconemail-icon

किसानों को खेती के साथ-साथ अपनी फसल की सुरक्षा की भी चिंता रहती है. फसल की बुआई से लेकर कटाई तक में उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी किसान पर रहती है. ऐसे में आवारा जानवरों, प्राकृतिक आपदा और मवेशियों से बचाने का जिम्मा भी किसान का रहता है. जिससे की किसान की फसल का नुकसान होने से बच सके. ऐसे में किसान का 24 घंटे खेत और फसल की निगरानी करना असम्भव है तो किसान भी खेती की बाड़ेबंदी करके या तार से चारो तरफ खेत की फेंसिंग कराकर उसकी सुरक्षा का पुख्ता इन्तेजाम करता है।

agricultural-fence

ऐसे में हिमाचल राज्य की सरकार ने किसानो को राहत प्रदान करते हुए बाड़ेबंदी के लिए नई तकनीक लाने का प्रयास किया है. इसके माध्यम से किसान अपने खेतो की सुरक्षा कर सकते हैं. इसी तरह कृषि के क्षेत्र में भी पशुओं से फसल की सुरक्षा के लिए सोलर बाड़ेबंदी सिस्टम अपनाया जा रहा है. इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. हिमाचल प्रदेश में किसान इस तकनीक का लाभी उठा रहे हैं. इसके लिए हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत 85 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है।

प्रदेश की सरकार ने मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना (Mukhyamantri Khet Sanrakshan Yojna) के तहत किसानों की इस समस्या का बहुत हद तक निदान कर दिया है. दरअसल इस योजना के तहत राज्य में किसानों को सरकार के खेतों की सुरक्षा के लिए सोलर बाड़ेबंदी प्रदान करवाती है. इस बाड़ेबंदी से जंगली जानवर खेतों में नहीं आ पाते है और फसलों के उजड़ने की समस्या भी नहीं रहती है. इस सोलर बाड़ के सम्पर्क में आते ही जानवरों को करंट लगता है और वो खेतों से दूर भागते हैं. करंट का स्तर इतना कम है कि उससे किसी जानवर की मृत्यु का खतरा नहीं रहता है और ना ही व अपंग हो सकते हैं. बस इसके सम्पर्क में आने से जोर का झटका लगता है और जनवर खेतों से दूर हो जाते है।

agriculture-and-farm-fencing

फिर भी यदि इस बाड़े को पार कर करंट को सहते हुए कोई जानवर खेतों में आ भी जाता है तो सोलर मशीन जोर का अलार्म बजाती है जिसकी आवाज़ सुन जानवर भागने लग जाते हैं और किसान सचेत हो जाता है. आज राज्य में बड़ी तादाद में किसान सुअरों, बंदरों, नीलगायों और एनी जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए स्लर बाड़ का उपयोग कर रहे हैं. कृषि विभाग द्वारा मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत उन्हें इसके लिए अनुदान भी मिल रहा है।

इस योजना के अंतर्गत किसानों को 80 से 85 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है. मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना किसानों और बागवानों दोनों के लिए फायदेमंद है. मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के लिए किसानन को 20 प्रतिशत तक राशि खर्च करनी पड़ेगी. वहीं यदि कोई किसान अकेले इस योजना का लाभ उठाने में असमर्थ है तो किसान सामुहित तौर पर भी इस योजना का लाभ उठा सकते है और समूह में इस योजना के तहत किसानों को सिर्फ 15 प्रतिशत राशि ही देनी होगी।

agriculture-fencing

बता दें की ग्राम पंचायत घंडीर के गांव दघोग के किसानो ने अपनी फसलों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ सामूहिक तौर लेने का निर्णय लिया. दघोग गांव के 18 परिवारों ने मिलकर अपनी जमीन की समूहित सौलर बाड़ेबंदी करवाई और योजना का लाभ प्राप्त किया जिसमें 85 प्रतिशत अनुदान सरकार की ओर से दिया गया।

दघोग गांड का 178 बीघा 6 बिस्वा क्षेत्र कवर किया गया है. इस सौलर बाड़ेबंदी पर 16 लाख 63 हजार पांच सौ तीस रुपए खर्च किए गए है जिसमें चौदह लाख चौदह हजार रुपए सरकार की ओर से अनुदान दिया गया और 2 लाख 49 हजार पांच सौ तीन रुपए का किसानों का शेयर शामिल है. इसके तहत खेतों के चारों ओर 1797 मीटर सोलर स्वचालित बाड़ लगाई है जिसके लिए सोलर से चार्ज तीन बैटरियों लगाई गई है ताकि बाड़ रात को भी काम कर सके।

जिलाधीश ऋग्वेद ठाकुर का कहता है कि मंदी जिले में सौर उर्जा आधारित बाड़ के अच्छे परिणामों को देखकर किसान-बागवान सोलर फेंसिंग लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं. अब तक जिले में योजना के तहत किसानों को 5.66 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी जा चुकी है. कृषि विभाग की मदद से प्रयास किए जा रहे हैं कि अधिक से अधिक लोगों तक योजना की जानकारी पहुंचे और वे इससे लाभान्वित हों।

सोलर बाड़ेबंदी के लिए किसानों को कृषि विभाग में जाकर आवेदन करना होगा. इसके बाद विभाग से सूचीबद्ध कम्पनी ने अधिकारी किसानों के जमीन का आंकलन करते हाँ. आंकलन के बाद आवेदन की सत्यता होने पर सब्सिडी दी जाती है।

ट्रैक्टर ज्ञान पर आप सभी प्रकार के ट्रैक्टर्स की जनकारी सीधे प्राप्त कर सकते है। मैसी फर्ग्यूसन ट्रैक्टर, स्वराज ट्रैक्टर, महिंद्रा ट्रैक्टर आदि कईं और ट्रैक्टर्स के ब्रांड्स के बारे में उनकी रेट्स, फीचर्स, आधुनिक तकनीकी के बारे में भी जानकारी हमारी वेबसाइट पर मिलती है। साथ ही साथ कृषि से जुड़ी और नई जानकारी मिलती है। साथ हर राज्य द्वारा या केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी हमारी वेबसाइट पर आसानी से मिल जाती है।

ट्रैक्टर्स के बारे में, उनके फीचर्स, क्षमता आदि का स्पष्ट विवरण और सही रेट की जानकारी पहुंचाना ट्रैक्टर ज्ञान का मुख्य लक्ष्य होता है।

ट्रैक्टर ज्ञान वेबसाइट पर पुराने, नए ट्रैक्टर्स के बिक्री की सीधी जानकारी मिलती है। साथ हमसे सीधे सम्पर्क कर किसान भाई आसानी से ट्रैक्टर के क्रय-विक्रय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Read More Blogs

सरकार ने दी किसानों को बड़ी राहत, खाद और यूरिया खरीद पर सब्सिडी बढ़ाई image

किसानों को खेती के लिए उर्वरक और खाद की जरूरत होती है. जिसके लिए किसानों को मोटी रकम चुकानी होती है. भारत में खाद और उर्वरकों के दाम बढ़ गए है. किसानों पर आर्थिक बोझ ना पड़े और खरीफ के सीजन में...

किसानों को मिलेगी कर्ज से मुक्ति, हर दिन होगा 906 किसानों का कर्ज माफ़ image

किसानों को खेती के कार्यों के लिए रकम इकठ्ठा करने के लिए बैंक ऋण की आवश्यकता होती है. कुछ किसान इसके लिए आर्थिक रूप से सक्षम होते है कुछ आर्थिक रूप से कमजोर होते है उनके लिए बैंक ऋण को चूका पाना...

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर शुरू हुई गेंहू की खरीद, किसानों के खाते तक पहुंचे 2741 करोड़ रुपए image

मौसम के अनुसार रबी की फसल (Winter Crop) की खरीद शुरू हो चुकी है. हर राज्य में किसान अपनी रबी की फसल को बेचने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं. ऐसे में हरियाणा राज्य में भी किसान रबी की फसल के...

Write Your Comment About मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के किसानों को बाड़ेबंदी के लिए मिलेगी 85 प्रतिशत सब्सिडी

+91
Review-Image
Tractor-iconTractorImplements-iconImplementsTyres-iconTyresTractor Finance-iconTractor Finance