22 Jun, 2021
किसानों को खेती में जितनी जरूरत ट्रैक्टर की होती है उतनी ही जरूरत ट्रैक्टर के साथ लगने वाले उपकरणों की भी होती है।
खेती के काम को आसान बनाने के लिए आज कई उपयोगी उपकरण बाज़ार में मिलते है। फसल के उत्पादन में अलग अलग समय पर अलग अलग उपकरणों की आवश्यकता होती है। हम बात कर रहें भारत में किसानी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शीर्ष कृषि उपकरणों।
भूमि को तैयार करने के लिए उपकरण:-
रोटावेटर (Rotavator):-
रोटावेटर बीजाई के लिए खेत की मिट्टी को भुरभुरी बनाने और खेत में बचे पिछली फसल के अवशेषों, छोटे-छोटे टुकड़ों को जड़ से खोदकर कर जमीन में दबाने और मिश्रित करने के लिए एक उपयुक्त मशीन है।
Ground Triller, Medium Duty Rotavator और Heavy Duty Rotavator तीन प्रकर के रोटावेटर होते है।इसकी क़ीमत लगभग 50000 से शुरू होकर 2 लाख तक की है।
प्लाऊ (Plough):-
प्लाउ का उपयोग मिट्टी की खुदाई के लिए किया जाता है। इसमें खास पलटी प्लाउ का उपयोग 3 प्वाइंट लिंकेज पर लगा ट्रैक्टर के साथ किया जाता है। आम तौर पर भूमि की गहरी जुताई के लिए इसे उपयोग करते है। यह हैवी ड्यूटी ट्रैक्टरों के साथ काम करता है।
जानिए MB Plough मिट्टी को कैसे बेहतर बनाता है:-
https://tractorgyan.com/tractor-industry-news-blogs/164/learn-how-mb-plough-improves-soil
हैरो (Harrow):-
हैरो के इस्तेमाल का उद्देश्य आम तौर पर क्लोड्स (मिट्टी की गांठ) को तोड़ना होता है और मिट्टी का एक अच्छा ढांचा तैयार करना जो बीजों के इस्तेमाल के लिए उपयुक्त हो। खरपतवार को हटाने के लिए और बुवाई के बाद बीज को ढकने के लिए हैरो का उपयोग किया जा सकता है।
जानिए सबसे बेहतर हैरो कौनसा होता है:-
https://tractorgyan.com/tractor-industry-news-blogs/189/which-harrow-is-better-for-farming-land
लैंड लेवलर और बकेट स्क्रैपर (Land leveller and bucket scrapper):-
बकेट स्क्रैपर एक ट्रेक्टर पर लगने वाला उपकरण है जिसका उपयोग असमान भूमि की कटाई रोकने और उसे समतल करने के लिए किया जाता है। यह भूमि को समान रूप से समतल करके मिट्टी के कटाव को कम करने में मदद करता है और पूरे क्षेत्र के लिए एक समान सिंचाई सुनिश्चित करता है। इसकी अधिक जानकारी के लिए:-
https://tractorgyan.com/tractor-industry-news-blogs/205/Landleveler
ट्रैक्टर इम्प्लीमेंट्स की जानकारी के लिए निचे क्लिक करे
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Tractor Implements in India |
कल्टीवेटर (Cultivator):-
किसानों द्वारा मृदा की उत्पादकता में सुधार लाने और खरपतवारों को नष्ट करने के उददेश्य से मृदा में हलचल करने के लिए कल्टीवेटर का उपयोग किया जाता है। कल्टीवेटर एक माध्यमिक जुताई उपकरण है जो ट्रैक्टर के पीटीओ से चलाया जाता है। ट्रैक्टर के विभिन्न एचपी रेंज के लिए अलग-अलग आकार में कल्टीवेटर उपलब्ध है।
कल्टीवेटर की अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - https://tractorgyan.com/tractor-industry-news-blogs/710/best-cultivator-in-india
बूआई के लिए उपकरण:-
सीड ड्रिल (Seed drill):-
एक समान एक दूरी पर व्यवस्थित ढंग से बुआयी करने के लिए सीड ड्रिल मशीन का प्रयोग होता है, बीज के आकार को मात्र को आप व्यवस्थित कर सकते है। इससे किसानों को अधिक उत्पादन भी मिलता है और बीज की बचत भी होती है।
बाज़ार में महिन्द्रा (mahindra) जैसी कंपनियां फर्टिलाइजर कम सीड ड्रिल (उर्वरक सह बीज ड्रिल) भी लाई है जो एक साथ उर्वरक और बीज मिट्टी में डालती है।
खास तरह की फसलों की बुआई के लिए कुछ खास सीड ड्रिल भी आती हैं।इसी आधार पर आलू की खेती के लिए पोटैटो प्लांटर नाम की मशीन भी आती है। सीड ड्रिल कम फर्टिलाइजर ड्रिल की कीमत आदि जानने के लिए:-
https://tractorgyan.com/tractor-industry-news-blogs/208/what-is-seed-cum-fertilizer-drill
कटाई और कटाई के बाद के लिए उपकरण:-
थ्रेसर (Thresher):-
यह मशीन डंठल और भूसी से बीज निकालने के काम आती हैहै। इस मशीन में बीज को गिराने के लिए पौधे की पिटाई की जाती है। थ्रेसर को ट्रैक्टर के पीटीओ की मदद से चलाया जाता है। अलग अलग प्रकार के थ्रेशर के लिए अलग अलग एचपी की जरूरत होती है।
अगर आप थ्रेशर खरीदने का मन बना चुके हैं यह भी देखे लें,
https://tractorgyan.com/tractor-industry-news-blogs/160/how-to-choose-a-good-thresher
हार्वेस्टर (Harvestor):-
ट्रैक्टर के साथ हार्वेस्टर किसानों को फसल की कटाई से लेकर अनाज निकालने तक का पूरा समाधान देता है ट्रेक्टर के साथ कटाई के समय हार्वेस्टर पर लगाया जाता है और प्राइम मावर के रूप में कार्य करता है। यह सबसे उपयोगी और कीमती खेती उपकरण है।
बेस्ट हार्वेस्टर की जानकारी के लिए:-
https://tractorgyan.com/tractor-industry-news-blogs/665/important-facts-about-combine-harvester
इसके साथ ही अगर आप विशेष रूप से गन्ना हार्वेस्टर की जानकारी चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक करे:
https://tractorgyan.com/tractor-industry-news-blogs/559/l-e-15-ii
मल्चर (Mulcher):-
मल्चर ट्रैक्टर के साथ उपयोग किया जाने वाला ऐसा उपकरण है जो फसलों के अवशेषों को बरीकियों से काटने में काफी मदद करता है।
इस यंत्र की सबसे खास बात यह है कि ये मिट्टी की उर्वरता को भी बनाए रखने में मदद करता है और पर्यावरण की दृष्टि से ये फसल अवशेषों को जलाने की जगह उनके प्रबंधन का एक एक बेहतर विकल्प है।
https://tractorgyan.com/tractor-industry-news-blogs/425/why-is-mulcher-important-for-the-farm
लिंक पर क्लिक कर जानें, मलचर क्यों है जरूरी?
उपकरणों पर सब्सिडी की व्यवस्था:-
बाजार में ये मशीनें कई ब्रांडों में उपलब्ध है, जिनमें कई बड़ी ट्रैक्टर कंपनियों के अलावा अन्य छोटी बड़ी कंपनियां भी शामिल हैं इसलिए इनको खरीदने से पहले किसान को यह निर्णय करना पड़ेगा की उसको किस कंपनी या किस ब्रांड का यह मशीन खरीदना है। ज्यादातर मशीनें लाखों रुपए में आती है, हार्वेस्टर तो 20 लाख से भी ज्यादा महंगे होते, थ्रैशर की कीमत 3 लाख तक जाती है रोटावेटर और मल्चर भी लाख रुपए तक के आते है। ऐसी कीमतों के कारण किसान ये उपकरण खरीदने से बचते है लेकिन आजकल सरकार द्वारा कई सारे उपकरणों की खरीद पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी मिलती है जिससे किसानों को बहुत फायदा हो सकता है।
किसी भी मशीन पर सब्सिडी की जानकारी पाने के लिए अपने जिले या ब्लाक स्तर के कृषि कार्यालय पर जाकर संपर्क करना होगा। वहां से वह मशीन पर सब्सिडी पाने की पूरी प्रक्रिया को समझें| इसके अलावा किसान चाहे तो वह जिस कंपनी का मशीन खरीद रहा है उस कंम्पनी के डीलर से सम्पर्क करके इसके विषय में जानकारी ले सकता है।
ट्रैक्टर ज्ञान ही ऐसी जगह है जहां आपको अपने राज्य के हिसाब से कृषि से जुड़ी सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलती है, अभी जानें आपके राज्य में किस इंप्लीमेंट पर कितनी सब्सीडी मिल रही है:-
https://tractorgyan.com/tractors-subsidy-in-india
यह थी खास जानकारी कृषि उपकरणों से जुड़ी, इसी तरह खेती व ट्रेक्टर की जानकारियों के लिए जुड़े रहें TractorGyan के साथ।
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